हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी ने की सम्मान योजनाओं के परिणामों की घोषणा

Haryana News : हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, पंचकूला ने वर्ष 2022 के साहित्यिक सम्मान योजनाओं के परिणामों की घोषणा की है।

उपायुक्त डॉ. यश गर्ग ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हिन्दी और हरियाणवी प्रकोष्ठ के तहत विभिन्न पुरस्कारों की घोषणा की गई है।

साहित्यकार अभिनन्दन योजना-2022 के तहत कई पुरस्कारों का वितरण किया गया है।

इसमें एक पुरस्कार के लिए सात लाख रुपये, दो पुरस्कारों के लिए पांच लाख रुपये, नौ पुरस्कारों के लिए 2.50 लाख रुपये,

एक पुरस्कार के लिए एक लाख रुपये और 12 पुरस्कारों के लिए 31 हजार रुपये का सम्मान शामिल है।

Haryana News : प्रमुख पुरस्कार

  • आजीवन साहित्य साधना सम्मान: नई दिल्ली निवासी विनोद बब्बर को 7 लाख रुपये।
  • महाकवि सूरदास सम्मान: हिसार निवासी आईजे नाहल और रोहतक निवासी डा. नरेश मिश्र को 5-5 लाख रुपये।
  • विशेष हिन्दी सेवी सम्मान: जीन्द निवासी डा. जगदीप शर्मा राही को 1 लाख रुपये।

इसके अतिरिक्त, 2.50 लाख रुपये के तहत विभिन्न सम्मान इस प्रकार हैं:

  • भिवानी निवासी डा. मनोज भारत और जीन्द निवासी ओम प्रकाश चौहान को पंडित माधवप्रसाद मिश्र सम्मान
  • गुरुग्राम निवासी राजेश्वर वशिष्ठ को बाबू बालमुकुन्द गुप्त सम्मान
  • भिवानी निवासी मण्डन मिश्र को लाला देशबन्धु गुप्त सम्मान
  • सोनीपत निवासी डा. राजकला देशववाल को पंडित लखमीचन्द सम्मान
  • सोनीपत निवासी रामबीर सिंह को जनकवि मेहर सिंह सम्मान
  • अजमेर निवासी गोविन्द भारद्वाज को हरियाणा गौरव सम्मान
  • पंचकूला निवासी संतोष गर्ग को श्रेष्ठ महिला रचनाकार सम्मान
  • भोपाल निवासी प्रो. खेमसिंह डहेरिया को कवि दयाचन्द मायना सम्मान

अन्य पुरस्कार:

हिन्दी श्रेष्ठ कृति पुरस्कार योजना-2022 के तहत सिरसा निवासी दिलबाग सिंह विर्क, यमुनानगर निवासी डा. उमेश प्रताप, अम्बाला शहर निवासी रमेश मेहरा,

चंडीगढ़ निवासी डा. वेदप्रकाश नागपाल, जगाधरी निवासी डा. बी मदन मोहन, अम्बाला छावनी निवासी मीना नवीन,

और सोनीपत निवासी डा. विजय कुमार वेदालंकार को सम्मानित किया गया।

हरियाणवी श्रेष्ठ कृति पुरस्कार योजना-2022 में सिरसा निवासी जनक राज शर्मा, चरखी दादरी निवासी नवरत्न और जीन्द निवासी कमलेश गोयल को सम्मानित किया गया।

अंग्रेजी श्रेष्ठ कृति पुरस्कार योजना-2022 के तहत पंचकूला निवासी राम प्रताप वर्मा को सम्मानित किया गया।

युवा श्रेष्ठ कृति पुरस्कार योजना-2022 में कुरुक्षेत्र निवासी विष्ण भगवान को 31 हजार रुपये दिए जाएंगे।

युवा हिन्दी कहानी प्रतियोगिता 2022 के तहत जीन्द निवासी कुसुम गोयत को 5 हजार, सिरसा निवासी भारत बरनवाल को 4 हजार,

और कैथल निवासी किंशुक गुप्ता को 3 हजार रुपये की घोषणा की गई है।

यह पुरस्कार योजना साहित्य के प्रति समर्पण और उत्कृष्टता को पहचानने के लिए महत्वपूर्ण कदम है,

जो हरियाणा के साहित्यिक विकास में योगदान देगी।

Tricity में Drive-Thru Starbucks का उद्घाटन, सतिंदर सरताज की सूफियाना शायरी के साथ

विश्व प्रसिद्ध सूफी गायक Satinder Sartaj ने आज Tricity के पहले Drive-thru Starbucks का शुभारंभ किया।

यह विशेष अवसर HLP Galleria में स्थित Starbucks  के उद्घाटन के साथ जुड़ा था।

इस कार्यक्रम में सरताज ने सूफियाना शायरी और अपनी आवाज़ का जादू बिखेरने का वादा किया,

जिससे शहरवासियों को एक अद्भुत अनुभव मिलेगा।

Satinder Sartaj : Drive-thru Starbucks  का उद्घाटन

संगीत प्रेमियों के लिए आज का दिन विशेष रहने वाला है, क्योंकि सरताज न केवल चंडीगढ़ कार्निवाल में अपनी प्रस्तुति देंगे,

बल्कि ड्राइव-थ्रू कॉफी आउटलेट का उद्घाटन भी करेंगे।

सतिंदर सरताज का चंडीगढ़ से गहरा लगाव है, और वे हमेशा शहर के लोगों के लिए कुछ खास करने की कोशिश करते रहते हैं।

स्टारबक्स के इस ड्राइव-थ्रू उद्घाटन के माध्यम से शहरवासियों को संगीत और स्वाद का अद्भुत संगम देखने का मौका मिलेगा।

सरताज अपने गीतों से माहौल को खुशनुमा बना देते हैं, और उनके लाइव शो के दौरान दर्शकों का उत्साह देखते ही बनता है।

बड़ी संख्या में लोग उन्हें सुनने के लिए इकट्ठा होते हैं, और सरताज भी अपने प्रदर्शन में कभी कोई कमी नहीं छोड़ते।

इस मौके पर सरताज ने कहा, “चंडीगढ़ मेरे दिल के करीब है,

और मैं यहां की जनता के लिए कुछ खास करना चाहता था।

ड्राइव-थ्रू कॉफी आउटलेट और मेरे लाइव परफॉर्मेंस का यह मिलन मुझे बहुत खुशी देता है।”

सरताज के संगीत के साथ-साथ, इस आयोजन में कॉफी प्रेमियों के लिए एक नया अनुभव भी शामिल होगा।

स्टारबक्स के ड्राइव-थ्रू से लोग अपनी पसंदीदा कॉफी का आनंद ले सकेंगे, जबकि सरताज की सुरों में खो जाएंगे।

यह आयोजन निश्चित रूप से ट्राइसिटी के लोगों के लिए यादगार रहेगा,

क्योंकि वे एक ही समय में संगीत और कॉफी का आनंद ले सकेंगे।

संगीत और स्वाद के इस अद्भुत संगम का गवाह बनने का अवसर न चूकें!

पंजाब राज्य व्यापारियों आयोग के सदस्य विनीत वर्मा द्वारा सरस मेले का दौरा

पंजाब राज्य व्यापारियों आयोग के सदस्य Vineet Verma ने आज जिला प्रशासन मोहाली द्वारा ग्रामीण विकास और पंचायत विभाग, पंजाब के सहयोग से आजीविका मिशन के तहत सेक्टर 88, मोहाली में चल रहे Saras Mela का दौरा किया।

उन्होंनें इस मौके पर देश के विभिन्न राज्यों से अपनी वस्तुएं मेले के स्टॉल पर लाए कारीगरों

और हस्तशिल्पियों की कला की सराहना करते हुए कहा

कि ऐसे मेले इन कारीगरों और हस्तकला के लिए रोजगार के अवसर प्रदान करते हैं।

vineet verma: आजकल मशीनरी युग होने के कारण

उन्होंने कहा कि आजकल मशीनरी युग होने के कारण व्यापार और हस्तशिल्प के तौर-तरीके बदल गए हैं,

लेकिन ये कारीगर हमारी विरासत को पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ा रहे हैं,

इसलिए हमें इनसे हस्तशिल्प से तैयार की गई वस्तुओं की खरीदारी करके उनका हौंसला बढ़ाना चाहिए।

श्री विनीत वर्मा ने इस मौके पर नगर निगम मोहाली की सिटी मिशन मैनेजर श्रीमती प्रीती अरोड़ा की अगुवाई में सेल्फ हेल्प ग्रुप द्वारा लगाए गए

स्टॉल का दौरा भी किया और तैयार सामान की सराहना की।

उन्होंने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ मुहिम के तहत लिंग भेद के खिलाफ किए गए जागरूकता कार्यक्रम में शामिल विद्यार्थियों से भी बातचीत की।

 

जिले में पहली बार आयोजित विशाल Saras Mela

आयोग के सदस्य विनीत वर्मा ने जिला प्रशासन साहिबजादा अजीत सिंह नगर को इस जिले में पहली बार आयोजित विशाल मेले के सफल प्रबंधन के लिए

डिप्टी कमिश्नर श्रीमती आशिका जैन और नोडल अधिकारी मेले श्रीमती सोना चौधरी को बधाई दी,

जिसमें विभिन्न राज्यों की संस्कृति को प्रदर्शित करने वाले कलाकार, देश के विभिन्न हिस्सों के भांट-सुभांते खानपान,

महीन नक्काशी और हस्तशिल्प वस्तुओं की प्रदर्शनी और रोजाना कलाकारों पर आधारित संगीत शाम शामिल है।

डॉ. अंबेडकर के विचारों से प्रेरित: हरियाणा सरकार का समर्पण!

haryana government : हरियाणा विधानसभा में आज सत्र से पूर्व Dr. Ambedkar को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

विधानसभा अध्यक्ष ने इस अवसर पर कहा, “सदन को लोकतंत्र का मंदिर कहा जाता है,

और आज हम इस मंदिर में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी को नमन करते हैं।”

Haryana Government : हर पल Dr. Ambedkar  द्वारा स्थापित

सदन में बोलते हुए उन्होंने कहा, “मेरे जीवन का हर पल डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर द्वारा स्थापित भारत के संविधान के महान मूल्यों के प्रति समर्पित है।

यह संविधान ही है, जिसने एक गरीब और पिछड़े परिवार में जन्मे व्यक्ति को प्रदेश सेवा का अवसर प्रदान किया।”

उन्होंने आगे कहा, “हमारा संविधान आज प्रदेशवासियों को उम्मीद, सामर्थ्य और गरिमापूर्ण जीवन का आधार बना हुआ है।

” उनके अनुसार, डॉ. अंबेडकर के विचार दलितों, पीड़ितों, वंचितों और शोषितों के कल्याण के लिए हमेशा प्रेरणा का स्रोत रहे हैं।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा, “इसलिए, हमारी सभी योजनाएं गरीब से गरीब को ध्यान में रखकर लागू की गई हैं।

अंत्योदय के भाव और ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र के साथ हमारी सरकार ने हरियाणा को एक मानकर समान विकास की दिशा में काम किया है।”

उन्होंने बताया कि हरियाणा की विधानसभा, लोकतंत्र का यह मंदिर, उनके परिवारजनों के अटूट विश्वास का प्रतीक है।

“टीम हरियाणा प्रदेश के सभी परिवारजनों के इस विश्वास को कायम रखेगी,” उन्होंने कहा।

डॉ. अंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित

सदन की इस बैठक में अन्य विधायकों ने भी डॉ. अंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की।

सभी ने उनके विचारों और संविधान में दिए गए अधिकारों के प्रति अपने समर्पण की भावना व्यक्त की।

यह कार्यक्रम न केवल डॉ. अंबेडकर की महानता को स्वीकार करने का एक अवसर था,

बल्कि यह यह भी दर्शाता है कि हरियाणा की सरकार अपने नागरिकों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।

सदन में यह चर्चा भी हुई कि कैसे डॉ. अंबेडकर के सिद्धांतों को लागू करते हुए, सरकार ने विभिन्न योजनाओं का निर्माण किया है,

जो समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्तियों तक पहुंचती हैं।

इससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार के सभी प्रयास उनकी जड़ों में निहित हैं

और वे समाज के कमजोर वर्गों को सशक्त बनाने की दिशा में निरंतर अग्रसर हैं।

कार्यक्रम के अंत में विधानसभा अध्यक्ष ने सभी विधायकों से अपील की कि वे डॉ. अंबेडकर के आदर्शों को अपने कार्यों में लागू करें और समाज में समानता और न्याय को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत रहें।

मुख्यमंत्री ने दी दीवाली की सौगात: रजिस्ट्री में राहत, एनओसी की शर्त खत्म!

Property Registry Noc : मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार ने दीवाली से पहले प्रदेशवासियों को बड़ा तोहफा दिया है।

अब जमीन की रजिस्ट्री के लिए नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (एनओसी) की आवश्यकता समाप्त कर दी गई है।

यह निर्णय पंजाब अपार्टमेंट एंड प्रॉपर्टी रेगुलेशन (संशोधन) अधिनियम, 2024 के तहत लिया गया है,

जिसे राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने मंजूरी दी।

मुख्यमंत्री : छोटे प्लॉट धारकों को राहत

मुख्यमंत्री ने इस महत्वपूर्ण फैसले के लिए राज्यपाल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह संशोधन छोटे प्लॉट धारकों को राहत प्रदान करेगा और अवैध कॉलोनियों पर कड़ी नजर रखेगा।

उन्होंने बताया कि पंजाब विधानसभा ने इस विधेयक को 3 सितंबर को पारित किया था,

और आज राज्यपाल ने इसे स्वीकृति प्रदान की।

भगवंत सिंह मान : प्लॉटों की रजिस्ट्री में आ रही समस्याओं का समाधान

भगवंत सिंह मान ने कहा, “यह निर्णय आम जनता के लिए बड़ी राहत का कारण बनेगा।

इससे उन्हें अपने प्लॉटों की रजिस्ट्री में आ रही समस्याओं का समाधान मिलेगा।

” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस संशोधन में अवैध कॉलोनियों के निर्माण पर नियंत्रण रखने के लिए कड़े प्रावधान किए गए हैं,

जिसमें अपराधियों के लिए सजा और जुर्माने का प्रावधान भी है।

Property Registry Noc : रजिस्ट्री के लिए एनओसी की आवश्यकता नहीं

मुख्यमंत्री ने बताया कि जिन व्यक्तियों के पास 31 जुलाई, 2024 तक अवैध कॉलोनी में 500 वर्ग गज तक के प्लॉट के लिए पावर ऑफ अटॉर्नी, स्टांप पेपर पर बिक्री समझौता या कोई अन्य दस्तावेज़ होगा,

उन्हें रजिस्ट्री के लिए एनओसी की आवश्यकता नहीं होगी।

उन्होंने कहा, “कुछ कॉलोनाइजर अवैध तरीके से धन इकट्ठा करते हैं,

लेकिन इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ता है।

पिछली सरकारों के दौरान अवैध कॉलोनियों की वृद्धि हुई,

क्योंकि उन शासकों ने इन अवैध कॉलोनाइज़र्स को संरक्षण दिया।”

मुख्यमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि यह कानून उन लाखों लोगों के लिए राहत का कारण बनेगा,

जिन्होंने अपनी मेहनत की कमाई अवैध कॉलोनियों में लगाई है।

“इन भोले-भाले लोगों ने अपने सपनों के घर बनाने के लिए पैसा लगाया,

लेकिन अवैध कॉलोनियों की वजह से वे कठिनाइयों में फंस गए,” उन्होंने कहा।

यह निर्णय न केवल प्रशासनिक सुधार का प्रतीक है,

बल्कि यह पंजाब के नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा का भी एक महत्वपूर्ण कदम है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार आम आदमी के कल्याण को प्राथमिकता देती है

और इस कानून के जरिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि लोग अपने हक को पा सकें।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी नागरिकों से अपील की कि वे इस नई व्यवस्था का लाभ उठाएं और अपने अधिकारों की रक्षा करें।

पंजाब में अवैध खनन पर लगाम: मंत्री गोयल का ‘जीरो सहनशीलता’ मंत्र!

Illegal Mining :  पंजाब के खनन और भू-विज्ञान मंत्री Barinder Kumar Goel ने आज अवैध खनन के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया।

पंजाब भवन में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक के दौरान, उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर किसी अधिकारी के अधिकार क्षेत्र में अवैध खनन का मामला सामने आया,

तो उस अधिकारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

Barinder Kumar Goel : Illegal Mining को रोकने के लिए की गई कार्रवाई

मंत्री गोयल ने मुख्यालय और जिला अधिकारियों से अवैध खनन को रोकने के लिए की गई कार्रवाई की विस्तृत रिपोर्ट हर 15 दिन में सरकार को भेजने का निर्देश दिया।

उन्होंने कहा, “हम अवैध खनन के खिलाफ ‘जीरो सहनशीलता’ की नीति अपनाए हुए हैं।

” यह नीति मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के आदेशों के तहत लागू की गई है।

उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है

और कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बैठक में मंत्री ने अधिकारियों से संवाद करने और उनकी समस्याओं को प्राथमिकता पर निपटाने की भी अपील की।

उन्होंने जोर दिया कि लोगों को उचित दरों पर रेत की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए ताकि राज्य सरकार का राजस्व बढ़ सके।

मंत्री गोयल ने कहा, “हमारे राज्य के प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा और लोगों के हितों की रक्षा हमारी प्राथमिकता है।

अवैध खनन की घटनाओं को रोकना जरूरी है, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए ये संसाधन सुरक्षित रहें।”

बैठक में खनन और भू-विज्ञान विभाग के निदेशक

बैठक में खनन और भू-विज्ञान विभाग के निदेशक अभिजीत कपलिश, मुख्य अभियंता डॉ. हरिंदरपाल सिंह बेदी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

इस अवसर पर, मंत्री ने अधिकारियों को अवैध खनन रोकने के लिए आवश्यक उपायों को लागू करने का निर्देश दिया।

उन्होंने बताया कि पिछले कुछ महीनों में कई जगहों पर अवैध खनन की गतिविधियों की शिकायतें मिली हैं।

ऐसे मामलों में किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

मंत्री ने कहा, “हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि खनन उद्योग पारदर्शी और जिम्मेदार हो।”

बरिंदर कुमार गोयल ने यह भी कहा कि अगर अवैध खनन की शिकायतें बढ़ती हैं,

तो उन संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी, जो अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में असफल होते हैं।

राज्य सरकार का यह प्रयास न केवल खनन उद्योग को सुरक्षित और नियंत्रित रखने के लिए है,

बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण और समुदाय के विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है।

सीजन 2024-25: पंजाब सरकार की धान खरीद मुहिम तेज!

Punjab News : पंजाब सरकार धान खरीद सीजन 2024-25 को सफल बनाने के लिए पूरी तरह से तत्पर है।

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में, खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने आज अनाज भवन में हुई समीक्षा बैठक में खरीद कार्यों का विस्तृत जायजा लिया।

मंत्री ने स्पष्ट किया कि किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

Punjab News : पंजाब की मंडियों में प्रतिदिन

इस बैठक में अधिकारियों ने बताया कि धान की खरीद युद्ध स्तर पर जारी है, और हर दिन इस प्रक्रिया में तेजी लाई जा रही है।

उन्होंने बताया कि इस वर्ष कटाई का मौसम एक हफ्ता पीछे चल रहा है,

लेकिन इसके बावजूद, अब तक लगभग 38.41 लाख मीट्रिक टन धान की आमद हो चुकी है।

पंजाब की मंडियों में प्रतिदिन 4.88 लाख मीट्रिक टन धान की आमद हो रही है,

जबकि अब तक 10.25 लाख मीट्रिक टन धान की लिफ्टिंग की जा चुकी है।

मंत्री ने बताया कि किसानों के खातों में 5600 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जारी की जा चुकी है।

पिछले साल की तुलना में इस वर्ष की खरीद और लिफ्टिंग की गति बेहतर है।

पिछले साल जहां धान की आमद 38 लाख मीट्रिक टन थी, लिफ्टिंग का आंकड़ा मात्र 10 लाख मीट्रिक टन था,

और किसानों को 5066 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई थी।

सरकार के साथ सहयोग का आश्वासन

इस साल, हालांकि फसल की आमद मालवा क्षेत्र में कुछ कम है, लेकिन मिल मालिकों ने सरकार के साथ सहयोग का आश्वासन दिया है।

जैसे-जैसे धान की आमद बढ़ेगी, खरीद की गति भी तेज होगी।

मंत्री ने बताया कि कुल 5037 मिलों में से 3297 ने पंजीकरण के लिए आवेदन दिए हैं, जिनमें से 2670 को आवंटित किया जा चुका है।

मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने किसानों, मिल मालिकों, आढ़तियों और मजदूरों के सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया।

उन्होंने कहा, “हम सभी को मिलकर इस खरीद सीजन को सफल बनाना है।

” बैठक में खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले विभाग के सचिव विकास गर्ग, निदेशक पुनीत गोयल, जॉइंट डायरेक्टर अजय वीर सिंह सराओ और जनरल मैनेजर (वित्त) सर्वेश कुमार भी मौजूद थे।

पंजाब सरकार की यह पहल न केवल किसानों की आय बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगी,

बल्कि यह कृषि क्षेत्र में स्थिरता और विकास को भी प्रोत्साहित करेगी।

पंजाब सरकार का शिक्षा महाकुंभ: भगवंत सिंह मान का वादा, छात्रों की तकदीर बदलेगा स्मार्ट स्कूल!

Bhagwant Mann Education Decision : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा है कि राज्य सरकार का प्रमुख उद्देश्य छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है, जिससे उनकी तकदीर बदल सके।

मुख्यमंत्री ने आज यहां माल रोड पर स्थित शहीद मेजर रविइंदर सिंह संधू सरकारी कन्या सीनियर सेकेंडरी स्मार्ट स्कूल की नई इमारत का उद्घाटन करते हुए यह बात कही।

Bhagwant Mann Education Decision : स्कूल भवन का निर्माण 11 करोड़ रुपये की लागत से

मुख्यमंत्री मान ने बताया कि इस नए स्कूल भवन का निर्माण 11 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है,

जिसमें स्मार्ट क्लासरूम, साइंस लैब, कंप्यूटर लैब, लाइब्रेरी सहित 73 कमरे शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि यह स्कूल बठिंडा में लड़कियों का सबसे बड़ा और इकलौता स्कूल है,

जहां वर्तमान में 2200 छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रही हैं।

उन्होंने कहा, “पहले माता-पिता सरकारी स्कूलों पर विश्वास नहीं करते थे,

लेकिन अब ये स्कूल शिक्षा के मंदिर बन गए हैं।

आज बड़ी संख्या में छात्र कॉन्वेंट स्कूलों से सरकारी स्कूलों में दाखिला ले रहे हैं।”

मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की पांच प्रमुख प्राथमिकताओं का उल्लेख करते हुए कहा

कि स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पानी और बुनियादी ढांचे को सर्वोच्च महत्व दिया जा रहा है।

भगवंत सिंह मान ने कहा, “हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं

कि छात्रों की भलाई के लिए सरकारी स्कूलों में बेहतर शैक्षिक प्रथाएं अपनाई जाएं।”

72 होनहार प्राइमरी अध्यापकों को फिनलैंड में पेशेवर प्रशिक्षण

पंजाब सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में की गई अन्य पहलों का उल्लेख करते हुए,

उन्होंने बताया कि 202 प्रिंसिपलों और शिक्षा अधिकारियों के छह बैच को नेतृत्व विकास कार्यक्रम के लिए सिंगापुर भेजा गया है।

इसके अतिरिक्त, पिछले सप्ताह 72 होनहार प्राइमरी अध्यापकों को फिनलैंड में पेशेवर प्रशिक्षण के लिए भेजा गया था।

मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि पंजाब के छात्र विश्व स्तरीय शिक्षा प्राप्त करें

और हर क्षेत्र में देश का नाम रोशन करें।

” उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार ने स्कूल शिक्षा विभाग में 10 वर्षों से अधिक समय से कार्यरत 12,316 योग्य कर्मचारियों को नियमित किया है

और अप्रैल 2022 से अब तक 10,361 अध्यापकों की भर्ती की जा चुकी है।

भगवंत सिंह मान ने बताया कि स्कूल की सुरक्षा और साफ-सफाई के लिए लगभग 82 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।

उन्होंने कहा कि कुल 118 सरकारी स्कूलों को “स्कूल ऑफ एमिनेंस” के रूप में तब्दील किया जा रहा है

और सभी सरकारी स्कूलों में हाई-स्पीड फाइबर वाई-फाई इंटरनेट कनेक्शन के लिए 29.3 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है।

मुख्यमंत्री ने छात्रों को मुफ्त यूनिफॉर्म प्रदान करने के लिए 35 करोड़ रुपये का बजट जारी करने की जानकारी दी

और बताया कि सरकारी स्कूलों के सभी छात्रों को यूनिफॉर्म वितरित की जा चुकी हैं।

भगवंत सिंह मान ने इस मौके पर एक स्पष्ट संदेश दिया कि शिक्षा के क्षेत्र में सरकार की ये पहलकदमी केवल छात्रों की तकदीर ही नहीं,

बल्कि पूरे पंजाब का भविष्य संवारने का कार्य करेगी।

अब देखना यह है कि ये प्रयास पंजाब की शिक्षा प्रणाली को कितनी ऊँचाई पर ले जाते हैं।

धनतेरस 2024: कुबेर और धन्वंतरि की पूजा से खुलेंगे समृद्धि के द्वार

Dhanteras 2024 : धनतेरस, जिसे धनत्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है, 29 अक्टूबर 2024 को दिवाली के उत्सव की शुरुआत करने वाला है।

यह महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार धन के देवता भगवान कुबेर और चिकित्सा के देवता भगवान धन्वंतरि की पूजा को समर्पित है,

और इसे दुनिया भर में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।

Dhanteras 2024 : मुख्य तिथियां और समय

इस साल का धनतेरस 29 अक्टूबर को रात 12:01 बजे से शुरू होकर 30 अक्टूबर को तड़के 2:45 बजे समाप्त होगा।

धनतेरस पूजा का शुभ समय 29 अक्टूबर को शाम 7:27 बजे से रात 9:16 बजे के बीच है,

जबकि प्रदोष काल शाम 6:37 बजे से रात 9:16 बजे तक रहेगा।

रिवाज और उत्सव:

धनतेरस उत्सव की शुरुआत परिवारों द्वारा सुबह की शुद्धि अनुष्ठानों से की जाती है, जिसमें स्नान और घर की अच्छी तरह से सफाई शामिल है,

ताकि समृद्धि को आमंत्रित किया जा सके। घरों को फूलों, रंगोली और रोशनी से खूबसूरती से सजाया जाता है।

एक पारंपरिक प्रथा के तहत इस शुभ समय के दौरान सोना, चांदी और रसोई के बर्तन खरीदना शामिल है,

जिसे सौभाग्य को आकर्षित करने वाला माना जाता है। शाम को, परिवार यम दीप अनुष्ठान में भाग लेंगे,

जिसमें चार मुखों वाला दिया जलाया जाता है, जो भगवान यम को सम्मानित करने का प्रतीक है।

यह अनुष्ठान भय और चुनौतियों को दूर करने का प्रतीक माना जाता है।

सांस्कृतिक महत्व:

धनतेरस का हिंदू संस्कृति में गहरा महत्व है, जो धन और स्वास्थ्य के विषयों को दर्शाता है।

यह त्योहार चंद्र कैलेंडर के 13वें दिन मनाया जाता है और यह न केवल वित्तीय समृद्धि का उत्सव है,

बल्कि स्वास्थ्य और चिकित्सा में भगवान धन्वंतरि के योगदान को भी याद करता है।

जैसे-जैसे परिवार इन प्रिय अनुष्ठानों में भाग लेते हैं, एकता और आभार की भावना से त्योहार की खुशियां और अधिक समृद्ध हो जाती हैं।

हरियाणा में राजनीति का नया मोड़: भाजपा विधायक दल की बैठक से तय होंगे स्पीकर के नाम!

Haryana : हरियाणा मुख्यमंत्री आवास पर आज शाम 5 बजे भाजपा विधायक दल की महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है।

इस बैठक में मुख्यमंत्री नायब सैनी और प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली की मौजूदगी में विधानसभा स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के नामों पर चर्चा की जाएगी।

सूत्रों के अनुसार, बैठक में सर्वसम्मति से नाम तय किए जाने की उम्मीद है,

ताकि 25 अक्तूबर को विधानसभा सत्र के दौरान इन दोनों पदों पर चुनाव किए जा सकें।

Haryana : राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज

स्वच्छता की लहर: मंत्री ने सफाई अभियान से किया जालंधर को जागरूक!

विधानसभा की इस महत्वपूर्ण बैठक से पहले राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है।

इस बैठक का मुख्य उद्देश्य न केवल स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के नामों पर सहमति बनाना है,

बल्कि पार्टी के भीतर की एकता और सामंजस्य को भी बनाए रखना है।

मुख्यमंत्री नायब सैनी ने इस बैठक को लेकर कहा है कि सभी विधायकों को अपनी राय रखने का पूरा अवसर मिलेगा

और निर्णय पार्टी के सामूहिक हित में लिए जाएंगे।

इस बीच, परिवहन मंत्री अनिल विज ने भी अपने विभाग को ऊंचा उठाने का संकल्प लिया है।

उन्होंने कहा कि विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।

“सभी कर्मचारियों को न्याय मिलेगा। यदि किसी भी कर्मचारी को कोई परेशानी है, तो वह मुझसे मिल सकता है,

” अनिल विज ने कहा। उनके मंत्री बनने पर परिवहन विभाग के सभी कर्मचारियों में खुशी की लहर देखने को मिल रही है।

सभी की नजरें तय किए जाने वाले नामों पर

इस बैठक के चलते राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। विधायक दल के सदस्य अब इस चर्चा को लेकर अपनी राय बना रहे हैं

और सभी की नजरें तय किए जाने वाले नामों पर हैं।

क्या भाजपा इस बार भी अपना प्रभाव बनाए रखेगी? क्या स्पीकर पद के लिए नए चेहरे सामने आएंगे?

इन सवालों के जवाब इस बैठक में मिल सकते हैं।

हरियाणा की राजनीति में यह बैठक न केवल वर्तमान विधानसभा सत्र के लिए महत्वपूर्ण है,

बल्कि भविष्य में पार्टी के कार्यों और नीतियों पर भी प्रभाव डालेगी। मुख्यमंत्री नायब सैनी की कोशिश है

कि वे अपने कार्यकाल के दौरान एक मजबूत और सक्षम विधानसभा का नेतृत्व कर सकें।

जैसे ही बैठक शुरू होगी, राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ जाएगी।

भाजपा विधायक दल की यह बैठक न केवल पार्टी के अंदर के समीकरणों को समझने में मदद करेगी,

बल्कि यह भी स्पष्ट करेगी कि Haryana में भाजपा का राजनीतिक भविष्य कैसा रहेगा।

बहरहाल, इस बैठक की तैयारियों के बीच हरियाणा की जनता भी इस महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम की ओर ध्यान केंद्रित कर रही है।

विधानसभा सत्र के दौरान किए जाने वाले चुनावों के परिणामों का असर आने वाले दिनों में हरियाणा की राजनीति में साफ तौर पर दिखाई देगा।

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