Punjab-Haryana High Court ने चंडीगढ़ की उस सड़क को खोलने का आदेश दिया है जो बेअंत सिंह के Punjab के मुख्यमंत्री रहने के दौरान आम जनता के लिए बंद कर दी गई थी. सुरक्षा कारणों से यह सड़क दशकों तक आम लोगों के लिए बंद थी. अब हाईकोर्ट ने चंडीगढ़ के SSP और DGP को 1 मई से सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक इसे खोलने की व्यवस्था करने का आदेश दिया है।
पिछली सुनवाई में Punjab-Haryana High Court ने आम लोगों के लिए रास्ता बंद करने पर पंजाब सरकार और UT प्रशासन को सवालों के घेरे में लिया था. सुरक्षा कारणों की दलील पर हाई कोर्ट ने चंडीगढ़ प्रशासन और पंजाब सरकार से पूछा था कि जब Haryana के मुख्यमंत्री आवास के बाहर की सड़क आम लोगों के लिए खुली है तो Punjab के लिए अलग प्रावधान क्यों किया गया है.
हाई कोर्ट ने कहा कि आम लोगों के लिए आम सड़क कैसे बंद की जा सकती है जबकि Haryana CM आवास के सामने की सड़क आम लोगों के लिए खुली है. Punjab के मुख्यमंत्री आवास के सामने 100 फीट की ग्रीन बेल्ट होने के बावजूद भी सड़क को बंद करना कैसे सही है?
ट्राइसिटी और खासकर चंडीगढ़ में बढ़ती आबादी के साथ ट्रैफिक, हरियाली और अन्य समस्याओं पर संज्ञान लेते हुए Punjab-Haryana High Court ने इन मुद्दों पर सुनवाई करने का फैसला किया है। हाई कोर्ट ने कहा कि सिटी ब्यूटीफुल के नाम से मशहूर यह शहर बढ़ती आबादी और ट्रैफिक के कारण अपने नाम का अर्थ खोता जा रहा है. शहर बसाते समय यह नहीं सोचा था कि 5 लाख की आबादी का विचार गलत साबित होगा और आंकड़ा कई गुना ज्यादा होगा. शहर को पड़ोसी राज्य पंचकुला और मोहाली का भी दबाव झेलना पड़ रहा है।
सुरक्षा व्यवस्था बनेगी चुनौती
सिख कैदियों की रिहाई के लिए कौमी इंसाफ मोर्चा करीब डेढ़ साल से मोहाली में धरने पर बैठा है. मोर्चा ने मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने की चेतावनी दी है और अब तक Punjab और चंडीगढ़ पुलिस उनका धरना उठाने में नाकाम रही है. इस रास्ते को खोलना चंडीगढ़ पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती साबित हो सकता है।
कर्मचारियों को लाभ होगा
इस मार्ग के खुलने से सचिवालय, हाईकोर्ट और अन्य कर्मचारियों को काफी फायदा होगा, जिन्हें अभी नयागांव जाने के लिए लंबा चक्कर लगाना पड़ता है। फिलहाल इस रास्ते को गेट लगाकर बंद कर दिया गया है और किसी भी आम आदमी को इस रास्ते पर जाने की इजाजत नहीं है. यह गेट नयागांव की शुरुआत में ही मौजूद है।