कमाल का कचरा: कालका के छात्रों ने बनाया ‘बेस्ट आउट ऑफ़ वेस्ट’ का जादू!

राजकीय महाविद्यालय कालका में “Best out of waste” प्रतियोगिता का आयोजन किया गया,

जिसमें छात्रों ने अपशिष्ट सामग्री से उपयोगी कूड़ेदान बनाकर अपनी रचनात्मकता का जलवा दिखाया।

यह आयोजन कॉलेज के ईको क्लब और ब्यूटीफिकेशन समिति के तत्वावधान में हुआ,

जिसका उद्देश्य पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाना था।

महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोमिला मालिक के नेतृत्व में आयोजित इस प्रतियोगिता में सभी संकायों के विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।

छात्रों ने न केवल सुंदर बल्कि प्रयोग करने योग्य कूड़ेदान बनाए,

जिन्हें देखकर प्राचार्या ने उनकी सराहना की और सभी को पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रेरित किया।

Best out of waste : विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया

प्राचार्या ने “रीडूस, रीसायकल और रीयूज” के महत्व पर जोर देते हुए कहा

कि ऐसे आयोजनों से छात्रों में सृजनशीलता और पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ती है।

प्रतियोगिता में बीए द्वितीय वर्ष की कोमल ने पहले, प्रीटिजिता ने दूसरे और बीएससी द्वितीय की मनप्रीत कौर ने तीसरे स्थान पर अपनी जगह बनाई।

इस कार्यक्रम को सफल बनाने में ईको क्लब की संयोजक प्रोफेसर डॉ. बिंदु रानी और अन्य सदस्यों का विशेष योगदान रहा।

प्रोफेसर नीरू शर्मा, प्रोफेसर सुमन, और अन्य शिक्षकों ने भी इस आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

इस प्रतियोगिता ने न केवल छात्रों की प्रतिभा को उजागर किया, बल्कि यह भी साबित किया

कि थोड़े से प्रयास से हम अपने कचरे को उपयोगी चीजों में बदल सकते हैं।

इस प्रकार के आयोजनों से महाविद्यालय में सकारात्मक वातावरण और उत्साह का संचार होता है।

प्राचार्या ने “रीडूस, रीसायकल और रीयूज” के महत्व पर जोर देते हुए कहा

कि ऐसे आयोजनों से छात्रों में सृजनशीलता और पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ती है।

प्रतियोगिता में बीए द्वितीय वर्ष की कोमल ने पहले, प्रीटिजिता ने दूसरे और बीएससी द्वितीय की मनप्रीत कौर ने तीसरे स्थान पर अपनी जगह बनाई।

इस कार्यक्रम को सफल बनाने में ईको क्लब की संयोजक प्रोफेसर डॉ. बिंदु रानी और अन्य सदस्यों का विशेष योगदान रहा।

प्रोफेसर नीरू शर्मा, प्रोफेसर सुमन, और अन्य शिक्षकों ने भी इस आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

इस प्रतियोगिता ने न केवल छात्रों की प्रतिभा को उजागर किया, बल्कि यह भी साबित किया

कि थोड़े से प्रयास से हम अपने कचरे को उपयोगी चीजों में बदल सकते हैं।

इस प्रकार के आयोजनों से महाविद्यालय में सकारात्मक वातावरण और उत्साह का संचार होता है।

पंजाब में शिक्षा में बदलाव: माता-पिता-शिक्षक मीटिंग ने दिलाई नई उम्मीद!

पंजाब के कैबिनेट Minister Harjot Singh Bains ने हाल ही में नंगल में आयोजित माता-पिता-शिक्षक मीटिंग में बताया कि सरकारी स्कूलों में सुधार लाने में माता-पिता की भागीदारी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई में सरकार ने शिक्षा को विशेष प्राथमिकता दी है

और इसी के तहत माता-पिता-शिक्षक मीटिंग का आयोजन किया गया था।

Minister Harjot Singh Bains : छात्रों के मनोबल को बढ़ाने के साथ

हरजोत सिंह बैंस ने इस मीटिंग में भाग लेते हुए कहा कि यह पहल छात्रों के मनोबल को बढ़ाने के साथ-साथ माता-पिता और शिक्षकों के बीच बेहतर संवाद स्थापित करने में मददगार साबित हुई है।

उन्होंने बताया कि मीटिंग्स में माता-पिता से मिली फीडबैक ने शिक्षा विभाग के सुधार में तेजी लाई है।

यह प्रगति न केवल छात्रों के शैक्षणिक प्रदर्शन को बढ़ाने में सहायक हो रही है, बल्कि उनके व्यक्तित्व विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।

मीटिंग्स के दौरान हमें कई महत्वपूर्ण सुझाव मिले

मंत्री ने कहा, “इन मीटिंग्स के दौरान हमें कई महत्वपूर्ण सुझाव मिले हैं,

जिन्हें लागू करने से माता-पिता और शिक्षकों के बीच खुशी की लहर है।

” उन्होंने ज़िला श्री मुक्तसर साहिब के सरकारी हाई स्कूल घग्गा के हेड मास्टर महिंदर चौधरी का उदाहरण देते हुए कहा

कि इस प्रकार की मीटिंग से माता-पिता की भागीदारी में वृद्धि हुई है,

जिससे छात्रों की पढ़ाई और व्यक्तिगत विकास में सुधार हो रहा है।

बैंस ने बताया कि इन मीटिंग्स के माध्यम से माता-पिता को उनके बच्चों की अच्छाइयों और कमियों के बारे में जानकारी दी जाती है।

यह प्रक्रिया माता-पिता और शिक्षकों को मिलकर कमियों को दूर करने में मदद करती है।

उन्होंने बताया कि इस पहल से शिक्षक बच्चों की रुचियों को समझकर उनके भविष्य को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत हैं।

फाज़िल्का ज़िले के स्कूल ऑफ एमिनेंस रामसारा की प्रिंसिपल नवजोत खैहिरा ने कहा कि माता-पिता में इस मीटिंग के प्रति बहुत उत्साह है।

उन्होंने बताया कि माता-पिता समय से पहले ही स्कूल पहुंचने लगे हैं,

जिससे यह दर्शाता है कि वे अपने बच्चों की शिक्षा में रुचि रखते हैं।

 माता-पिता के साथ अपने अनुभव साझा किए

शिक्षकों ने भी मीटिंग में भाग लेकर माता-पिता के साथ अपने अनुभव साझा किए।

उदाहरण के लिए, सरकारी प्राइमरी स्कूल मानकपुर शरीफ के शिक्षक हरजिंदर सिंह राजल ने कहा

कि पहले माता-पिता और शिक्षकों के बीच संवाद बहुत कम होता था,

लेकिन अब यह बदलाव देखने को मिल रहा है।

माता-पिता-शिक्षक मीटिंग के महत्व को बताते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा

कि यह पहल न केवल छात्रों के विकास में महत्वपूर्ण साबित हो रही है,

बल्कि यह शिक्षा के क्षेत्र में एक नई दिशा भी दे रही है।

पंजाब के सरकारी स्कूलों में माता-पिता-शिक्षक मीटिंगों ने शिक्षा के क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

यह पहल न केवल छात्रों के शैक्षणिक प्रदर्शन को बेहतर बनाने में मदद कर रही है,

बल्कि उनके जीवन में खुशियों और संतोष का भी संचार कर रही है।

इस प्रकार की सक्रियता से पंजाब की शिक्षा प्रणाली में एक नई ऊर्जा का संचार होगा,

जो छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

समाधान शिविर: उपायुक्त की जनता से खास अपील, आओ मिलकर सुलझाएं समस्याएं!

Samadhan Camp : Deputy Commissioner Dr. Yash Garg ने जिले की जनता से अपील की है

कि वे सरकार द्वारा आयोजित समाधान शिविर में पहुँचकर अपनी समस्याओं का त्वरित समाधान करवाएं।

उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि लोगों की समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर निवारण करें।

Samadhan Camp : प्रातः 9 से 11 बजे तक आयोजित 

यह शिविर हर कार्य दिवस पर प्रातः 9 से 11 बजे तक आयोजित किए जाएंगे और एक महीने तक चलेंगे।

जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी राजन सिंगला ने बताया

कि स्वामित्व योजना से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए प्रत्येक कार्य दिवस को हर ब्लॉक के बीडीपीओ कार्यालय पर ये शिविर लगाए जाएंगे।

Deputy Commissioner Dr. Yash Garg : ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों

उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि ये शिविर विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए हैं,

ताकि उनकी समस्याओं का शीघ्र समाधान किया जा सके।

दिवाली पर मिट्स ग्रुप ने बांटी खुशियों की सौगात: 15 कारें और एक महीने की सैलरी का बोनस!

उन्होंने निर्देश दिए कि स्वामित्व स्कीम से जुड़ी किसी भी समस्या का अधिकारी प्राथमिकता से निवारण करें।

हर दिन शिविर में किए गए कार्यों की रिपोर्ट सीनियर अधिकारियों को भेजी जाएगी,

और किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

समाधान शिविर में बीडीपीओ, एसईपीओ, ग्राम सचिव, पटवारी और अन्य संबंधित अधिकारी मौके पर मौजूद रहेंगे

ताकि समस्याओं का तुरंत निपटारा किया जा सके।

डाॅ. गर्ग ने ब्लॉक स्तर पर कर्मचारियों और अधिकारियों से अपील की कि वे ग्रामीणों को शिविरों के बारे में जागरूक करें,

ताकि वे अपने मुद्दों का समाधान करवा सकें।

दिवाली पर मिट्स ग्रुप ने बांटी खुशियों की सौगात: 15 कारें और एक महीने की सैलरी का बोनस!

Diwali Bonus :  Mits Group of Company  के संस्थापक और निदेशक, MK Bhatia, ने इस दिवाली अपने कर्मचारियों के लिए एक शानदार घोषणा की है।

सभी कर्मचारियों को एक महीने की सैलरी के बराबर दिवाली बोनस दिया जाएगा,

जबकि एक वर्ष से कम समय से काम कर रहे कर्मचारियों को उनके कार्यकाल के आधार पर प्रो राटा बोनस मिलेगा।

MK Bhatia :  ने कर्मचारियों को ‘रॉक स्टार्स’

इस अवसर पर भाटिया ने कर्मचारियों को ‘रॉक स्टार्स’ की संज्ञा देते हुए उनकी मेहनत की सराहना की।

उन्होंने कहा, “हमारी सफलता का असली श्रेय हमारे कर्मचारियों को जाता है। उ

नका समर्पण कंपनी को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहा है, और उन्हें पुरस्कृत करना हमारी जिम्मेदारी है।”

Diwali Bonus : 15 कर्मियों को कारें उपहार में

इस साल दिवाली पर कंपनी अपने 15 कर्मियों को कारें उपहार में देने जा रही है,

जो पिछले साल की परंपरा को आगे बढ़ाती है। पिछले वर्ष भी 12 कर्मचारियों को कारें दी गई थीं,

जिससे भाटिया की उदारता की चर्चा हर तरफ हुई थी।

इस साल 15 और कारों का उपहार इस परंपरा को और मजबूत करता है।

Mits Group of Company : हमेशा अपने कर्मचारियों की भलाई को प्राथमिकता दी

भाटिया का मानना है कि खुशहाल और संतुष्ट कर्मचारी किसी भी कंपनी की असली ताकत होते हैं।

मिट्स ग्रुप ने हमेशा अपने कर्मचारियों की भलाई को प्राथमिकता दी है,

और इस दिवाली बोनस और कारों के उपहार के जरिए यह फिर से साबित हुआ है।

कर्मचारियों के बीच इस घोषणा के बाद खुशी की लहर दौड़ गई है।

उन्होंने भाटिया का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के प्रोत्साहन से उनके मनोबल में वृद्धि होती है

और वे अपने काम को और भी उत्साह से करने के लिए प्रेरित होते हैं।

मिट्स ग्रुप का यह कदम न केवल कर्मचारियों की खुशियों का ध्यान रखता है,

बल्कि कंपनी की सकारात्मक और प्रेरक कार्यसंस्कृति को भी दर्शाता है।

पंजाब के स्कूलों में अभिभावकों का मेला: 20 लाख अभिभावकों की भागीदारी!

Minister Harjot Singh Bains : पंजाब सरकार ने 22 अक्टूबर 2024 को राज्य भर के 20,000 सरकारी स्कूलों में तृतीय अभिभावक-शिक्षक बैठक का आयोजन करने का निर्णय लिया है।

इस मेगा पी.टी.एम. में 20 लाख से अधिक अभिभावकों के शामिल होने की उम्मीद है।

स्कूल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि यह बैठक सुबह 9:00 बजे से 2:30 बजे तक चलेगी,

जहां शिक्षक, विद्यार्थी, अभिभावक, और स्कूल प्रबंधन समितियां मिलकर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए चर्चा करेंगी।’

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Minister Harjot Singh Bains ने अभिभावकों को आमंत्रित

हरजोत सिंह बैंस ने अभिभावकों को आमंत्रित करते हुए कहा, “यह एक अवसर है

जहां आप बच्चों की प्रगति के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और यदि कोई शिकायत है, तो उसे भी साझा कर सकते हैं।”

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का सपना है पंजाब को “रंगला पंजाब” बनाना, और इस दिशा में सभी को मिलकर काम करना होगा।

इस बैठक में हाल ही में हुए परीक्षा परिणाम भी साझा किए जाएंगे।

शिक्षा मंत्री ने अभिभावकों से अपील की कि वे इस मेगा पी.टी.एम. में भाग लेकर शिक्षा क्रांति का गवाह बनें।

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे, जिससे यह और भी महत्वपूर्ण बन जाता है।

पंजाब सरकार ने सरकारी स्कूलों की व्यवस्थाओं में सुधार के लिए कई कदम उठाए हैं,

जिनमें कैंपस मैनेजर, सुरक्षा गार्ड, और लैब्स जैसी सुविधाएं शामिल हैं।

हरियाणा सरकार का बेमिसाल फैसला: 22 अक्टूबर से शुरू होंगे समाधान शिविर!

Haryana News : हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने स्थानीय निकाय एवं पंचायती विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक में प्रदेश में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की।

उन्होंने निर्देश दिए कि 22 अक्टूबर से नगर निकायों में समाधान शिविर शुरू किए जाएं,

जिसमें सभी अधिकारी प्रातः 9 से 11 बजे तक आमजन की समस्याओं का समाधान करेंगे।

संत कबीर कुटीर में हुई इस बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य प्रदेशवासियों के कल्याण को सुनिश्चित करना है।

इसके लिए जल्द ही मुख्य सचिव द्वारा एक बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें पूर्ण रूपरेखा तैयार की जाएगी।

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Haryana News : समाधान शिविर का विस्तार

समाधान शिविर शहरी स्थानीय निकाय और विकास एवं पंचायत विभाग द्वारा प्रॉपर्टी आईडी से संबंधित मामलों के लिए आयोजित किए जाएंगे।

सभी वार्डों और यूएलबी कार्यालयों में ये शिविर एक महीने तक चलेंगे,

जबकि पंचायत विभाग के बीडीपीओ कार्यालयों में भी समाधान शिविर आयोजित होंगे।

विकास कार्यों की समीक्षा

मुख्यमंत्री ने 24 अक्टूबर को चंडीगढ़ में सभी नगर निगम आयुक्तों की बैठक बुलाने का निर्णय लिया है,

जिसमें विकास कार्यों की समीक्षा की जाएगी।

इस बैठक में जिला नगर आयुक्त, संयुक्त आयुक्त और कार्यकारी अधिकारी भी शामिल होंगे।

सैनी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि भविष्य की जरूरतों के अनुसार विकास की कार्ययोजना बनाएं

और लोगों की समस्याओं का त्वरित निराकरण करें।

उन्होंने पंचायत विभाग के कार्यों की समीक्षा भी की और रुके हुए विकास कार्यों में तेजी लाने की अपील की।

शपथ ग्रहण के साथ ही, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने एक्शन मोड में आकर प्रदेश के नागरिकों के हित में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं।

पंजाब सरकार द्वारा रोजगार सृजन के लिए Placement Camp का आयोजन

अक्टूबर: पंजाब सरकार के “घर-घर रोजगार” मिशन के तहत, जिला रोजगार और व्यवसाय ब्यूरो, एस.ए.एस. नगर द्वारा 22 अक्टूबर 2024 (मंगलवार) को एक Placement Camp का आयोजन किया जाएगा।

यह कैंप जिला रोजगार ब्यूरो, जिला प्रशासनिक परिसर, कमरा नंबर 461, तीसरी मंजिल,

सेक्टर-76 में सुबह 10:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक होगा।

गांवों में विकास की रफ्तार: डॉ. यश गर्ग ने तातीमा कार्य के लिए शेड्यूल बनाने का दिया आदेश!

रोजगार के अवसर: Placement Camp 

डी.बी.ई.ई.ए.एस. नगर के डिप्टी डायरेक्टर हरप्रीत सिंह ने जानकारी दी

कि इस कैंप में कई नामी कंपनियों जैसे भारत फाइनेंशियल इनक्लूजन लिमिटेड, डी-मार्ट और एस.बी.आई. बैंक क्रेडिट कार्ड की भागीदारी होगी।

इनमें से ये कंपनियां फील्ड असिस्टेंट, पैकर, कैशियर, सेल्स एसोसिएट, गोदाम प्रबंधक और ब्रांच रिलेशंस एक्जीक्यूटिव की भर्तियां करेंगी।

चुने गए उम्मीदवारों की न्यूनतम तनख्वाह ₹12,000 से ₹18,000 के बीच होगी।

भागीदारी की योग्यताएं:

इस प्लेसमेंट कैंप में 18 से 32 वर्ष के लड़के और लड़कियां भाग ले सकते हैं।

उम्मीदवारों की न्यूनतम योग्यता 10वीं, 12वीं या स्नातक पास होनी चाहिए।

सभी उम्मीदवारों को इस अवसर का अधिकतम लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया गया है।

महत्वपूर्ण जानकारी:

उम्मीदवारों से अनुरोध है कि वे इस कैंप में भाग लेने के लिए मैनुअल रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है।

जो उम्मीदवार मैनुअल रजिस्ट्रेशन नहीं करवा पाए हैं,

उन्हें सभी मूल प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र और उनकी फोटो प्रतियों के साथ लाना आवश्यक है,

ताकि मौके पर ही रजिस्ट्रेशन किया जा सके। इसके अलावा, सभी उम्मीदवारों से फॉर्मल ड्रेस में आने की अपील की गई है।

 

गांवों में विकास की रफ्तार: डॉ. यश गर्ग ने तातीमा कार्य के लिए शेड्यूल बनाने का दिया आदेश!

उपायुक्त Dr. Yash Garg ने जिला राजस्व अधिकारी को निर्देश दिया है कि वे गांव स्तर पर तातीमा कार्य को शेड्यूल बनाकर पूरा करवाएं।

उन्होंने अधिकारियों से कहा कि शेड्यूल के अनुसार काम को समय पर पूरा करने और गुणवत्ता की जांच के लिए विशेष अधिकारी नियुक्त किए जाएं।

आज लघु सचिवालय के सभागार में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के साथ हुई

वीडियो कांफ्रेंस के बाद, डॉ. यश गर्ग ने जिला के अधिकारियों को उचित दिशा-निर्देश दिए।

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Dr. Yash Garg : पीडब्ल्यूडी लोक निर्माण विभाग द्वारा

उन्होंने बताया कि पीडब्ल्यूडी लोक निर्माण विभाग द्वारा नई सड़कों के निर्माण

और गांवों में फिरनी आदि के तातीमा कार्य पर प्रदेश स्तर की टीमें कार्य कर रही हैं।

अन्य जगहों के तातीमा कार्य को पूरा करने के लिए पटवारियों और अन्य कर्मचारियों को टीम में शामिल किया जाएगा।

डॉ. यश गर्ग ने निर्देश दिया कि जिला राजस्व अधिकारी खुद इस कार्य की निगरानी करें।

गांवों में स्वामित्व प्लस योजना

इसके अलावा, उन्होंने कहा कि गांवों में स्वामित्व प्लस योजना का कार्य चल रहा है।

ग्रामीण क्षेत्रों में ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल करके जमीन और प्लॉटों की मैपिंग का कार्य अलग से टीमें कर रही हैं।

ग्राम सचिवों को इस योजना के कार्य को पूरा करने के लिए ड्यूटी पर लगाया जाएगा।

उन्हें यह भी निर्देश दिया गया कि जिला पंचायत एवं विकास अधिकारी समय सीमा निर्धारित करें और सुनिश्चित करें कि कार्य समय पर पूरा हो।

उन्होंने कहा कि यदि किसी प्रकार की दिक्कत या परेशानी आए,

तो जिला प्रशासन को तुरंत सूचना दें ताकि समस्याओं का समाधान किया जा सके।

इस अवसर पर नगर निगम की ज्वाइंट कमीश्नर सिमरनजीत कौर, जिला राजस्व अधिकारी डॉ. कुलदीप सिंह,

जिला पंचायत एवं विकास अधिकारी राजन सिंगला, नायब तहसीलदार हरदेव सिंह समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

रघुबीर कादियान का राजनीतिक आगाज़: 14वीं विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर बने!

14वीं विधानसभा के पहले सत्र में सबसे बुजुर्ग विधायक Raghuvir Kadian को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है।

4 नवंबर को शुरू होने वाले विधानसभा सत्र से पहले, राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य राजभवन में रघुबीर कादियान को प्रोटेम स्पीकर की पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलवाएंगे।

Raghuvir Kadian विधानसभा सत्र के पहले

शपथ लेने के बाद, रघुबीर कादियान विधानसभा सत्र के पहले दिन सभी विधायकों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे,

जिसके बाद स्पीकर का चयन किया जाएगा। आपको बता दें कि रघुबीर कादियान इससे पहले 2014 में भी प्रोटेम स्पीकर रह चुके हैं।

रघुबीर कादियान, जो बेरी से कांग्रेस की सीट पर चुनाव जीतकर आए हैं,

75 साल के हैं और विधानसभा के सबसे बुजुर्ग विधायक हैं।

उनके बाद नारनौंद से जीतकर आए जजपा विधायक रामकुमार गौतम हैं, जिनकी उम्र 73 साल है।

प्रोटेम स्पीकर क्या होता है?

प्रोटेम शब्द लैटिन भाषा के “प्रो टैम्पोर” का संक्षिप्त रूप है, जिसका अर्थ होता है “कुछ समय के लिए”। प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति राज्यपाल करता है

और यह आमतौर पर तब तक के लिए होती है जब तक विधानसभा अपना स्थायी अध्यक्ष (स्पीकर) नहीं चुन लेती।

प्रोटेम स्पीकर नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलवाता है, और शपथ ग्रहण का पूरा कार्यक्रम इन्हीं की देखरेख में होता है।

जब तक विधायक शपथ नहीं ले लेते, तब तक उन्हें विधानसभा का हिस्सा नहीं माना जाता।

विधायकों की शपथ लेने के बाद, वे विधानसभा स्पीकर का चुनाव करते हैं।

संसदीय परंपरा के अनुसार, राज्यपाल सदन में वरिष्ठतम सदस्यों में से किसी एक को प्रोटेम स्पीकर के लिए चुनते हैं।

JEE Main 2025 की तारीखें Live: NTA जल्द ही करेगा घोषणा

National Testing Agency (NTA) JEE Main 2025, NEET UG 2025, CUET 2025 और UGC NET 2025 की तारीखें अपने आधिकारिक परीक्षा कैलेंडर के माध्यम से घोषित करेगी।

NTA परीक्षा कैलेंडर 2025 nta.ac.in पर जारी किया जाएगा।

हाल ही में, एजेंसी ने सूचित किया कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE Main 2025) के लिए आधिकारिक वेबसाइट jeemain.nta.nic.in है और अधिसूचना समय पर जारी की जाएगी।

JEE Main 2025 अधिसूचनाएँ संबंधित वेबसाइटों पर जारी

सबसे पहले परीक्षा कैलेंडर जारी किया जाएगा, उसके बाद JEE मेन,

NEET UG, CUET और UGC NET के लिए अधिसूचनाएँ संबंधित वेबसाइटों पर जारी की जाएंगी।

पिछली बार, कैलेंडर 19 सितंबर को प्रकाशित हुआ था।

JEE Main परीक्षा दो सत्रों में आयोजित की जाएगी,

जिसका उद्देश्य NITs, IIITs और अन्य तकनीकी संस्थानों में प्रवेश है।

JEE मेन IIT JEE एडवांस के लिए भी एक योग्य परीक्षा है।

हाल ही में, NTA ने सूचित किया कि JEE मेन 2025 में कोई वैकल्पिक प्रश्न नहीं होंगे।

2021 से 2024 के बीच, JEE मेन पेपर में 90 प्रश्न होते थे –

भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित से प्रत्येक से 20 प्रश्न सेक्शन A में और तीनों विषयों से 10 प्रश्न सेक्शन B में होते थे।

उम्मीदवारों को सेक्शन B में तीनों विषयों से पांच प्रश्न हल करने होते थे।

2025 में, NTA JEE मेन का पुराना पैटर्न अपनाएगा,

जिसमें भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित में प्रत्येक से 25 प्रश्न होंगे।

हालांकि, JEE मेन की परीक्षा की तारीखें अभी तक पुष्टि नहीं हुई हैं,

गोवा बोर्ड ने कक्षा 12 की अंतिम परीक्षाओं को फिर से निर्धारित किया है

ताकि छात्रों को तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिल सके।

बोर्ड ने इन चिंताओं पर ध्यान

“बोर्ड ने इन चिंताओं पर ध्यान से विचार किया है,

यह मानते हुए कि JEE 2025 जनवरी के अंत तक समाप्त होने की संभावना है,

जिससे छात्रों को अपने बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए पर्याप्त समय नहीं मिलेगा,” गोवा बोर्ड ने अपनी अधिसूचना में कहा।

राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा अंडरग्रेजुएट (NEET-UG) एकल सत्र में चिकित्सा स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाएगी।

सामान्य विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (CUET) केंद्रीय विश्वविद्यालयों और

अन्य भाग लेने वाले संस्थानों में Undergraduate और Postgraduate  प्रवेश के लिए एकल सत्र, कई शिफ्टों में आयोजित की जाएगी।

UGC NET भारतीय नागरिकों की सहायक प्रोफेसर, JRF और पीएचडी प्रवेश के लिए पात्रता निर्धारित करने के लिए संभवतः दो बार आयोजित किया जाएगा।

NTA परीक्षा कैलेंडर और JEE Main, NEET UG, CUET, UGC NET परीक्षा तिथियों के लिए इस लाइव ब्लॉग का अनुसरण करें।

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