Karnal By Election: Congress उम्मीदवार दूसरी बार मुख्यमंत्री के खिलाफ प्रतिस्पर्धा में, जिला संवेदक ने नामांकन दाखिल किया

BJP की तर्ज पर Congress ने करनाल में Punjabi कार्ड खेला है. यहां उपचुनाव में भी पार्टी ने Punjabi चेहरे पार्टी के जिला संयोजक तरलोचन सिंह को मैदान में उतारा है. उनके टिकट की घोषणा नहीं हुई थी, पूर्व मुख्यमंत्री Bhupinder Singh Hooda और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष उदय भान ने सीधे उन्हें लोकसभा प्रत्याशी दिव्यांशु बुद्धिराजा के साथ नामांकन करा दिया।

69 साल के तरलोचन सिंह दूसरी बार मुख्यमंत्री की विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे. यह उनकी सबसे बड़ी चुनौती होगी. पिछली बार वह दूसरे स्थान पर रहे थे. नामांकन के अनुसार, उनकी आय 2014 के बाद से 2019 तक छह गुना बढ़ गई है, जबकि उनकी पत्नी की आय दोगुनी हो गई है। वहीं, चल संपत्ति 2019 के मुकाबले घटकर आधी रह गई है और तरलोचन सिंह की अचल संपत्ति तीन गुना और उनकी पत्नी की अचल संपत्ति 20 गुना बढ़ गई है. उनके पास जो सोना है वह आधा रह गया है.

तरलोचन सिंह ने 2019 में पूर्व मुख्यमंत्री Manohar Lal के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ा था। 2019 के चुनाव में Manohar Lal को 79906 वोट मिले। इस दौरान Congress के तरलोचन सिंह ने उन्हें टक्कर दी और Congress प्रत्याशी को 34718 वोट मिले और Manohar Lal 48188 वोटों से जीते.

संघर्ष और ताकत

तरलोचन सिंह 2014 से लगातार सक्रिय हैं और अलग-अलग मुद्दों पर जनता की आवाज उठाते रहे हैं। 2019 के चुनाव नतीजों में वह दूसरे स्थान पर रहे. इसके बाद से उनकी सक्रियता और बढ़ गई थी, इसी ताकत को देखते हुए पार्टी ने उन पर फिर से दांव खेला है.

शिक्षा: उन्होंने 10वीं और कौशल शिक्षा की पढ़ाई ओपन स्कूल से की है।
चुनौती: चुनाव लड़ते हुए जनता का समर्थन हासिल करना मुख्यमंत्री के लिए बड़ी चुनौती होगी.

संपत्ति और आय

आय: नामांकन के मुताबिक 2019 में उनकी आय 3.72 लाख रुपये थी, जो अब 490470 रुपये है. उनकी पत्नी हरमिंदर कौर की आय पहले 349370 रुपये थी, अब 487500 रुपये हो गई है. पत्नी एक बुटीक चलाती हैं.

संपत्ति: तरलोचन सिंह के नाम पर एक व्यावसायिक संपत्ति और एक घर है, दोनों की कुल कीमत 26.50 लाख रुपये है. जबकि मॉडल टाउन स्थित उनका घर उनकी पत्नी के नाम पर है। 3499 वर्ग फुट के इस घर की कीमत फिलहाल 2.79 करोड़ रुपये है। तरलोचन सिंह के पास 80 ग्राम सोना है, जिसकी कीमत 3 लाख रुपये है और उनकी पत्नी के पास 90 ग्राम सोना है, जिसकी कीमत 5.40 लाख रुपये है.

Haryana: BJP का ध्यान रोहतक, हिसार और सिरसा पर, Modi या Shah की रैली हो सकती

Haryana: लोकसभा चुनाव में नामांकन के बाद प्रधानमंत्री Narendra Modi या Amit Shah रोहतक, हिसार या सिरसा में रैली कर सकते हैं. मुख्यमंत्री Nayab Saini की अध्यक्षता में पार्टी की राज्य स्तरीय बैठक हुई. इसमें केंद्रीय नेताओं की रैलियों का समय और स्थान तय करने पर मंथन हुआ. साथ ही 90 में से 45 विधानसभा क्षेत्रों में अब तक हुई विजय संकल्प रैलियों की समीक्षा की गई. संभावना है कि 6 मई को नामांकन दाखिल होते ही पार्टी रैलियों की अंतिम सूची जारी कर देगी.

प्रदेश के मुख्यमंत्री Nayab Saini बुधवार रात करीब 8 बजे पार्टी प्रदेश कार्यालय पहुंचे. कार्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री Manohar Lal, लोकसभा चुनाव प्रभारी डाॅ. सतीश पूनिया, लोकसभा चुनाव सह प्रभारी सुरेंद्र नागर, राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़, केंद्रीय संसदीय बोर्ड सदस्य सुधा यादव, लोकसभा चुनाव प्रबंधन समिति के प्रदेश संयोजक सुभाष बराला, संगठन महासचिव फणींद्र नाथ शर्मा, प्रदेश महासचिव सुरेंद्र पूनिया और अर्चना गुप्ता साथ में करीब दो घंटे तक चली इस बैठक में लोकसभा चुनाव की समीक्षा की गई. साथ में रणनीति बनाई गई कि आगामी रैलियों व कार्यक्रमों का सफल आयोजन कैसे किया जाए। बैठक में चुनाव प्रभारी ने विजय संकल्प रैलियों के संबंध में भी जानकारी ली.

इसके अलावा केंद्रीय नेताओं की रैलियों के विषय पर भी विस्तार से चर्चा की गई. बुधवार को ही BJP के केंद्रीय नेतृत्व ने Haryana लोकसभा चुनाव और करनाल विधानसभा उपचुनाव में प्रचार के लिए स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है.

इस मुद्दे पर भी चर्चा हुई कि किस लोकसभा क्षेत्र में किस नेता की रैलियां होनी चाहिए. पार्टी का खास फोकस रोहतक, हिसार और सिरसा की सीटों पर है. यहां प्रधानमंत्री Modi या गृह मंत्री Amit Shah की रैली हो सकती है. साथ ही जींद में एक बड़ी रैली आयोजित करने पर भी चर्चा हुई, क्योंकि जींद जिला तीन लोकसभा क्षेत्रों सोनीपत, हिसार और सिरसा लोकसभा क्षेत्रों में बंटा हुआ है. हालांकि, अभी अंतिम फैसला लिया जाना बाकी है.

ये हैं स्टार प्रचारक

प्रदेश BJP मीडिया प्रभारी अरविंद सैनी और सह मीडिया प्रभारी शमशेर खरक ने बताया कि स्टार प्रचारकों की सूची में प्रधानमंत्री Narendra Modi, राष्ट्रीय अध्यक्ष JP Nadda, गृह मंत्री Amit Shah, रक्षा मंत्री Rajnath Singh, Smriti Irani और 40 केंद्रीय शामिल हैं. और राज्य के नेता. नाम है। मीडिया प्रभारी ने कहा कि 45 विधानसभा क्षेत्रों में विजय संकल्प रैलियां आयोजित की गई हैं.

CM Nayab Saini Ambala Visit: क्या Anil Vij का गुस्सा समाप्त हुआ? Nayab Saini अपनी रैली के लिए पूरी ताकत लगा

CM Nayab Saini Ambala Visit: 1 मई को राज्य के CM Nayab Singh Saini अंबाला कैंट के गांधी मैदान में एक रैली को संबोधित करेंगे. इसके लिए प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री Anil Vij ने ताकत झोंक दी है. CM बनने के बाद Nayab Saini की अंबाला कैंट में यह पहली रैली होगी.

यह भी किसी से छिपा नहीं है कि Nayab Singh Saini के CM बनने के बाद विज बेहद नाराज हैं. CM के पहले स्वागत दौरे से जहां विज ने दूरी बनाए रखी थी, वहीं उन्होंने यह भी ऐलान किया था कि वह कैंट विधानसभा में ही प्रचार करेंगे. इसके बाद उन्होंने अपनी गतिविधियां अंबाला कैंट तक ही सीमित कर दीं।

अब Vij 1 मई की रैली को लेकर सक्रिय हैं और इसके लिए उन्होंने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. Vij ने एक दिन पहले जहां गांधी मैदान का निरीक्षण किया था, वहीं मंगलवार को भी वह तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे.

Vij प्रथम स्वागत यात्रा में शामिल नहीं हुए

CM Nayab Singh Saini का अंबाला में यह पहला स्वागत दौरा था. अंबाला शहर में जहां दो जगहों पर उनका स्वागत किया गया वहीं अंबाला कैंट में भी उनका स्वागत समारोह आयोजित किया गया. इसमें BJP मंडल प्रधान तो शामिल हुए, लेकिन Vij ने इससे दूरी बनाए रखी।

हालांकि कयास लगाए जा रहे थे कि समारोह के बाद सैनी विज से मिलने उनके आवास पर आएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उधर, अंबाला सीट से BJP द्वारा बंटो कटारिया को प्रत्याशी घोषित करने के बाद प्रत्याशी ने Vij से मुलाकात की।

इसके अलावा प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री बने असीम गोयल ने भी उनसे मुलाकात की और उनके चेहरे पर मुस्कान ला दी. इसके बाद CM Nayab Singh Saini भी आए और विज से मुलाकात की. वहीं, होली के दिन पूर्व CM Manohar Lal ने भी Vij से उनके आवास पर मुलाकात की थी. हालांकि, Vij कहते रहे कि वह किसी से नाराज नहीं हैं।

कहा कि यह कैंट तक ही सीमित है।

Vij की नाराजगी को लेकर अटकलें चलती रहीं, वहीं इस दौरान Vij ने खुद कहा कि वह BJP के छोटे कार्यकर्ता हैं और उन्हें पार्टी का प्रचार करना है. उन्होंने कैंट से बंतो कटारिया को भारी मतों से जिताने की बात भी कही।

इस दौरान उनका यह भी बयान आया कि वह कैंट विधानसभा क्षेत्र तक ही सीमित रहेंगे और यहीं रहकर प्रचार करेंगे. इसे लेकर उन्होंने अंबाला कैंट में 31 सदस्यीय चुनाव प्रचार समिति का भी गठन किया, जो BJP प्रत्याशी के चुनाव कार्यक्रमों की देखरेख करेगी.

1 मई की रैली अहम होगी

अंबाला कैंट के गांधी मैदान में 1 मई की रैली के लिए तैयारियां जोरों पर हैं. CM जहां जनता को संबोधित करेंगे वहीं विज भी इसमें हिस्सा लेंगे. यह पहला मौका होगा जब CM Nayab Singh Saini और प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री Anil Vij एक मंच पर होंगे. इसे लेकर भी खूब चर्चाएं हो रही हैं.

Lok Sabha: Haryana में Raj Babbar की दिखाई, हुड्डा दल फिर से टिकट वितरण में

Congress आलाकमान ने अभिनेता और Punjabi सुनार चेहरे Raj Babbar को Haryana की गुरुग्राम लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है. यहां से पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन काफी पैरवी के बाद हाईकमान ने सेलिब्रिटी चेहरे पर मुहर लगा दी। Congress पार्टी ने मंगलवार रात टिकट की घोषणा की.

इससे पहले 25 अप्रैल को Congress ने राज्य की 8 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की थी. गुरुग्राम सीट पर दिक्कत के कारण इसे रोक दिया गया था.

बब्बर BC A समुदाय से हैं। नेता प्रतिपक्ष Bhupendra Singh Hooda Babbar के लिए पैरवी कर रहे थे, जबकि कुमारी शैलजा, रणदीप सुरजेवाला और किरण चौधरी कैप्टन अजय यादव के लिए टिकट मांग रहे थे. पहली सूची की तरह यहां भी हुड्डा गुट प्रभावी रहा है।

शिक्षा: कला स्नातक
मजबूत पक्ष: एक अभिनेता होने के साथ-साथ वह एक Punjabi चेहरा भी हैं। सत्ता विरोधी समर्थन.
चुनौती: नया चेहरा और नई रोशनी, 20 दिन में पूरी रोशनी समेटना आसान नहीं कैप्टन अजय यादव का साथ मिलना मुश्किल है.

Rao Inderjit चार बार सांसद रहे हैं और पूरे क्षेत्र में उनका प्रभाव है।

राजनीतिक यात्रा

मूल रूप से उत्तर प्रदेश के आगरा में जन्मे राज बब्बर कई सालों से गुरुग्राम में रह रहे हैं। 1994 में उन्होंने राज्यसभा सदस्य बनकर राजनीति में प्रवेश किया। 1999 और 2004 में लोकसभा चुनाव जीते। 2006 में उन्हें समाजवादी पार्टी से निलंबित कर दिया गया। 2008 में Congress में शामिल हुए और 2009 में UP के फिरोजाबाद से लोकसभा चुनाव जीते। वह UP Congress के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे। तीन बार लोकसभा सदस्य और दो बार राज्यसभा सदस्य रहे हैं।

Haryana: अलग-अलग ID बनाने के लिए जांच पंजीकृत, परिजन ID को प्रभावित करनेेे

Haryana: अतिरिक्त उपायुक्त ने परिवार पहचान पत्र (PPP) ID अलग कर BPL श्रेणी में शामिल करने वाले 5 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। ADC कार्यालय ने ऐसे करीब 22 लोगों की पहचान की थी। पहले चरण में आदमपुर में फैमिली ID अलग करवाने वाली आरती, कैलाश गर्ग, CSC संचालक सुरेंद्र सुथार, सुरेंद्र और प्रवेश के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. आरोप है कि उक्त लोग 5 से 10 हजार रुपये लेकर फैमिली ID अलग कर देते थे। इस मामले में आदमपुर, उकलाना, मिलगेट, हांसी, उकलाना के एक गांव के PPP संचालक भी पुलिस की रडार पर हैं।

पुलिस को दी शिकायत में ADC नीरज ने बताया कि उनके विभाग से परिवार पहचान पत्र से जुड़ा काम होता है और परिवार पहचान पत्र का सारा डेटा FIDR में स्टोर होता है. विभाग के कर्मचारी ने बताया कि 24 जनवरी 2024 को डाटा इश्यू पोर्टल एवं एकल सदस्य सत्यापन का कार्य करते समय दो परिवार पहचान पत्रों में एक मोबाइल नंबर होने का मामला सामने आया था। जांच करने पर पता चला कि आरती सिसौदिया ने परिवार पहचान पत्र में कोई दस्तावेज अपलोड किए बिना ही अपना अलग परिवार पहचान पत्र बनवा लिया है। इस मामले की जानकारी जब विभाग को मिली तो जांच करायी गयी. आरती सिसौदिया को जांच के लिए हिसार ADC कार्यालय बुलाया गया.

इस दौरान आरती सिसौदिया ने बताया कि उसने अपने दोस्त कैलाश गर्ग के माध्यम से बालाजी CSC सेंटर संचालक सुरेंद्र सुथार से ID अलग कराई थी। सुरेंद्र सुथार ने बताया कि उसने यह काम लितानी गांव के सुरेंद्र की मदद से किया है. सुरेंद्र गांव लितानी ने यह काम भिवानी के गांव ग्रहणपुरा कलां निवासी प्रवेश के माध्यम से करवाया था। अधिकारी के मुताबिक, इस कुप्रथा का एक लिंक तब है, जब Haryana सरकार को परिवार पहचान पत्र अलग करवाने के लिए खुद का बिजली बिल मांगना पड़ता था। ये गतिविधियां समाज को नुकसान पहुंचा रही हैं और विभाग के नाम और विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचा रही हैं। इस मामले में गंभीरता से जांच की जरूरत है ताकि पूरे गिरोह का पर्दाफाश हो सके.

आंकड़ों पर एक नजर

जिले में परिवार पहचान पत्र: 490241
पीपीपी में पंजीकृत कुल व्यक्ति: 1886245
जिले में CSC: 2519

उकलाना-आदमपुर में पहले भी मामले सामने आ चुके हैं

इससे पहले उकलाना में एक गिरोह पकड़ा गया था, जो परिवार पहचान पत्र में बदलाव कर रहा था. इन 6 लोगों के खिलाफ तत्कालीन उपायुक्त उत्तम सिंह ने FIR दर्ज करायी थी. इन सभी से CSC लाइसेंस वापस ले लिया गया. इसके बाद आदमपुर में एक मामला सामने आया. इसमें दो CSC संचालकों ने एक व्यक्ति के दस्तावेजों से छेड़छाड़ कर उसे OBC प्रमाणपत्र जारी कर दिया।

इसके बाद उस शख्स ने अपने माता-पिता को मर चुके होने का प्रमाण पत्र बनवा लिया था. OBC वर्ग में नौकरी के लिए आवेदन किया था। PPP से छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ अब तक कुल 16 FIR दर्ज की गई हैं। इसमें हिसार में 1,भिवानी में 2,रोहतक में 6,पानीपत में 4,पलवल में 3 FIR दर्ज की गई है। PPP से छेड़छाड़ करने वालों को दस साल तक की सजा हो सकती है.

अधिकारी के अनुसार

मामले में जांच प्रक्रिया के बाद कुछ लोगों के नाम सामने आये हैं. इसके आधार पर हमने FIR दर्ज कराई है, इसमें शामिल सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।’ -नीरज कुमार, ADC, हिसार।

Kisan Andolan: ट्रेनों के संचालन पर प्रभाव पड़ा, 69 रद्द और 107 बदले मार्ग पर चलीं

Kisan Andolan: किसान आंदोलन के चलते 13वें दिन भी ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहा। सोमवार को भी रेलवे ने 69 ट्रेनों को पूरी तरह रद्द कर दिया. जबकि 107 ट्रेनों को वैकल्पिक मार्गों से चलाया गया. 12 ट्रेनों को बीच में ही रद्द कर दोबारा चलाया गया।

अंबाला मंडल रेल प्रबंधक Mandeep Singh Bhatia ने बताया कि सोमवार तक 953 ट्रेनें रद्द करनी पड़ीं. इस दौरान 187 ट्रेनों को बीच में रद्द कर दोबारा चलाया गया है, जबकि 955 ट्रेनों को परिवर्तित मार्ग से संचालित किया गया है। इसके चलते अब तक 2095 ट्रेनें प्रभावित हुई हैं. इसके अलावा 221 मालगाड़ियों का परिचालन भी प्रभावित हुआ है. इस हिसाब से अब तक 2316 ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ है.

Haryana और Punjab सरकार किसानों से बात कर रही है, लेकिन अभी भी किसान अंबाला-लुधियाना रेल सेक्शन के शंभू रेलवे स्टेशन पर रेलवे ट्रैक पर बैठे हुए हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि कुछ ट्रेनों के रद्द होने और बदले रूट पर चलने के कारण पार्सल पर कुछ असर पड़ा है, लेकिन इन्हें भी जल्द ही निपटाने की योजना तैयार की गई है.

फिलहाल ट्रेनों के संचालन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, क्योंकि चंडीगढ़-साहनेवाल रेलवे सेक्शन सिंगल है और इस पर रेलवे ट्रैक की सीमा जितनी ट्रेनों का संचालन किया जा सकता है।

पहचान पत्र दिखा कर भी डाला जा सकता है वोट

हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री अनुराग अग्रवाल ने कहा कि लोकतंत्र के पर्व में हर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें। इसके लिए प्रत्येक मतदाता यह सुनिश्चित कर लें कि उसका नाम मतदाता सूची में शामिल है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि जिस मतदाता का नाम मतदाता सूची में है, केवल वही अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकता है। किसी मतदाता का नाम मतदाता सूची में है, लेकिन उसके पास मतदाता पहचान पत्र नहीं है तो वह निर्वाचन आयोग द्वारा निर्दिष्ट 11 वैकल्पिक पहचान पत्र दिखाकर भी अपना वोट डाल सकता है।

उन्होंने ने बताया कि मतदाता के पास पुराना वोटर कार्ड है तो भी वह वोट डाल सकता है, बशर्ते कि उसका नाम उस क्षेत्र की मतदाता सूची में होना चाहिए। किसी मतदाता का नाम मतदाता सूची में नहीं है तथा वह वोट डालने के लिए मतदान केंद्र पर अपना आधार कार्ड या वोटर कार्ड या अन्य कोई पहचान पत्र दिखाता है तो उसे वोट डालने नहीं दिया जाएगा। कोई भी मतदाता केवल तभी वोट डाल सकता है जब उसका नाम मतदाता सूची में दर्ज हो।

Haryana Lok Sabha Elections 2024: पिता बीरेंद्र सिंह ने बृजेंद्र सिंह को टिकट नहीं मिलने पर प्रतिक्रिया दी

Haryana Lok Sabha Elections 2024: पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ Congress नेता Birendra Singh ने रविवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) भले ही ‘400 पार’ का नारा लगा रही हो, लेकिन वह 200 सीटों तक भी नहीं पहुंच पाएगी. उन्होंने कहा कि यह चुनाव लोकतंत्र और संविधान को बचाने का है. लोकसभा चुनाव के लिए पहले दो चरण के मतदान के बाद BJP खेमे में निराशा है.

हाल ही में BJP छोड़कर Congress में लौटे Birendra Singh ने आरोप लगाया कि BJP की सोच सिर्फ लोगों को जाति और धर्म के नाम पर बांटकर सत्ता में बने रहना है. Congress नेता जींद में अपने समर्थकों की एक बैठक को संबोधित कर रहे थे, जहां उनके समर्थकों ने Congress द्वारा हिसार से निवर्तमान सांसद और उनके बेटे बृजेंद्र सिंह को टिकट देने से इनकार करने पर गुस्सा व्यक्त किया।

इस पर Birendra Singh ने कहा कि Brijendra Singh हिसार से Congress के टिकट के स्वाभाविक दावेदार थे, लेकिन चुनाव में ऐसा कुछ करने का मतलब सीधे तौर पर BJP को फायदा पहुंचाना होगा और ऐसा किसी भी सूरत में नहीं होना चाहिए.

Birendra Singh 10 साल बाद Congress में लौटे हैं

आपको बता दें कि Birendra Singh ने इसी महीने की शुरुआत में BJP छोड़ दी थी और 10 साल बाद Congress में वापसी की थी. Brijendra BJP से हिसार से सांसद हैं और वह भी Congress में शामिल हो गए हैं. Birendra Singh ने कहा कि उन्हें लगता था कि Congress और BJP की विचारधारा में कुछ अंतर होगा, लेकिन 10 साल में उन्हें पता चला कि Congress की सोच किसानों, मजदूरों और देश को मजबूत करने की है. उन्होंने आरोप लगाया कि BJP की सोच सिर्फ लोगों को जाति और धर्म के नाम पर बांटकर सत्ता में बने रहना है.

BJP को 200 सीटें भी नहीं मिलेंगी

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि BJP ‘400 के पार’ का नारा सिर्फ इसलिए दे रही है ताकि वह देश से लोकतंत्र खत्म कर सके और संविधान बदल सके, लेकिन वह 200 सीटें भी नहीं जीत पाएगी. उन्होंने दावा किया कि आज देश में जो लोग सत्ता में हैं वे देश में ऐसी व्यवस्था चाहते हैं जैसी रूस और चीन में है.

Lok Sabha Elections 2024: Haryana में आज से लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन संभव होगा, सुरक्षा तीन स्तरों में होगी

Lok Sabha Elections: Haryana में आज से शुरू होगी नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया नामांकन प्रक्रिया शुरू होने से पहले रविवार को उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी Pradeep Dahiya की अध्यक्षता में लघु सचिवालय स्थित DC कोर्ट के बैठक कक्ष में नामांकन प्रक्रिया को लेकर रिहर्सल का आयोजन किया गया. रिहर्सल के दौरान DC Pradeep Dahiya ने अधिकारियों को संबोधित किया.

उन्होंने कहा कि हिसार लोकसभा क्षेत्र (हिसार लोकसभा सीट 2024) के लिए नामांकन पत्र लघु सचिवालय स्थित रिटर्निंग अधिकारी के न्यायालय कक्ष में लिए जाएंगे। चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों को अपना नामांकन निर्धारित प्रारूप 2-ए में भरकर जमा करना होगा।

उन्होंने अधिकारियों को नामांकन प्रक्रिया के दौरान पूरी सतर्कता के साथ काम करने का निर्देश दिया. नामांकन पत्र दाखिल करने वाले अभ्यर्थियों को नियमों की पूरी जानकारी उपलब्ध कराएं। इस मौके पर चुनाव Tehsildar Jagdeep Mann, नगर निगम के संयुक्त आयुक्त Preetpal, जिला सूचना प्रौद्योगिकी अधिकारी Akhilesh मौजूद रहे।

CCTV कैमरे की निगरानी में आज से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.

हिसार लोकसभा क्षेत्र के लिए नामांकन प्रक्रिया 29 अप्रैल से CCTV कैमरों की निगरानी में शुरू होगी और 6 मई तक चलेगी। उम्मीदवार सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक नामांकन कर सकते हैं। नामांकन की जांच 7 मई को होगी और नामांकन वापस लेने की प्रक्रिया 9 मई तक जारी रहेगी. इसके अलावा 25 मई को मतदान होगा और 4 जून को चुनाव नतीजे घोषित (Haryana Lok Sabha Elections 2024) होंगे। मतदाता सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक वोट डाल सकेंगे.

निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाएगा

पुलिस अधीक्षक मोहित हांडा ने कहा कि रिटर्निंग अधिकारी के कार्यालय में नामांकन दाखिल करते समय चुनाव आयोग द्वारा जारी निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाएगा। नामांकन के दौरान लघु सचिवालय में तीन लेयर की बैरिकेडिंग कर सुरक्षा व्यवस्था की गयी है.

उन्होंने कहा कि लघु सचिवालय के मुख्य द्वार और बाहरी कार्डन, लघु सचिवालय के आंतरिक कार्डन और जिला उपायुक्त के कोर्ट रूम पर पुलिस सुरक्षा व्यवस्था की गई है।

सुरक्षाकर्मियों द्वारा इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से जांच के बाद ही प्रत्याशी समेत पांच लोगों को अंदर भेजा जायेगा. परिसर के अंदर प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी तैनात रहेंगे जो जरूरत पड़ने पर पूछताछ कर सकेंगे.

तीन लेयर में सुरक्षा की निगरानी की जाएगी

तीन परतों में सुरक्षा निगरानी पुलिस उपाधीक्षक (Haryanaपुलिस) रैंक के अधिकारियों द्वारा की जाएगी। साथ ही पर्याप्त संख्या में पुलिस बल मौजूद रहेंगे. नामांकन प्रक्रिया को सही ढंग से संपन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से पुख्ता इंतजाम किये गये हैं.

उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी Pradeep Dahiya ने कहा कि नामांकन प्रक्रिया एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। नामांकन प्रक्रिया से जुड़े सभी सहायक निर्वाची पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारी एवं कर्मचारी इस बात को भलीभांति समझ लें ताकि मौके पर किसी प्रकार की असुविधा न हो.

Haryana: Guhla विधायक पूर्व उप मुख्यमंत्री Dushyant Chautala के खिलाफ आगे बढ़े, वादा तोड़ने का आरोप

Kaithal के Guhla विधायक ईश्वर सिंह ने पूर्व उपमुख्यमंत्री Dushyant Chautala के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. शुक्रवार को चीका स्थित अपने आवास पर आयोजित पत्रकार वार्ता में विधायक ईश्वर सिंह ने जहां Dushyant Chautala पर जमकर निशाना साधा, वहीं मंत्री न बनाए जाने का दर्द भी बयां किया। इस दौरान उनके साथ JJP छोड़ चुके डेयरी डेवलपमेंट एसोसिएशन के पूर्व चेयरमैन रणधीर सिंह भी मौजूद रहे.

विधायक ईश्वर सिंह ने Dushyant Chautala पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए साफ कर दिया कि जल्द ही उनका बेटा Congress पार्टी में शामिल होगा. उन्होंने चौटाला पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब वह पार्टी में शामिल हुए थे तो JJP का राज्य में कोई अस्तित्व नहीं था, फिर भी 2019 के चुनाव में जीतने वाले वह कैथल जिले से एकमात्र विधायक थे. ईश्वर सिंह ने कहा कि कई दिनों तक उन्हें सरकार में मंत्री बनाने की चर्चाएं चलती रहीं लेकिन अंत में Dushyant ने उन्हें किनारे कर जूनियर विधायकों को मंत्री बना दिया.

गुस्साए ईश्वर सिंह ने कहा कि वे गुहला की टूटी सड़कों के मुद्दे को लेकर कई बार Dushyant Chautala के पास गए, लेकिन लोक निर्माण मंत्री होने के बावजूद Dushyant ने गुहला की सड़कें नहीं बनवाईं। जिसके कारण यहां के लोगों को काफी समय तक परेशानियों का सामना करना पड़ा। और उन्हें राजनीतिक नुकसान उठाना पड़ा. ईश्वर सिंह ने कहा कि Dushyant के अहंकार के कारण JJP ऐसी स्थिति में पहुंच गई है कि उनके पास लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए 10 उम्मीदवार भी नहीं हैं.

एक सवाल के जवाब में विधायक ने कहा कि गुहला में हुए सभी चुनाव उन्होंने अपने दम पर जीते हैं। विधायक और अध्यक्ष बनाने में JJP या Dushyant का कोई योगदान नहीं था. विधायक ईश्वर सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव लड़ रहे सभी दलों के प्रत्याशियों के पास इस क्षेत्र के विकास के लिए कोई विजन नहीं है. ये नेता सिर्फ वोट लेने आये हैं और चुनाव के बाद कभी नजर नहीं आयेंगे.

ईश्वर सिंह ने कहा कि वह उसी प्रत्याशी को समर्थन देंगे जो Guhla व Siwan में शीघ्र बाईपास बनवाना, कैथल से चीका तक फोरलेन सड़क निर्माण को वन विभाग से मंजूरी दिलाना, हरिद्वार से चीका तक एक्सप्रेस-वे बनवाना चाहेगा। शीघ्र निर्माण. घग्गर नदी से होने वाले नुकसान का स्थाई समाधान करने का ठोस वादा करेंगे। डेयरी डेवलपमेंट एसोसिएशन के पूर्व चेयरमैन रणधीर सिंह से जब जेजेपी छोड़ने के मुद्दे पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अब JJP की दुकान में बेचने के लिए कोई सामान नहीं बचा है. रणधीर सिंह ने कहा कि वह अपने समर्थकों से सलाह-मशविरा कर जल्द ही कुमारी शैलजा के नेतृत्व में Congress में शामिल होंगे.

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