चंडीगढ़ में मार्च माह में तापमान और वर्षा के असाधारण आंकड़े!

चंडीगढ़,1 अप्रैल: इस वर्ष मार्च माह में चंडीगढ़ और उसके आसपास के क्षेत्रों में मौसम संबंधी असाधारण परिवर्तन देखे गए। पिछले 13 वर्षों में यह तीसरी बार है जब मार्च में वर्षा की मात्रा 10 मिलीमीटर से भी कम रही, जिससे यह महीना सूखे के रूप में दर्ज हुआ। इस वर्ष की वर्षा की कमी के कारण औसत तापमान उच्चतम स्तर पर पहुंचा, जो पिछले 12 वर्षों में सबसे अधिक था।

तापमान में वृद्धि और रात के तापमान पर प्रभाव

आम तौर पर मार्च में रात का तापमान 12 से 13 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है, लेकिन इस वर्ष यह 13 डिग्री से ऊपर रहा। मार्च के अंतिम दिन, 31 मार्च को, चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर अधिकतम तापमान 34.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पंजाब और हरियाणा के अन्य शहरों के बाद दूसरा सबसे उच्चतम तापमान था। सैक्टर 39 में पारा 32.5 डिग्री सेल्सियस रहा।

मौसम संबंधी ऐतिहासिक आंकड़े

इतिहास पर नजर डालें तो मार्च माह में अब तक का सबसे अधिक तापमान 27 मार्च 1971 को 37.8 डिग्री सेल्सियस रहा। सबसे कम तापमान 14 मार्च 1973 को 4.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वर्षा की बात करें तो एक दिन में सबसे अधिक 90 मिलीमीटर वर्षा 1 मार्च 2007 को हुई थी।

आने वाले दिनों में मौसम का पूर्वानुमान

मौसम विभाग के अनुसार, इस वर्ष मार्च में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता कम रही, जिसके परिणामस्वरूप वर्षा की मात्रा घट गई और तापमान में वृद्धि हुई। अप्रैल माह में भी अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर रहने की संभावना है, साथ ही वर्षा की मात्रा भी कम रहने का अनुमान है। इसलिए, नागरिकों को आगामी गर्मी के मौसम के लिए तैयार रहना चाहिए और आवश्यक सावधानियां बरतनी चाहिए।