चंडीगढ़, 5 मई: जनसंवाद की मिसाल पेश करते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सोमवार को बिना किसी पूर्व सूचना के सक्ति जिले के बंदोरा गांव में हेलीकॉप्टर से उतरकर लोगों को चौंका दिया। उनकी यह औचक यात्रा न केवल ग्रामीणों के लिए सुखद आश्चर्य थी, बल्कि एक सजीव उदाहरण भी कि जनप्रतिनिधि सीधे जमीन से जुड़े मुद्दे जानने के लिए कितने प्रतिबद्ध हो सकते हैं।
पीपल के नीचे लगी चौपाल, ग्रामीणों से सीधे संवाद
CM साय सीधे करीगांव पहुंचे, जहां उन्होंने एक पीपल के पेड़ की छांव में खाट पर बैठकर चौपाल लगाई। यह दृश्य कुछ ऐसा था जैसे एक सादा, लेकिन असरदार जननेता अपने लोगों के बीच खुलकर बैठा हो। उन्होंने बड़ी सहजता से वहां मौजूद ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और हर शिकायत को ध्यान से समझा।
महिलाओं ने की परंपरागत तरीके से अगवानी
करीगांव की महिलाओं ने पारंपरिक छत्तीसगढ़ी रीति-रिवाज से मुख्यमंत्री का स्वागत किया। हल्दी-चावल का तिलक, आरती की थाली और कमल का फूल लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री को सम्मानित किया। यह दृश्य एक भावनात्मक जुड़ाव का प्रमाण था — जहां सत्ता और जन के बीच कोई दूरी नहीं दिखी।
हेलीकॉप्टर से अचानक उतरे बंदोरा, फिर पहुंचे मदनपुर
मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर जब बंदोरा गांव में उतरा, तो पहले तो लोग हैरान हुए, लेकिन तुरंत ही भारी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए। लोगों ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। इसके बाद CM साय पाली के मदनपुर पहुंचे, जहां उन्होंने आमजनों की फरियादें सुनीं और अधिकारियों को मौके पर आवश्यक निर्देश दिए।
घोषणाओं की झड़ी – विकास को मिली रफ्तार
सीएम साय ने चौपाल के दौरान कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं, जिनमें ग्रामीणों की वर्षों पुरानी मांगें भी पूरी होती दिखीं:
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करीगांव में नया पंचायत भवन बनाया जाएगा।
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गांव में अब साप्ताहिक पटवारी कार्यालय खुलेगा, जिससे ज़मीनी मामलों के समाधान में आसानी होगी।
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देवी मंदिर के सौंदर्यीकरण का कार्य किया जाएगा।
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अवैध भूमि कब्जों की जांच कर सख्त कार्रवाई होगी।
इन घोषणाओं से लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों का मानना है कि इतने सीधे संवाद से उन्हें भरोसा हुआ है कि सरकार उनकी बात सुन रही है।
प्रशासन हुआ अलर्ट, अधिकारी हुए सक्रिय
मुख्यमंत्री के दौरे की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अमला हरकत में आ गया। जांजगीर-चांपा जिले के अधिकारी भी तैयारियों में जुट गए हैं क्योंकि CM साय वहां विभागीय समीक्षा बैठक लेने वाले हैं।
जननेता की छवि, सादगी और संवेदनशीलता का उदाहरण
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का यह दौरा सिर्फ एक प्रशासनिक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि यह दर्शाता है कि जब कोई नेता जमीन से जुड़ता है, तो लोगों के दिलों में विश्वास और अपनापन स्वतः ही उत्पन्न होता है। उनकी चौपाल, स्वागत, घोषणाएं और संवाद — सब कुछ एक जननेता की छवि को प्रकट करता है।