Haryana Elections 2024: उड़न दस्ते और निगरानी टीमों का गठन

उपायुक्त और जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. यश गर्ग ने सोमवार को घोषणा की कि भारत निर्वाचन आयोग ने Haryana Elections 2024 की तारीखों का ऐलान कर दिया है।

इसके साथ ही आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गई है।

चुनाव की निष्पक्षता और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए जिला में विभिन्न निगरानी उपाय किए जा रहे हैं।

Kuldeep Singh Dhaliwal ने की अजनाला-बल्लढ़वाल को रेल नेटवर्क…

 Haryana Elections 2024 : Dr. Yash Garg ने बताया कि चुनाव

Dr. Yash Garg ने बताया कि चुनाव के दौरान कैश, शराब, हथियार और अन्य चुनाव संबंधी सामग्री की निगरानी के लिए उड़न दस्ते

और स्थैतिक निगरानी टीमों (एसएसटी) का गठन किया गया है।

यदि किसी भी उम्मीदवार, उनके एजेंट या पार्टी कार्यकर्ता की गाड़ी में 50 हजार रुपये से अधिक नकद राशि,

पोस्टर, चुनाव सामग्री, ड्रग्स, शराब, हथियार या 10 हजार रुपये से अधिक कीमत की उपहार सामग्री पाई जाती है,

जिसे मतदाताओं को प्रलोभित करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, तो उसे जब्त किया जाएगा।

अवैध सामग्री की पहचान और जब्ती के लिए

इस प्रक्रिया के तहत किसी भी अवैध सामग्री की पहचान और जब्ती के लिए एक समिति का गठन किया गया है।

Dr. Yash Garg ने बताया कि इस समिति के अध्यक्ष अतिरिक्त उपायुक्त पंचकूला सचिन गुप्ता होंगे,

जबकि सदस्य के तौर पर जिला परिषद पंचकूला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गगनदीप सिंह,

डीईटीसी (जीएसटी) पंचकूला हनीश गुप्ता और खजाना अधिकारी पंचकूला सुनीता पातर शामिल होंगे।

 Haryana Elections 2024 : पुलिस या स्थैतिक निगरानी टीमों द्वारा

समिति का कार्य पुलिस या स्थैतिक निगरानी टीमों द्वारा की गई जब्ती के मामलों का स्वतः संज्ञान लेना होगा।

यदि समिति को कोई ऐसा मामला मिलता है जहां जब्ती के खिलाफ एफआईआर या शिकायत दर्ज नहीं की गई है

और जब्ती मानक संचालन प्रक्रियाओं के अनुसार किसी उम्मीदवार, राजनीतिक पार्टी या चुनाव अभियान से जुड़ी नहीं है,

तो समिति मौखिक आदेश पारित कर सकती है ताकि बरामद नकदी वापस की जा सके।

समिति यह सुनिश्चित करेगी कि सभी मामलों का निपटारा भारत चुनाव आयोग द्वारा जारी दिशानिर्देशों के अनुसार हो।

इस प्रकार, चुनाव के दौरान किसी भी तरह की असुविधा और अव्यवस्था से बचने के लिए पूरी तैयारी की जा रही है,

ताकि चुनाव प्रक्रिया स्वच्छ और निष्पक्ष हो सके।

 

पंचकूला में NDPS ACT 1985 पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम

हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान, सेक्टर-25, पंचकूला में सोमवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य NDPS ACT 1985 के तहत जागरूकता फैलाना था।

यह कार्यक्रम जिला बाल संरक्षण अधिकारी पंचकूला द्वारा आयोजित किया गया

और इसमें महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी सीमा रोहिला ने मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लिया।

NDPS ACT 1985 की बारीकियों से अवगत कराया गया

इस कार्यक्रम में स्टेकहोल्डर्स को बच्चों में नशे की बढ़ती समस्या के संदर्भ में एनडीपीएस एक्ट 1985 की बारीकियों से अवगत कराया गया।

मुख्य उद्देश्य था कि सभी उपस्थित लोग बच्चों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कर सकें,

क्योंकि नशे के कारण कई बच्चे अपराध की ओर प्रवृत्त हो रहे हैं।

रिसोर्स पर्सन डॉ. सुवीर सक्सेना, स्टेट प्रोजेक्ट ऑफिसर मेंटल हेल्थ और डी-एडिक्शन, ने बताया

कि एनडीपीएस एक्ट 1985 का उद्देश्य नशीले और मादक पदार्थों के भंडारण, उपभोग, खेती, बिक्री, खरीद

और विनिर्माण को रोकना और दोषियों को दंडित करना है।

उन्होंने उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को अधिनियम के उद्देश्यों को समझाते हुए जानकारी प्रदान की।

एनडीपीएस एक्ट में 238 प्रकार की नशीली चीजों को प्रतिबंधित

मधुबन से आए सब इंस्पेक्टर रवि पीएसआई ने बताया कि एनडीपीएस एक्ट में 238 प्रकार की नशीली चीजों को प्रतिबंधित किया गया है।

उन्होंने बताया कि मात्रा के आधार पर सजा का प्रावधान है:

अल्प मात्रा (5 ग्राम तक) के लिए एक साल तक की सजा,

मध्यम मात्रा (5 से 10 ग्राम तक) के लिए एक से दस साल की सजा और वाणिज्यिक मात्रा (10 ग्राम से एक किलो) के लिए दस से बीस साल तक की सजा का प्रावधान है।

उन्होंने नारकोटिक्स और साइकोट्रोपिक पदार्थों के बीच अंतर भी स्पष्ट किया। नारकोटिक्स वे पदार्थ हैं जो नींद बढ़ाते हैं,

जबकि साइकोट्रोपिक वे पदार्थ हैं जो मानसिक स्थिति को बदल सकते हैं,

जैसे उदासी को खुशी में बदलना।

डॉ. सक्सेना ने सभी को सलाह दी कि वे नशीले पदार्थों से दूर रहें और केवल डॉक्टर की सलाह पर दवाओं का प्रयोग करें।

जिला बाल संरक्षण अधिकारी निधि मालिक ने भी सभी स्टेकहोल्डर्स को जेजे (जुवेनाइल जस्टिस)

और पॉक्सो (चाइल्ड सेक्सुअल ऑफेंस) एक्ट के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की।

इस अवसर पर बाल कल्याण समिति, जिला बाल कल्याण अधिकारी, जिला कल्याण अधिकारी, सभी स्कूलों के प्रिंसिपल,

पुलिस विभाग के नोडल अधिकारी, बाल देखभाल संस्थानों में कार्यरत अधीक्षक,

काउंसलर और चाइल्ड वेलफेयर ऑफिसर, जिला समाज कल्याण अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग,

बाल विवाह निषेध अधिकारी, वन स्टॉप सेंटर और जिला बाल संरक्षण के समस्त स्टाफ भी मौजूद थे।

 

Surjewala: भाजपा पर युवाओं की बेरोजगारी और भर्ती घोटालों का आरोप

Surjewala: कैथल में शुभम पैलेस में युवा कांग्रेस द्वारा एक विशाल युवा सम्मेलन का आयोजन किया गया।

इस सम्मेलन की अगुआई युवा कांग्रेस के हल्काध्यक्ष दीक्षित गर्ग और युवा नेता राजन सेठ ने की।

रणदीप सिंह सुरजेवाला इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे और उन्हें पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया।

सम्मेलन में हजारों की संख्या में युवा मोटरसाइकिलों और ट्रैक्टरों के काफिले के साथ पहुंचे,

जिससे यह एक भव्य आयोजन बन गया। युवाओं की इतनी बड़ी भीड़ और सम्मेलन की सफलता को देखकर रणदीप सुरजेवाला काफी खुश नजर आए।

Bajrang Punia को मिली जान से मारने के धमकी

Surjewala ने अपने भाषण में भाजपा सरकार पर बोला तीखा हमला

सुरजेवाला ने अपने भाषण में भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने पिछले 10 वर्षों में युवाओं को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है।

हरियाणा में बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या बन गई है, और युवा रोजगार के लिए जमीन बेचकर विदेशों की ओर पलायन कर रहे हैं।

कई युवा गलत एजेंटों के चक्कर में विदेशों में जान गंवा रहे हैं,

जबकि केंद्र और राज्य सरकारें इस समस्या पर चुप्पी साधे हुए हैं।

सुरजेवाला ने बताया कि सरकारी विभागों में करीब 2 लाख पद खाली हैं और 13,000 पद पहले ही समाप्त कर दिए गए हैं।

सरकारी स्कूलों को बंद किया जा रहा है और सरकारी भर्ती प्रक्रिया को पूरी तरह ठप कर दिया गया है।

HKRN के माध्यम से युवाओं को भ्रमित किया जा रहा है और उनकी नौकरी के सपनों को तोड़ा जा रहा है।

हरियाणा के युवाओं को प्राइवेट सेक्टर में भी कोई अवसर नहीं मिल रहा, और बेरोजगारी के कारण नशे की समस्या बढ़ रही है।

पीएचडी पास युवा चपड़ासी की नौकरी के लिए फॉर्म

उन्होंने यह भी कहा कि पीएचडी पास युवा चपड़ासी की नौकरी के लिए फॉर्म भर रहे हैं और

बेरोजगारी की वजह से 1000 पदों के लिए 10 लाख फॉर्म भरे जा रहे हैं।

इस सब के चलते भाजपा सरकार लाखों रुपये की फीस के रूप में बटोर रही है।

सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के 10 साल के शासन में 47 पेपर लीक हो चुके हैं

और सरकारी नौकरी की प्रक्रिया में घोटाले बढ़ गए हैं।

अग्निवीर योजना के तहत युवाओं के भविष्य को दांव पर लगाया जा रहा है और

पब्लिक सर्विस कमीशन में नौकरियों की बोली लग रही है।

सुरजेवाला ने कहा कि हरियाणा की माटी के सपूतों को रोजगार के अवसर नहीं मिल रहे

और बाहरी राज्यों से युवाओं को तरजीह दी जा रही है, जिससे हरियाणा के युवा ठगे हुए महसूस कर रहे हैं।

Bajrang Punia को मिली जान से मारने के धमकी

देश के प्रसिद्ध पहलवान और अब किसान कांग्रेस के वर्किंग चेयरमैन Bajrang Punia को हाल ही में जान से मारने की धमकी मिली है।

यह धमकी एक विदेशी नंबर से व्हाट्सएप पर भेजी गई थी, और इसे लेकर बजरंग ने सोनीपत के बहालगढ़ थाना में शिकायत दर्ज कराई है।

CM Bhagwant Mann ने हरियाणा में की जनसभा, बदलाव की मुहिम शुरू

Bajrang Punia:  कांग्रेस छोड़ दो वरना तुम्हारे

धमकी भरे संदेश में लिखा गया है कि “बजरंग, कांग्रेस छोड़ दो वरना तुम्हारे और तुम्हारे परिवार के लिए यह अच्छा नहीं होगा।

यह हमारा आखिरी संदेश है। चुनाव के पहले हम दिखा देंगे कि हम क्या चीज़ हैं।

जहां शिकायत करनी है कर लो, यह हमारी पहली और आखिरी चेतावनी है।”

बजरंग पूनिया के कांग्रेस में शामिल

बजरंग पूनिया के कांग्रेस में शामिल होने के बाद यह धमकी आई है,

जिससे मामले की गंभीरता और भी बढ़ गई है।

सोनीपत बहालगढ़ थाना पुलिस इस धमकी के मामले की गहनता से जांच कर रही है

और सुरक्षा को लेकर आवश्यक कदम उठा रही है।

इस घटना ने बजरंग पूनिया और उनके परिवार के लिए चिंता का विषय बना दिया है,

और पुलिस प्रशासन को उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने की आवश्यकता है।

 

Digvijay Dhautala ने डबवाली से चुनाव न लड़ने का किया ऐलान

जननायक जनता पार्टी (JJP) के प्रधान महासचिव Digvijay Dhautala ने हाल ही में एक ऐसा ऐतिहासिक बयान दिया है,

जिसने न केवल हरियाणा की राजनीति को हिला कर रख दिया है, बल्कि पूरे देश के राजनीतिक परिदृश्य में एक नई चर्चा को जन्म दिया है।

दिग्विजय चौटाला ने खुलासा किया है कि अगर डबवाली विधानसभा क्षेत्र से उनके दादा, पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला,

चुनाव लड़ने की स्थिति उत्पन्न होती है, तो वे स्वयं चुनाव मैदान में नहीं उतरेंगे। उन्होंने अपने बयान में यह भी स्पष्ट किया कि

वे अपने दादा के सामने कभी चुनाव नहीं लड़ सकते, न ही ऐसी कोई कल्पना कर सकते हैं।

Digvijay Dhautala का यह बयान राजनीति के परिप्रेक्ष्य

दिग्विजय चौटाला का यह बयान राजनीति के परिप्रेक्ष्य में एक अभूतपूर्व घटना है।

उनका कहना था कि राजनीति में जो भी मान-मर्यादा और मुकाम वे और उनकी पार्टी आज हासिल कर चुके हैं,

यह सब उनके दादा ओमप्रकाश चौटाला के अथक परिश्रम और नेतृत्व का परिणाम है।

उन्होंने अपने बयान में कहा, “ओमप्रकाश चौटाला हमारे लिए केवल एक नेता नहीं, बल्कि आदर्श और प्रेरणा स्रोत हैं।

उनका सम्मान और उनका योगदान हमारे लिए सर्वोपरि हैं। इसलिए, डबवाली से चुनाव लड़ना उनके सम्मान के खिलाफ होगा।

अगर दादा जी चुनावी मैदान में उतरते हैं, तो मैं अपनी उम्मीदवारी तुरंत वापस ले लूंगा।”

डबवाली में पत्रकारों से बातचीत करते Digvijay Dhautala

दिग्विजय चौटाला ने शुक्रवार को डबवाली में पत्रकारों से बातचीत करते हुए अपने इस ऐतिहासिक निर्णय की पुष्टि की।

उन्होंने कहा कि उनकी यह घोषणा राजनीति में एक नई मिसाल कायम करेगी और

यह दर्शाएगी कि पारिवारिक सम्मान और आदर्श कितने महत्वपूर्ण होते हैं।

उनका यह कदम यह साबित करता है कि पारिवारिक संबंधों और आदर्शों को राजनीति से ऊपर रखा जा सकता है।

इस बीच, दिग्विजय चौटाला ने डबवाली हलके के विभिन्न गांवों में एक भव्य रोड शो का आयोजन किया और लोगों से वोट की अपील की।

उनके रोड शो में भीड़ उमड़ पड़ी और ग्रामीणों ने भारी समर्थन जताया।

दिग्विजय ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि अगर उन्हें जन आशीर्वाद मिला,

तो वे डबवाली को पूर्ण जिला का दर्जा दिलाने के लिए पूरी ताकत लगाएंगे।

उन्होंने यह भी कहा कि जेजेपी ने विधायक न होने के बावजूद डबवाली के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

उनका आरोप था कि विपक्षी पार्टी के नेता द्वारा विकास कार्यों के बोर्ड लगाकर श्रेय लेने की कोशिश की जा रही है,

लेकिन डबवाली की जनता जानती है कि वास्तविक विकास किसने किया है।

नशे के खिलाफ अपनी सख्त नीतियों की घोषणा

दिग्विजय ने अपनी प्राथमिकताओं की ओर भी ध्यान आकर्षित किया।

उन्होंने नशे के खिलाफ अपनी सख्त नीतियों की घोषणा की और कहा कि नशे की तस्करी करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

उनका यह बयान नशे के खिलाफ उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है और यह उनके चुनावी एजेंडे का महत्वपूर्ण हिस्सा है।

इसके साथ ही, दिग्विजय चौटाला ने 10 सितंबर को अपने नामांकन के दौरान ग्रामीणों और कार्यकर्ताओं से उपस्थित रहने की अपील की।

इस अवसर पर विधायक नैना चौटाला ने भी दिग्विजय के लिए वोट की अपील की और उनकी निष्ठा और समर्पण की सराहना की।

राजनीति में पारिवारिक मूल्यों और सम्मान की अहमियत

दिग्विजय चौटाला का यह निर्णय न केवल उनके परिवार और पार्टी के लिए गर्व का विषय है,

बल्कि यह राजनीति में पारिवारिक मूल्यों और सम्मान की अहमियत को भी उजागर करता है।

इसने राजनीति के प्रति एक नई सोच और दिशा का संकेत दिया है,

जो निश्चित ही आने वाले दिनों में चर्चा का विषय बनेगा।

haryana assembly elections 2024 की तैयारियों पर पंचकूला में बड़ी बैठक

भारत निर्वाचन आयोग ने पंचकूला में एक ऐतिहासिक बैठक आयोजित की, जिसमें haryana assembly elections 2024  की तैयारियों को लेकर अभूतपूर्व घोषणाएं की गईं।

इस बैठक की अध्यक्षता की एक्सपैंडिचर आब्जर्वर श्री दारसी सुमन रतनाम, आईआरएस ने,

जिन्होंने चुनावी तैयारियों में क्रांति ला देने वाले निर्देश जारी किए।

यह बैठक लघु सचिवालय के सभागार में हुई, और इसके एजेंडे ने सभी उपस्थित अधिकारियों को चेतावनी दी

कि चुनाव इस बार किसी भी तरह की गड़बड़ी या भ्रष्टाचार से मुक्त रहेगा।

दारसी सुमन रतनाम ने बैठक के दौरान स्पष्ट रूप से कहा

श्री दारसी सुमन रतनाम ने बैठक के दौरान स्पष्ट रूप से कहा कि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा।

उन्होंने विभिन्न टीमों के नोडल अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वे एकजुट होकर कार्य करें और

आचार संहिता के उल्लंघन पर तुरंत और कठोर कार्रवाई करें।

इस संबंध में, उन्होंने सभी विभागों के नोडल अधिकारियों से आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों की रिपोर्ट समय पर प्रस्तुत करने की मांग की,

ताकि कोई भी गड़बड़ी तुरंत ठीक की जा सके।

डॉ. यश गर्ग ने भी अपने विचार साझा किए

बैठक के दौरान उपायुक्त और जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. यश गर्ग ने भी अपने विचार साझा किए।

उन्होंने बताया कि चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए एक्सपैंडिचर मानिटरिंग कमेटी की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है।

डॉ. गर्ग ने कहा कि यह सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है कि चुनाव किसी भी प्रकार के धन-बल से प्रभावित न हो।

उन्होंने कहा कि 5 सितंबर को हरियाणा विधानसभा चुनाव की नोटिफिकेशन जारी हो चुकी है

और नामांकन प्रक्रिया 12 सितंबर तक चलेगी।

haryana assembly elections 2024: कमेटी के सदस्यों की संख्या बढ़ाई जाए

श्री दारसी सुमन रतनाम ने मीडिया सर्टिफिकेशन मानिटरिंग कमेटी (एमसीएमसी) को और अधिक प्रभावी बनाने का आदेश दिया।

उन्होंने सुझाव दिया कि कमेटी के सदस्यों की संख्या बढ़ाई जाए ताकि मीडिया की सभी गतिविधियों की गहनता से निगरानी की जा सके।

साथ ही, चुनाव आचार संहिता की शिकायतों के लिए जारी किए गए टोल-फ्री नंबर 1950 का व्यापक प्रचार करने की बात भी की,

ताकि अधिक से अधिक लोग इस सुविधा का लाभ उठा सकें।

haryana assembly elections 2024: सीआईएसएफ को भी शामिल किया जाए

फलाईग स्कवायड की कार्य प्रणाली पर चर्चा करते हुए श्री दारसी ने कहा

कि फलाईग स्कवायड में प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ सीआईएसएफ को भी शामिल किया जाए।

यह कदम सुनिश्चित करेगा कि चुनावी गतिविधियाँ पूरी तरह से सुरक्षित और निगरानी में रहें।

जिले में तीन-तीन फलाईग स्कवायड टीमों का गठन किया गया है

जो कालका और पंचकूला विधानसभाओं की चुनावी प्रक्रिया पर निगरानी रखेंगी।

हर नाके पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश

चुनाव में किसी भी अवैध गतिविधि को रोकने के लिए, श्री दारसी ने हर नाके पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए हैं।

अब तक, जिला में 9 नाके लगाए जा चुके हैं, और इनमें प्रत्येक पर सीसीटीवी कैमरा स्थापित किया जा रहा है।

इसके अलावा, अवैध शराब और कैश की आवाजाही को रोकने के लिए नियमित चेकिंग की जा रही है।

चुनाव आचार संहिता के लागू होने के बाद, अब तक 500 शराब की बोतलें जब्त की जा चुकी हैं,

और चार औचक निरीक्षण टीमों का गठन किया गया है।

चुनाव के निष्पक्ष और पारदर्शी आयोजन के लिए

इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त श्री सचिन गुप्ता, डीसीपी क्राइम और ट्रैफिक वीरेंद्र सांगवान, और अन्य संबंधित अधिकारियों ने भी भाग लिया।

सभी ने चुनाव के निष्पक्ष और पारदर्शी आयोजन के लिए अपनी पूरी तैयारी और समर्पण का वादा किया।

इस सम्मेलन ने यह स्पष्ट कर दिया कि हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 को पूरी तरह से पारदर्शी

और भ्रष्टाचार-मुक्त बनाने के लिए प्रशासन पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।

 

Panchkula: विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर सीमावर्ती जिलों अधिकारियों…

Panchkula: उपायुक्त और जिला निर्वाचन अधिकारी डा. यश गर्ग ने विधानसभा आम चुनाव 2024 को स्वतंत्र, निष्पक्ष, और शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित करने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की।

यह बैठक लघु सचिवालय के सभागार में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की गई, जिसमें अन्य राज्यों के सीमावर्ती जिलों के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक शामिल हुए।

बैठक में हिमाचल प्रदेश के सिरमौर, सोलन, और बद्दी, पंजाब के मोहाली, और चंडीगढ़ के अधिकारियों ने भाग लिया।

बैठक का मुख्य उद्देश्य इन सीमावर्ती जिलों के बीच समन्वय स्थापित करना था,

ताकि शराब, नशीले पदार्थ, हथियार, नकदी और अवांछित व्यक्तियों की आवाजाही पर नियंत्रण रखा जा सके।

Panchkula: हरियाणा विधानसभा आम चुनाव 2024 के लिए तारीखों की घोषणा

डा. यश गर्ग ने कहा कि चुनाव आयोग ने हरियाणा विधानसभा आम चुनाव 2024 के लिए तारीखों की घोषणा कर दी है।

चुनाव का नोटिफिकेशन 5 सितंबर को जारी कर दिया गया है। मतदान 5 अक्टूबर को और मतगणना 8 अक्टूबर को होगी।

डा. गर्ग ने चुनाव को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए शराब, नशीले पदार्थ, हथियार, नकदी और

अवांछित व्यक्तियों की आवाजाही पर कड़ी निगरानी रखने की आवश्यकता पर जोर दिया।

उन्होंने विशेष रूप से चंडीगढ़ से शराब की सप्लाई पर निगरानी की बात की, क्योंकि चंडीगढ़ में शराब का कोटा ज्यादा और रेट भी कम हैं।

चुनाव आयोग के सख्त निर्देश हैं कि अवैध शराब की सप्लाई पर रोक लगाई जाए।

इसके साथ ही जीरकपुर से एनडीपीएस/ड्रग्स की मूवमेंट पर भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।

डा. गर्ग ने उपायुक्त मोहाली को इस संबंध में उचित कदम उठाने का निर्देश दिया।

भगोड़ों की चुनावी क्षेत्र में आवाजाही को रोकने

अपराधियों, अवांछित लोगों, और भगोड़ों की चुनावी क्षेत्र में आवाजाही को रोकने के लिए भी सख्त निर्देश दिए गए।

उन्होंने कालका और पंचकूला विधानसभा के चुनाव को शांतिपूर्वक सम्पन्न करवाने के लिए आपसी सहयोग की अपील की।

पुलिस उपायुक्त हिमाद्री कौशिक ने चुनाव के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने और

ड्रग्स व अन्य प्रतिबंधित पदार्थों की आवाजाही को रोकने के लिए उठाए गए कदमों पर चर्चा की।

उन्होंने बताया कि वर्तमान में नौ इंटर डिस्ट्रिक्ट नाके लगाए गए हैं, जिनमें से सात सीमावर्ती जिलों पर स्थित हैं।

इन नाकों में पंचकूला के सेक्टर 17-18, मौली जागरा, मनीमाजरा, पंजाब के जीरकपुर, रामनगर, पीर मुछल्ला, और हिमाचल प्रदेश के बद्दी शामिल हैं।

Panchkula: चुनाव से 72 घंटे पहले नाकों की संख्या बढ़ा दी जाएगी

उन्होंने कहा कि चुनाव से 72 घंटे पहले नाकों की संख्या बढ़ा दी जाएगी और संयुक्त नाकों की व्यवस्था की जाएगी

ताकि अन्य प्रदेशों से शराब, नशीले पदार्थ, नकदी और हथियार की आवाजाही को रोका जा सके।

नाकों पर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) तैनात होंगे और उनकी चेकिंग भी की जाएगी।

सभी नाकों पर सीसीटीवी की व्यवस्था की जाएगी ताकि किसी भी अवैध गतिविधि पर नज़र रखी जा सके।

इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त सचित गुप्ता, डीईटीसी एक्साइज आरके चौधरी, डीईटीसी सेल्ज हनीश गुप्ता,

चुनाव नायब तहसीलदार अजय राठी और अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित थे।

इस बैठक ने आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर एक मजबूत और सुसंगठित दृष्टिकोण स्थापित किया।

Assembly General Elections 2024: वाहनों के प्रयोग पर कड़ी निगरानी

डॉ. यश गर्ग, उपायुक्त और जिला निर्वाचन अधिकारी, ने Assembly General Elections 2024 के लिए चुनाव प्रचार में वाहनों के उपयोग को लेकर कड़े दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

इस बार चुनाव प्रचार को लेकर नियमों में बदलाव किए गए हैं

ताकि जनसाधारण को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और चुनाव प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ सम्पन्न हो सके।

चुनाव प्रचार के लिए वाहनों का उपयोग करने से पहले

डॉ. गर्ग ने कहा कि चुनाव प्रचार के लिए वाहनों का उपयोग करने से पहले उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों को विशेष अनुमति प्राप्त करनी होगी।

बिना इस अनुमति के किसी भी प्रकार के प्रचार वाहन का प्रयोग कानूनन अवैध माना जाएगा।

और यह बात तय है कि अब किसी भी उम्मीदवार या पार्टी को बिना अनुमति के प्रचार के लिए वाहनों का इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा।

इससे यह सुनिश्चित होगा कि चुनाव प्रचार पूरी तरह से नियंत्रित और व्यवस्थित रहेगा।

उन्होंने यह भी बताया कि सभी वाहनों का विवरण चुनाव आयोग को पहले से प्रदान करना अनिवार्य होगा।

प्रचार के लिए उपयोग किए जाने वाले वाहनों का पूरा ब्योरा व्यय पर्यवेक्षक को देना होगा

ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि चुनाव खर्च में सही तरीके से जोड़ा जाए।

अगर किसी उम्मीदवार को अतिरिक्त वाहन की जरूरत है, तो उसे पहले से ही सूचना देनी होगी।

यही नहीं, प्रचार के दौरान वाहनों का उपयोग उन क्षेत्रों और तहसीलों में विस्तृत किया जाएगा, जहां ये वाहन चलाए जाएंगे।

Assembly General Elections 2024: वाहनों के उपयोग के नियम बेहद सख्त

चुनाव प्रचार के दौरान वाहनों के उपयोग के नियम बेहद सख्त हैं।

सुरक्षा वाहन को छोड़कर, एक बार में 10 से ज्यादा वाहनों का काफिला चलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

और जो भी बड़े काफिले चलेंगे, उन्हें छोटे-छोटे काफिलों में बांटा जाएगा।  इन काफिलों के बीच कम से कम 100 मीटर की दूरी रखनी होगी।

यह नियम सुनिश्चित करेगा कि ट्रैफिक में किसी भी तरह की भीड़-भाड़ और अराजकता न फैले।

डॉ. गर्ग ने यह भी स्पष्ट किया कि साइकिल-रिक्शा का उपयोग चुनाव प्रचार के लिए किया जा सकता है।

साइकिल-रिक्शा को चुनाव प्रचार के लिए मान्यता प्राप्त

जन प्रतिनिधि अधिनियम, 1951 की धारा 160 के अनुसार, साइकिल-रिक्शा को चुनाव प्रचार के लिए मान्यता प्राप्त है।

लेकिन, इसका उपयोग करने पर उम्मीदवार को इसके खर्च का विवरण अपने चुनाव व्यय खाते में देना होगा।

यदि रिक्शा के पास कोई नगरपालिका पंजीकरण या परमिट नहीं है,

तो रिक्शा चालक को रिटर्निंग अधिकारी द्वारा व्यक्तिगत परमिट प्रदान किया जाएगा, जिसे उसे अपने साथ रखना होगा।

Assembly General Elections 2024: रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक प्रतिबंध

चुनाव प्रचार के दौरान लाउडस्पीकरों के उपयोग पर भी रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक प्रतिबंध रहेगा।

इस नियम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि चुनाव प्रचार के दौरान रात के समय में किसी भी नागरिक को असुविधा न हो।

रिटर्निंग अधिकारी इस पूरे प्रक्रिया की निगरानी करेंगे और यदि कोई नियमों की अवहेलना करता है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इस सख्त नियमावली के साथ, चुनाव प्रचार को लेकर एक नई पारदर्शिता और अनुशासन देखने को मिलेगा।

सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि चुनाव प्रक्रिया सुव्यवस्थित, निष्पक्ष और सभी के लिए परेशानी रहित हो।

Haryana Elections की जोरदार तैयारी, सीईओ ने अधिकारियों को दिए..

Haryana Elections मैदान में जोरदार हलचल मच गई है, और इसका पूरा श्रेय जाता है राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी, श्री पंकज अग्रवाल को।

जैसे ही उन्होंने चुनावी तैयारियों की कमान संभाली, उन्होंने जिलों में हड़कंप मचा दिया।

चंडीगढ़ में आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान श्री अग्रवाल ने अपने निर्देशों की बौछार करते हुए

चुनावी अधिकारियों को ऐसी दिशा-निर्देश दिए कि मानो चुनाव का ऐतिहासिक आयोजन होने वाला हो।

श्री पंकज अग्रवाल ने जोरदार आवाज में कहा कि मतदाता जागरूकता अभियान (स्वीप) को अब तक के सबसे बड़े स्तर पर चलाना होगा।

Haryana Elections : जिला स्तरों और विधानसभा क्षेत्रों में एक महाकुंभ

जी हां, आप ठीक समझे! उन्होंने कहा कि यह अभियान सभी जिला स्तरों और विधानसभा क्षेत्रों में एक महाकुंभ की तरह होना चाहिए।

पोलिंग स्टेशनों पर मतदान बढ़ाने के लिए सभी को जागरूक करना होगा,

खासकर उन इलाकों में जहां पिछली बार मतदाताओं ने कम रुचि दिखाई थी।

इस बार, इन क्षेत्रों में स्वीप गतिविधियों की बारिश होनी तय है ताकि वोटिंग प्रतिशत आसमान छू सके। एक अद्भुत ऐलान करते हुए,

श्री अग्रवाल ने कहा कि नामांकन के दौरान रिटर्निंग अधिकारियों के पास मतदाता सूची होनी चाहिए,

जैसे कि यह कोई रत्न हो। इस सूची के बिना, उम्मीदवारों की वोटिंग की निगरानी एक असंभव मिशन हो सकती है।

इसके अलावा, सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को अपने जिलों की जिला चुनाव प्रबंधन योजना

और जिला चुनाव कम्युनिकेशन योजना तैयार करने का आदेश दिया गया है,

जिसे मुख्य निर्वाचन कार्यालय में तुरंत भेजना अनिवार्य है।

यह कदम इस बात की गारंटी देगा कि चुनावी तैयारी में कोई कमी न रह जाए।

85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं की

अब बात करते हैं दिव्यांग और 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं की, जो इस बार चुनाव में विशेष ध्यान का केंद्र होंगे।

श्री पंकज अग्रवाल  ने फरमान सुनाया कि फार्म 12-डी को समय पर बीएलओ के माध्यम से एकत्रित किया जाए।

इस प्रक्रिया में अगर एक भी गलती हुई, तो यह चुनाव की स्वच्छता पर प्रश्नचिन्ह लगा सकती है।

नए वोटर्स के लिए फार्म 6 और फार्म 8 को 2 सितम्बर तक निपटाने की हिदायत दी गई,

ताकि अंतिम नामांकन की तारीख 12 सितम्बर तक सभी काम सही तरीके से हो जाएं।

कोई भी पात्र मतदाता इस बार मतदान के अधिकार से वंचित नहीं रहेगा, यह श्री पंकज अग्रवाल ने सुनिश्चित किया है।

मतदाताओं के नाम पूरक वोटर लिस्ट में

एक और महत्वपूर्ण निर्देश के तहत, जिन मतदाताओं के नाम पूरक वोटर लिस्ट में जोड़े गए हैं,

उनके फोटोयुक्त मतदाता पहचान पत्र डाक विभाग के माध्यम से भेजे जाएंगे।

यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी रिटर्निंग अधिकारियों की होगी

कि चुनाव प्रक्रिया की सारी बारीकियों का पालन हो और कोई भी लापरवाही न हो।

श्री अग्रवाल ने इस बात पर जोर दिया कि चुनाव प्रक्रिया को पूरी ईमानदारी और निष्पक्षता के साथ निभाना हर अधिकारी की जिम्मेदारी है।

Haryana Elections महासंग्राम के लिए एक अंतिम चेतावनी

श्री पंकज अग्रवाल के ये निर्देश जैसे हरियाणा के चुनावी महासंग्राम के लिए एक अंतिम चेतावनी हों।

उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि इस बार कोई भी त्रुटि स्वीकार नहीं की जाएगी और हर एक प्रक्रिया को ‘फूल प्रूफ’ तरीके से किया जाएगा।

चुनावी तैयारी का यह आह्वान, हरियाणा की राजनीति में एक नया अध्याय जोड़ने की ओर इशारा करता है।

Assembly General Election 2024: नामांकन प्रक्रिया की पूरी तैयारियाँ

हरियाणा Assembly General Election 2024 की तैयारियों में तेजी आ गई है,

और जिला की दोनों विधानसभाओं के लिए नामांकन प्रक्रिया की तैयारियाँ पूरी हो गई हैं।

यह चुनावी प्रक्रिया लोकतंत्र के महापर्व का एक अहम हिस्सा है,

और इसके सफल आयोजन के लिए व्यापक योजनाएं बनाई गई हैं।

उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डा. यश गर्ग ने आज इस संदर्भ में महत्वपूर्ण जानकारी दी और

सभी संबंधित पक्षों को सूचित किया कि नामांकन प्रक्रिया 5 सितम्बर से शुरू हो जाएगी।

जिला की कालका और पंचकूला विधानसभाओं में नामांकन के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं।

कालका विधानसभा के प्रत्याशियों को नामांकन के लिए एसडीएम कार्यालय कालका में जाना होगा,

जबकि पंचकूला विधानसभा के प्रत्याशियों के लिए लघु सचिवालय पंचकूला स्थित एसडीएम कोर्ट रूम में नामांकन होगा।

इन दोनों स्थानों पर प्रत्याशी अपने नामांकन पत्र दाखिल कर सकते हैं।

Assembly General Election 2024 की अधिसूचना जारी

डा. यश गर्ग ने बताया कि नामांकन की प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी को निश्चित किया गया है।

इसके साथ ही, नामांकन प्रक्रिया की रिहर्सल भी की गई है ताकि कोई भी तकनीकी या प्रशासनिक अड़चन न आए।

उन्होंने यह भी बताया कि 5 सितम्बर को हरियाणा विधानसभा आम चुनाव-2024 की अधिसूचना जारी होगी,

और इसके साथ ही नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

प्रत्याशियों को 12 सितम्बर तक किसी भी कार्यदिवस में सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक अपने नामांकन पत्र दाखिल करने की सुविधा होगी।

निर्धारित फार्मों के साथ कई दस्तावेज जमा करने होंगे

नामांकन के दौरान प्रत्याशियों को निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित फार्मों के साथ कई दस्तावेज जमा करने होंगे।

इसमें फार्म-2बी, फार्म-26 एफिडेविट, नया बैंक अकाउंट, तीन फोटो, वोट का ब्योरा और व्यक्तिगत जानकारी के दस्तावेज शामिल हैं।

इसके अतिरिक्त, प्रत्याशियों को जमानत राशि भी जमा करनी होगी। अनारक्षित सीटों के लिए जमानत राशि 10 हजार रुपये है,

जबकि अनुसूचित जाति या आरक्षित वर्ग के प्रत्याशियों के लिए यह राशि 5 हजार रुपये है।

जमानत राशि केवल चालान या नकद रूप में स्वीकार की जाएगी; अन्य किसी मोड से राशि स्वीकार नहीं की जाएगी।

जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि जिले की दोनों विधानसभाओं में कुल 4,33,369 वोटर हैं।

इनमें 2,27,053 पुरुष, 2,06,290 महिला और 26 थर्ड जेंडर वोटर शामिल हैं।

कालका विधानसभा में 2,00,297 वोटर हैं, जबकि पंचकूला विधानसभा में 2,33,072 वोटर हैं।

उन्होंने यह भी बताया कि जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा नये वोटर लिस्ट बनाने की प्रक्रिया जारी है और यह जल्द ही पूरी हो जाएगी।

डा. यश गर्ग ने सभी मतदाताओं से की अपील

इस अवसर पर, डा. यश गर्ग ने सभी मतदाताओं से अपील की है कि वे 5 अक्टूबर को मतदान केन्द्रों पर जाकर अपने मत का प्रयोग अवश्य करें।

यह एक महत्वपूर्ण लोकतांत्रिक जिम्मेदारी है, और हर मतदाता को इसे निभाना चाहिए।

हरियाणा विधानसभा आम चुनाव-2024 की इस महत्वपूर्ण प्रक्रिया को सफल और निष्पक्ष रूप से सम्पन्न कराने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।

यह सुनिश्चित करने के लिए कि चुनाव प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की बाधा न आए, सभी अधिकारी तत्पर हैं और सभी आवश्यक तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं।

यह समय है जब हम सभी को मिलकर लोकतंत्र के इस महापर्व का उत्सव मनाना चाहिए और अपने लोकतांत्रिक अधिकार का सही ढंग से उपयोग करना चाहिए।

 

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