पंजाब के कैबिनेट Minister Harjot Singh Bains ने हाल ही में नंगल में आयोजित माता-पिता-शिक्षक मीटिंग में बताया कि सरकारी स्कूलों में सुधार लाने में माता-पिता की भागीदारी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई में सरकार ने शिक्षा को विशेष प्राथमिकता दी है
और इसी के तहत माता-पिता-शिक्षक मीटिंग का आयोजन किया गया था।
Minister Harjot Singh Bains : छात्रों के मनोबल को बढ़ाने के साथ
हरजोत सिंह बैंस ने इस मीटिंग में भाग लेते हुए कहा कि यह पहल छात्रों के मनोबल को बढ़ाने के साथ-साथ माता-पिता और शिक्षकों के बीच बेहतर संवाद स्थापित करने में मददगार साबित हुई है।
उन्होंने बताया कि मीटिंग्स में माता-पिता से मिली फीडबैक ने शिक्षा विभाग के सुधार में तेजी लाई है।
यह प्रगति न केवल छात्रों के शैक्षणिक प्रदर्शन को बढ़ाने में सहायक हो रही है, बल्कि उनके व्यक्तित्व विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।
मीटिंग्स के दौरान हमें कई महत्वपूर्ण सुझाव मिले
मंत्री ने कहा, “इन मीटिंग्स के दौरान हमें कई महत्वपूर्ण सुझाव मिले हैं,
जिन्हें लागू करने से माता-पिता और शिक्षकों के बीच खुशी की लहर है।
” उन्होंने ज़िला श्री मुक्तसर साहिब के सरकारी हाई स्कूल घग्गा के हेड मास्टर महिंदर चौधरी का उदाहरण देते हुए कहा
कि इस प्रकार की मीटिंग से माता-पिता की भागीदारी में वृद्धि हुई है,
जिससे छात्रों की पढ़ाई और व्यक्तिगत विकास में सुधार हो रहा है।
बैंस ने बताया कि इन मीटिंग्स के माध्यम से माता-पिता को उनके बच्चों की अच्छाइयों और कमियों के बारे में जानकारी दी जाती है।
यह प्रक्रिया माता-पिता और शिक्षकों को मिलकर कमियों को दूर करने में मदद करती है।
उन्होंने बताया कि इस पहल से शिक्षक बच्चों की रुचियों को समझकर उनके भविष्य को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत हैं।
फाज़िल्का ज़िले के स्कूल ऑफ एमिनेंस रामसारा की प्रिंसिपल नवजोत खैहिरा ने कहा कि माता-पिता में इस मीटिंग के प्रति बहुत उत्साह है।
उन्होंने बताया कि माता-पिता समय से पहले ही स्कूल पहुंचने लगे हैं,
जिससे यह दर्शाता है कि वे अपने बच्चों की शिक्षा में रुचि रखते हैं।
माता-पिता के साथ अपने अनुभव साझा किए
शिक्षकों ने भी मीटिंग में भाग लेकर माता-पिता के साथ अपने अनुभव साझा किए।
उदाहरण के लिए, सरकारी प्राइमरी स्कूल मानकपुर शरीफ के शिक्षक हरजिंदर सिंह राजल ने कहा
कि पहले माता-पिता और शिक्षकों के बीच संवाद बहुत कम होता था,
लेकिन अब यह बदलाव देखने को मिल रहा है।
माता-पिता-शिक्षक मीटिंग के महत्व को बताते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा
कि यह पहल न केवल छात्रों के विकास में महत्वपूर्ण साबित हो रही है,
बल्कि यह शिक्षा के क्षेत्र में एक नई दिशा भी दे रही है।
पंजाब के सरकारी स्कूलों में माता-पिता-शिक्षक मीटिंगों ने शिक्षा के क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
यह पहल न केवल छात्रों के शैक्षणिक प्रदर्शन को बेहतर बनाने में मदद कर रही है,
बल्कि उनके जीवन में खुशियों और संतोष का भी संचार कर रही है।
इस प्रकार की सक्रियता से पंजाब की शिक्षा प्रणाली में एक नई ऊर्जा का संचार होगा,
जो छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।