चंडीगढ़ में फिर से गूंजा हवाई हमले का सायरन, नागरिकों को घरों में रहने की चेतावनी!

चंडीगढ़, 9 मई: देश एक बार फिर संकट की घड़ी से गुजर रहा है। गुरुवार की रात को चंडीगढ़ में अचानक हवाई हमले का सायरन बजने लगा, जिससे पूरे शहर में हलचल मच गई। यह स्थिति तब बनी जब भारतीय वायुसेना स्टेशन को संभावित खतरे की आशंका जताई गई। प्रशासन ने तत्काल एहतियाती कदम उठाए और सभी निवासियों को अपने घरों में ही रहने की सलाह दी। लोगों से कहा गया कि वे बालकनी या छतों पर न जाएं और घरों के सुरक्षित हिस्सों में रहें।

इस चेतावनी के बाद शहर में एक असामान्य शांति छा गई, जो किसी भी अनहोनी की आशंका को दर्शा रही थी। प्रशासन द्वारा दी गई गाइडलाइंस को गंभीरता से लेते हुए लोगों ने खुद को घरों में बंद कर लिया और स्थानीय आपात सेवाएं पूरी तरह से सतर्क हो गईं।

इसी के साथ देश के अन्य हिस्सों, विशेषकर सीमावर्ती क्षेत्रों जैसे जम्मू, पंजाब, और राजस्थान के कुछ जिलों में भी सुरक्षा एजेंसियों ने अलर्ट जारी कर दिया है। स्कूल और कॉलेजों को एहतियातन कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया है और सभी प्रकार की सार्वजनिक गतिविधियों पर अस्थायी रोक लगा दी गई है।

भारत की सख्त कार्रवाई से बौखलाया पाकिस्तान, जवाबी हमलों में नाकाम

पिछले कुछ दिनों से देश के सुरक्षा बल ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ के अंतर्गत पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी गतिविधियों के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं। खास तौर पर पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने सीधे तौर पर आतंक के अड्डों को निशाना बनाकर यह स्पष्ट संकेत दिया है कि अब कोई भी उकसावे की कार्रवाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

इस क्रम में भारतीय सेना द्वारा की गई सटीक और निर्णायक कार्रवाई से पाकिस्तान की नींव हिल गई है। आतंकियों के छिपने के अड्डों पर भारत के हमलों ने इतना प्रभाव डाला कि पाकिस्तान ने एक साथ कई सीमाओं पर जवाब देने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सुरक्षा बलों ने हर मोर्चे पर उसे विफल कर दिया।

भारत की सुरक्षा तैयारियों ने दुश्मन के मंसूबों को किया चकनाचूर

जम्मू, पठानकोट और जैसलमेर जैसे संवेदनशील इलाकों में पाकिस्तान की ओर से ड्रोन और मिसाइलों के माध्यम से हमले की कोशिश की गई। मगर भारत की आधुनिक S-400 एयर डिफेंस प्रणाली ने उनकी एक भी कोशिश को सफल नहीं होने दिया। हर incoming खतरे को हवा में ही ढेर कर दिया गया।

इसके साथ ही भारतीय वायुसेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के दो अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों को मार गिराया – एक एफ-16 और दूसरा जेएफ-17। इससे पाकिस्तान की वायु शक्ति की पोल खुल गई है और उसकी सैन्य रणनीति पर भी सवाल उठ खड़े हुए हैं।

न केवल आसमान, समंदर में भी दिखाई ताकत

भारत ने यह भी दिखा दिया कि वह सिर्फ वायुसीमा में ही नहीं, बल्कि समुद्र में भी बराबरी की ताकत रखता है। भारतीय नौसेना ने अरब सागर में एक योजनाबद्ध ऑपरेशन चलाते हुए पाकिस्तान के सामरिक ठिकानों को निशाना बनाया। सूत्रों के मुताबिक, इस कार्रवाई के दौरान इस्लामाबाद और लाहौर में जोरदार धमाकों की आवाजें सुनी गईं, जो भारतीय नौसेना की जवाबी रणनीति का हिस्सा थीं।

पाकिस्तान के आतंकी अड्डों पर सीधी चोट

पाकिस्तान के बहावलनगर जैसे इलाकों में, जो लंबे समय से आतंकी गतिविधियों का अड्डा रहे हैं, भारत ने ड्रोन हमले के जरिए सीधी चोट की। यह हमला उन ठिकानों पर किया गया जहां हाल ही में आतंकियों की गतिविधियों की जानकारी मिली थी। इस ऑपरेशन का उद्देश्य स्पष्ट था – आतंकवाद को उसकी जड़ से खत्म करना।

भारत की नई नीति – अब न केवल जवाब, बल्कि निर्णायक एक्शन

भारत ने यह संदेश बहुत स्पष्ट कर दिया है कि अब वह केवल प्रतिक्रिया तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि आतंकवाद के हर रूप को निर्णायक तरीके से समाप्त करेगा। ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ इसका जीवंत उदाहरण है। भारत ने यह दिखा दिया है कि वह अब सुरक्षा में कोई समझौता नहीं करेगा, चाहे मामला सीमा पार हो या देश के भीतर।