हरियाणा सरकार की पहल: समाधान शिविरों से जनता को मिल रहा त्वरित लाभ!

Haryana Government Initiative : हरियाणा सरकार की अनूठी पहल के तहत आयोजित समाधान शिविरों का आम जनता को भरपूर लाभ मिल रहा है।

इन शिविरों में शिकायतों का त्वरित समाधान कर आम लोगों के चेहरे पर खुशी लाने का काम किया जा रहा है।

अधिकारियों और नागरिकों के बीच की दूरी कम हो रही है, जिससे प्रशासनिक प्रक्रिया में सुधार आ रहा है।

Haryana Government Initiative : प्रॉपर्टी टैक्स डाटा सुधार संबंधी शिकायत

गुरुग्राम के सिग्नेचर सोलेरा सोसायटी निवासी नितिन गर्ग ने हाल ही में आयोजित समाधान शिविर में अपनी प्रॉपर्टी टैक्स डाटा सुधार संबंधी शिकायत लेकर आए थे।

नितिन ने बताया कि वह पिछले कई दिनों से अपनी शिकायत को लेकर दौड़-भाग कर रहे थे,

लेकिन किसी भी स्थान पर उनकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा था।

लेकिन इस बार समाधान शिविर में उन्हें सिर्फ 35 सेकंड में समाधान मिल गया।

नितिन ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, निगमायुक्त डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ और अतिरिक्त आयुक्त सतीश पाराशर का धन्यवाद किया।

अतिरिक्त आयुक्त सतीश पाराशर ने नितिन की शिकायत को सुनते हुए त्वरित कार्रवाई की और मौके पर ही डाटा में सुधार किया।

नितिन के चेहरे पर खुशी की चमक देखकर सभी ने इस पहल की सराहना की।

यह पहल न केवल समस्याओं का समाधान कर रही है,

बल्कि आम लोगों में सरकार की ओर से विश्वास भी बढ़ा रही है।

शिविरों में नागरिकों की समस्याओं का निपटारा

समाधान शिविरों में नागरिकों की समस्याओं का निपटारा करने के साथ-साथ कार्य में लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जा रही है।

नगर निगम के आयुक्त डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ ने एक शिकायत पर संज्ञान लेते हुए चार अधिकारियों का वेतन काटने का आदेश दिया,

जो अपनी जिम्मेदारी निभाने में कोताही बरत रहे थे।

यह कदम दिखाता है कि सरकार गंभीरता से काम कर रही है

और किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

समाधान शिविरों का आयोजन प्रतिदिन सुबह 9 बजे से 11 बजे तक गुरुग्राम के विभिन्न स्थानों पर किया जा रहा है।

पहले दो दिन में 37 शिकायतें प्राप्त हुईं,

जिनमें से कई का मौके पर ही समाधान किया गया।

लोगों को अपनी शिकायतें दर्ज कराने के लिए आधार नंबर, परिवार पहचान पत्र नंबर और मोबाइल नंबर लिखने की सलाह दी गई है।

डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ ने नागरिकों से की अपील

निगमायुक्त डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ ने नागरिकों से अपील की है

कि वे इन शिविरों में भाग लें और अपनी समस्याओं का समाधान करें।

हरियाणा सरकार की यह अनूठी पहल न केवल प्रशासन को सुधारने में मदद कर रही है,

बल्कि नागरिकों को सीधे अधिकारियों से जुड़ने का मौका भी दे रही है।

इस पहल के माध्यम से हरियाणा सरकार ने एक नई दिशा में कदम बढ़ाया है,

जहां नागरिकों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है।

इससे न केवल सरकार और जनता के बीच की दूरी कम हो रही है,

बल्कि लोगों का विश्वास भी बढ़ रहा है।

आइए, हम सभी मिलकर इस प्रक्रिया का हिस्सा बनें और अपनी आवाज़ उठाएं!

चंडीगढ़ में व्यापारियों का सशक्त मोर्चा: समस्याओं के समाधान की तलाश!

Vyapari Ekta Manch Chandigarh : व्यापारी एकता मंच चंडीगढ़ को भारत सरकार के गृह मंत्री अमित शाह से मिलने का अवसर मिला,

लेकिन उनके जन्मदिवस के कारण मंच के प्रधान योगेश कपूर और महामंत्री दीपक शर्मा ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय से मुलाकात की।

इस बैठक में उन्होंने औद्योगिक क्षेत्र फेस 1 और 2 में आ रही समस्याओं को उजागर किया।

इस अवसर पर मंच के वित्त सचिव नरेश अग्रवाल और उप वित्त सचिव ऋषभ गोयल भी उपस्थित रहे।

दीपक शर्मा ने बताया कि प्रधान ने औद्योगिक क्षेत्र के मुद्दों को विस्तार से मंत्री के समक्ष रखा,

जिसमें कई महत्वपूर्ण बातें शामिल थीं।

प्रमुख मुद्दे:

मिसयूज और वायलेशन के नोटिस: दीपक शर्मा ने कहा कि चंडीगढ़ व्यापारिक समुदाय को प्रमुख मिसयूज और वायलेशन के नोटिस से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

उन्होंने गृह मंत्रालय से हस्तक्षेप की मांग की ताकि इन मुद्दों का समाधान किया जा सके।

चंडीगढ़ मास्टर प्लान 2031: आगामी मास्टर प्लान में शहरी नवीकरण योजना के तहत औद्योगिक क्षेत्र रूपांतरण नीति का स्पष्ट उल्लेख किया गया है।

उन्होंने मांग की कि इस पॉलिसी को छोटे व्यापारियों के लिए लाया जाए

और इसके लिए उचित रूपांतरण शुल्क देने को भी तैयार हैं।

2006 का एमएसएमई अधिनियम: दीपक शर्मा ने यह भी बताया कि 2006 का एमएसएमई अधिनियम,

जो भारत की संसद द्वारा अनुमोदित किया गया था,

चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा अभी तक पूरी तरह से लागू नहीं किया गया है।

श्रमिकों की सुरक्षा: उन्होंने यह भी कहा कि चंडीगढ़ में औद्योगिक क्षेत्र की औद्योगिक इकाइयों पर लगभग 10,000 श्रमिक निर्भर हैं।

उनके जीवनयापन की रक्षा करना और रोजगार प्रदान करना सरकार की भी जिम्मेदारी है।

उन्होंने “हर घर रोजगार” के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने का भी जिक्र किया।

Vyapari Ekta Manch Chandigarh : चंडीगढ़ प्रशासन को औद्योगिक क्षेत्र से सबसे ज्यादा जीएसटी

दीपक शर्मा ने मंत्री जी को बताया कि चंडीगढ़ प्रशासन को औद्योगिक क्षेत्र से सबसे ज्यादा जीएसटी प्राप्त होता है,

जो चंडीगढ़ के विकास कार्यों में लगाया जाता है।

उन्होंने कहा कि छोटे प्लॉटों का निर्माण 1972 में किया गया था

और वर्तमान व्यवसाय शैली में बदलाव आ चुका है।

नए सीएनसी मशीनों और स्टार्टअप के लिए पुराने निर्माण में व्यवसाय करना अब संभव नहीं हो पा रहा है।

उन्होंने अंत में कहा कि जबकि केंद्र सरकार नए बिजनेस आइडिया का समर्थन कर रही है,

चंडीगढ़ प्रशासन हर कदम पर इसके विपरीत कार्य कर रहा है।

इस प्रकार, व्यापारी एकता मंच ने केंद्रीय मंत्री के समक्ष अपनी चिंताओं को उठाकर न केवल अपनी समस्याओं को उजागर किया,

बल्कि विकास के लिए आवश्यक कदमों का भी संकेत दिया।

 

किसानों के हित में सरकार का कदम: फसल कटाई प्रयोगों से मिलेगा सही आकलन!

Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana : हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त निदेशक (सांख्यिकी) डा. राजेन्द्र सिंह सौलंकी ने पंचकूला जिले के गढी कोटाहा गांव में धान की फसल कटाई प्रयोगों का निरीक्षण किया।

Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana : फसल कटाई प्रयोगों के आधार पर ही निर्धारित

उन्होंने स्पष्ट किया कि जिले की औसत पैदावार फसल कटाई प्रयोगों के आधार पर ही निर्धारित की जाएगी,

जो कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों के क्लेम के लिए भी महत्वपूर्ण होगी।

इस अवसर पर, डा. सौलंकी ने कृषि विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वे वर्तमान खरीफ सीजन में इस कार्य को पूरी सावधानी से करें।

उन्होंने कहा, “इन आंकड़ों के आधार पर ही हम प्रत्येक गांव की औसत पैदावार तय करेंगे।”

सहायक सांख्यिकी अधिकारी उपेन्द्र सहरावत ने बताया कि जिले के सभी गांवों में धान, बाजरा और मक्का के लिए चार-चार फसल कटाई प्रयोग किए जा रहे हैं।

इन प्रयोगों का उद्देश्य आकड़ों में शुद्धता लाना है, जिससे हर गांव की फसल उत्पादन क्षमता को बेहतर ढंग से समझा जा सके।

रैंडम सैम्पलिंग का तरीका: 

उपेन्द्र सहरावत ने यह भी बताया कि प्रत्येक गांव में रैंडम नंबर और स्मार्ट सैम्पलिंग के माध्यम से चार-चार खेतों का चयन किया गया है,

जिसमें 5 बाई 5 के प्लॉट का उपयोग किया जा रहा है।

यह प्रक्रिया कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा की जा रही है

ताकि गांव स्तर पर सही औसत पैदावार निकाली जा सके।

फाने जलाने से बचें: 

इस दौरान, अतिरिक्त निदेशक (सांख्यिकी) ने किसानों को यह भी समझाया

कि वे अपनी धान की फसल काटने के बाद फाने न जलाएं।

उन्होंने चेतावनी दी कि फाने जलाने से निकलने वाला धुआँ मानव स्वास्थ्य पर घातक प्रभाव डाल सकता है

और इससे जमीन की उपजाऊ शक्ति भी प्रभावित होती है।

डा. सौलंकी ने कृषि विभाग के कर्मचारियों को निर्देश दिया

कि वे किसानों को फाने जलाने के दुष्प्रभावों के बारे में अधिक से अधिक जानकारी दें,

ताकि किसान इससे बच सकें।

इस अवसर पर, संबंधित किसान के साथ-साथ कृषि विभाग के सांख्यिकी सहायक श्री नवीन दहिया,

खण्ड कृषि अधिकारी रायपुररानी श्री अमनदीप सिंह, और बीमा कंपनी के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।

इस तरह के प्रयासों से हरियाणा के किसानों को न केवल फसल की बेहतर पैदावार का लाभ मिलेगा,

बल्कि कृषि विकास में भी नई ऊँचाइयाँ हासिल होंगी। कृषि विभाग के इस पहल से स्पष्ट होता है

कि आंकड़ों और विज्ञान के आधार पर खेती को और बेहतर बनाया जा रहा है, जो भविष्य में हरियाणा की कृषि को एक नई दिशा देगा।

‘बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ’ के अंतर्गत नवजात बच्चियों को दिए गए बेबी किट

बाल विकास परियोजना अधिकारी खरड़ – 2 कार्यालय में ‘Beti Bachao Beti Padhao’ योजना के तहत नवजात बच्चियों को बेबी किट वितरित किए गए।

यह कार्यक्रम 22.10.2024 को आयोजित किया गया,

जिसमें 58 बेबी किट ब्लॉक खरड़ – 2 में उपलब्ध कराए गए,

जिनकी वितरण 28 सोहाना और 30 कुंबड़ा में की गई।

अहोई अष्टमी 2024 : बच्चों के लिए करें ये खास दान, फिर देखिये खुशियों में आएंगे चार चांद!

Beti Bachao Beti Padhao : किटों को नवजात बच्चियों के माता-पिता को एक बधाई के रूप में प्रदान

इन किटों को नवजात बच्चियों के माता-पिता को एक बधाई के रूप में प्रदान किया गया,

ताकि समाज में बेटियों के महत्व को उजागर किया जा सके। इस अवसर पर बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की गई।

अभिभावकों का सहयोग, छात्रों की सफलता: Mega PTM की बड़ी कहानी!

प्रमुख सचिव जसप्रीत तलवार और डिप्टी कमिश्नर Aashika Jain ने आज मेगा पैरेंट-टीचर मीट

(Mega PTM) अभियान का जायजा लेने के लिए मोहाली के फेज 11 के स्कूल ऑफ एमिनेंस और मौली बैदवान स्कूल का दौरा किया।

इस अभियान का मुख्य उद्देश्य छात्रों के करियर को बढ़ावा देने के लिए अभिभावकों और शिक्षकों के बीच बेहतर संबंध स्थापित करना है।

स्कूल ऑफ एमिनेंस, फेज 11 में अभिभावकों और छात्रों से संवाद करते हुए,

श्रीमती तलवार ने कहा कि यह अभियान अभिभावकों की भागीदारी को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

उन्होंने बताया कि पहले सरकारी स्कूलों में अभिभावकों की मीटिंग को गंभीरता से नहीं लिया जाता था,

लेकिन अब हालात बदल चुके हैं।

“अब स्कूलों का बुनियादी ढांचा निजी संस्थानों से मुकाबला करने के लिए विकसित किया गया है,

जिससे शिक्षा का स्तर भी सुधार हुआ है,” उन्होंने कहा।

वीजा-मुक्त करतारपुर कॉरिडोर ! सिख तीर्थयात्रियों के लिए खुशखबरी !

Kartarpur Corridor : करतापुर साहिब (पाकिस्तान) द्वारा भारत के तीर्थयात्रियों को वीजा-मुक्त – करतारपुर कारीडोर गलियारे के माध्यम से गुरुद्वारा श्री करतारपुर जाने की अनुमति देने के लिए भारत के साथ अगले पांच वर्षों के लिए एक समझौते को नवीनीकृत किया है।

Kartarpur Corridor : 24 अक्टूबर, 2024 को समाप्त होने वाला था

सीमा पार सूत्रों के अनुसार मूल रूप से पांच साल की अवधि के लिए 24 अक्टूबर, 2019 को हस्ताक्षरित, यह समझौता 24 अक्टूबर, 2024 को समाप्त होने वाला था

लेकिन इसकी समाप्ति से पहले ही यहां के विदेश कार्यालय ने मंगलवार को समझौते के नवीनीकरण की घोषणा कर दी।

पाकिस्तान में तीर्थयात्रियों की यात्रा की सुविधा

सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान सरकार ने अतिरिक्त अवधि के लिए गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब करतारपुर जिला नारोवाल,

पाकिस्तान में तीर्थयात्रियों की यात्रा की सुविधा के लिए भारत गणराज्य की सरकार

और इस्लामी गणराज्य पाकिस्तान की सरकार के बीच समझौते के नवीनीकरण की घोषणा की है।

सूत्रों के अनुसार समझौते का नवीनीकरण अंतर-धार्मिक सद्वभाव और

शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व को बढ़ावा देने के लिए भारत सदा प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

हजारों तीर्थयात्रियों को इस पवित्र स्थान की तीर्थयात्रा की सुविधा

यह समझौता भारत के तीर्थयात्रियों को गुरुद्वारा श्री करताारपुर साहिब के पवित्र धार्मिक स्थान की यात्रा करने में सक्षम बनाने के लिए वीजा-मुक्त पहुंच प्रदान करना जारी रखता है।

जहां सिख धर्म के श्रद्धेय संस्थापक श्री गुरु नानक देव जी ने अपने अंतिम दिन बिताए थे।

अपनी स्थापना के बाद से, गलियारे ने हजारों तीर्थयात्रियों को इस पवित्र स्थान की तीर्थयात्रा की सुविधा प्रदान की है।

भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर सिख समुदाय की उनके सबसे प्रतिष्ठित धार्मिक स्थलों में से एक तक पहुंच की लंबे समय से चली आ रही इच्छा को पूरा करता है।

Kartarpur Corridor की पहल भारत तथा पाकिस्तान के बीच

करतारपुर कारीडोर की पहल भारत तथा पाकिस्तान के बीच स्थापित पहला वीजा-मुक्त गलियारा था।

इससे पहले, तीर्थयात्रियों को करतारपुर गुरूद्वारे के दर्शन के लिए लंबा रास्ता तय करना पड़ता था

और वीजा पाने के लिए कई बाधाओं का सामना करना पड़ता था।

वणर्नीय है कि 24 नवम्बर 2019 में जब इसका उद्घाटन किया गया तो इसे शांति का गलियारा कहा गया।

आशा थी कि वीज़ा-मुक्त गलियारा खुलने से तनाव कम होगा और लोगों से लोगों के बीच संपर्क बढ़ेगा परंतु एैसा नहीं हुआ ।

तत्कालीन प्रधान मंत्री इमरान खान ने गलियारे का उद्घाटन किया,

जबकि भारत के पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह, नवजोत सिंह सिद्धू और अन्य भारतीय राजनेता उपस्थित थे।

अहोई अष्टमी 2024 : बच्चों के लिए करें ये खास दान, फिर देखिये खुशियों में आएंगे चार चांद!

Ahoi Ashtami 2024 : हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि के बाद आने वाली अहोई अष्टमी विशेष रूप से बच्चों की लंबी उम्र और सुख-सौभाग्य में वृद्धि के लिए मनाई जाती है।

इस पर्व पर विवाहित महिलाएं निर्जला व्रत रखकर अपने बच्चों के लिए सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।

इस व्रत के पुण्य से व्रती की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं,

और उनके बच्चों को इस धरती पर स्वर्ग के समान सुख मिलते हैं।

अहोई अष्टमी पर दान का भी विशेष महत्व है।

यदि आप अपने जीवन में चल रही परेशानियों से छुटकारा पाना चाहते हैं,

तो अहोई अष्टमी के दिन पूजा के बाद कुछ खास चीजों का दान अवश्य करें।

Ahoi Ashtami 2024 : पूजा का शुभ मुहूर्त-

अहोई अष्टमी के दिन पूजा करने का शुभ समय संध्याकाल 5:42 बजे से 6:59 बजे तक है।

इस दौरान तारे को देखने का शुभ समय 6:06 बजे है,

जब व्रती तारे को देखकर अपना व्रत खोल सकती हैं।

चंद्रोदय का समय इस दिन रात 11:55 बजे है।

दान करने के लिए चीजें –

1. सूर्य देव की कृपा: गेहूं, गुड़, मूंगफली, शहद आदि का दान करें।

इससे आपकी कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होगी।

2. भगवान विष्णु की प्रसन्नता: मकई, पके केले, पपीता, पीले रंग के वस्त्र, बेसन, चने की दाल आदि का दान करें।

3. महादेव की कृपा: चावल, चीनी, दूध, दही और सफेद रंग के वस्त्र का दान करें। इससे कुंडली में शुक्र की स्थिति भी मजबूत होगी।

4. हनुमान जी की कृपा: सेब, मसूर दाल, लाल रंग का वस्त्र आदि का दान करें, जो आर्थिक तंगी को दूर करने में मदद करेगा।

5. भगवान गणेश की कृपा: साबुत मूंग, मोदक, तुलसी, हरी सब्जी, हरे रंग के फलों का दान करें।

इन दानों के माध्यम से आप ना केवल अपने परिवार के लिए सुख-सौभाग्य की कामना कर सकते हैं,

बल्कि देवताओं की कृपा भी प्राप्त कर सकते हैं। अहोई अष्टमी का यह पर्व आपके लिए सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य लेकर आए!

 

 

Disclaimer – यह लेख धार्मिक विश्वास और परंपराओं पर आधारित है। Newspedia इसकी पुष्टि नहीं करता है।

अभिभावकों का सहयोग, छात्रों की सफलता: Mega PTM की बड़ी कहानी!

प्रमुख सचिव जसप्रीत तलवार और डिप्टी कमिश्नर Aashika Jain ने आज मेगा पैरेंट-टीचर मीट (Mega PTM) अभियान का जायजा लेने के लिए मोहाली के फेज 11 के स्कूल ऑफ एमिनेंस और मौली बैदवान स्कूल का दौरा किया।

इस अभियान का मुख्य उद्देश्य छात्रों के करियर को बढ़ावा देने के लिए अभिभावकों और शिक्षकों के बीच बेहतर संबंध स्थापित करना है।

स्कूल ऑफ एमिनेंस, फेज 11 में अभिभावकों और छात्रों से संवाद करते हुए, श्रीमती तलवार ने कहा कि यह अभियान अभिभावकों की भागीदारी को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

उन्होंने बताया कि पहले सरकारी स्कूलों में अभिभावकों की मीटिंग को गंभीरता से नहीं लिया जाता था,

लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। “अब स्कूलों का बुनियादी ढांचा निजी संस्थानों से मुकाबला करने के लिए विकसित किया गया है,

जिससे शिक्षा का स्तर भी सुधार हुआ है,” उन्होंने कहा।

Aashika Jain : शिक्षक और अभिभावक के बीच संवाद छात्रों

श्रीमती तलवार ने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों की शिक्षा में अधिक सक्रिय भूमिका निभाएं।

“बच्चे अब निजी स्कूलों के स्तर के बराबर होशियार हो रहे हैं और सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों में भी अव्वल आ रहे हैं।

शिक्षक और अभिभावक के बीच संवाद छात्रों के प्रदर्शन को और बेहतर बनाने में सहायक है,” उन्होंने कहा।

इसके बाद, उपायुक्त आशिका जैन ने सरकारी हाई स्कूल, नया गांव का दौरा किया,

जहां उन्हें छात्रों द्वारा लिखी गई सुंदर कहानियों की प्रदर्शनी देखने को मिली।

उन्होंने छात्रों के आत्मविश्वास की तारीफ की और कहा कि यह इस अभियान का एक सकारात्मक पहलू है।

Mega PTM : का उद्देश्य अभिभावकों

कांसल स्कूल का दौरा करते हुए, उपायुक्त ने अभिभावकों, शिक्षकों और छात्रों से बातचीत की,

जिससे उन्हें सरकारी स्कूलों में प्रदान की जा रही शिक्षा के बारे में जानकारी मिली।

उन्होंने कहा, “मेगा पीटीएम का उद्देश्य अभिभावकों को बेहतर बुनियादी ढांचे और शिक्षा कौशल के बारे में जागरूक करना है।

सभी स्कूलों ने इस मीट का आनंद लिया, जिसमें विज्ञान, गणित परियोजनाओं और साहित्यिक पुस्तकों की प्रदर्शनी भी शामिल थी।”

प्रमुख सचिव और उपायुक्त ने मौली बैदवान के सरकारी प्राथमिक विद्यालय का भी दौरा किया,

जहां उन्होंने जूनियर छात्रों और उनके अभिभावकों एवं शिक्षकों के साथ संवाद किया।

इस दौरान, जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) गिन्नी दुग्गल और स्कूल ऑफ एमिनेंस के प्रिंसिपल ने प्रमुख सचिव और उपायुक्त को स्कूल के प्रदर्शन से अवगत कराया।

इस मेगा पीटीएम अभियान ने अभिभावकों और शिक्षकों के बीच संवाद को बढ़ावा दिया है,

जो छात्रों की शिक्षा और उनके भविष्य के लिए एक सकारात्मक संकेत है।

इस पहल से यह स्पष्ट होता है कि सरकारी स्कूलों में भी शिक्षा का स्तर ऊँचा उठ रहा है,

और अभिभावकों की भागीदारी को बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।

सेवानिवृत्त सैनिकों का सम्मान: चंडीमंदिर में आयोजित वेटरन्स आउटरीच कार्यक्रम!

पश्चिमी कमांड ने Chandimandir सैन्य स्टेशन में एक सफल Veterans Outreach कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें चंडीगढ़, मोहाली और पंचकूला से 500 से अधिक सेवानिवृत्त अधिकारियों ने भाग लिया।

यह कार्यक्रम वेटरन्स को भारतीय सेना की पहलों के बारे में जानकारी देने और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए एक वन-स्टॉप प्लेटफॉर्म प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।

Chandimandir में आयोजित Veterans Outreach कार्यक्रम!

इस कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों ने वेटरन्स की लंबित समस्याओं को समझने और उनके समाधान के लिए आवश्यक प्रक्रियाओं पर चर्चा की।

पश्चिमी कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ, लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कटियार ने वेटरन्स से संवाद किया

और उनकी देश सेवा के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “आपकी सेवाएं अमूल्य हैं, और हम आपके साथ खड़े हैं।”

सेना कमांडर ने वेटरन्स और सेवारत फ्रैटर्निटी के लिए पश्चिमी कमांड की समर्थन की वचनबद्धता को दोहराया।

उन्होंने स्वास्थ्य और कल्याण के मुद्दों पर विशेष ध्यान देने का आश्वासन दिया।

कटियार ने कहा, “हम वेटरन्स की समस्याओं को गंभीरता से लेते हैं और उनके समाधान के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।”

इस अवसर पर, उन्होंने सेवानिवृत्त सैनिकों के नागरिक समाज में योगदान की भी प्रशंसा की।

उनका कहना था कि वेटरन्स ने समाज में अपनी भूमिका निभाकर सशस्त्र बलों की छवि को और मजबूत किया है।

उन्होंने उपस्थित लोगों से आग्रह किया कि वे सैन्य पहलों के दूत बनकर अपने समुदायों में इनका संदेश फैलाएं।

पश्चिमी कमांड का यह आउटरीच कार्यक्रम वेटरन्स

पश्चिमी कमांड का यह आउटरीच कार्यक्रम वेटरन्स के प्रति सहयोग

और सामाजिक भावना को बढ़ावा देने के लिए उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

इस कार्यक्रम ने वेटरन्स को एकजुट करने और उनकी समस्याओं को हल करने के लिए एक मंच प्रदान किया,

जिससे उनकी आवाज़ को सुना जा सके।

इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले सेवानिवृत्त अधिकारियों ने इसे सकारात्मक और लाभकारी अनुभव बताया।

कई ने यह भी कहा कि ऐसे कार्यक्रमों की नियमित रूप से आवश्यकता है,

ताकि वेटरन्स को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए एक सशक्त मंच मिल सके।

इस प्रकार, पश्चिमी कमांड का यह आयोजन न केवल वेटरन्स के समर्थन का प्रतीक है,

बल्कि यह भारतीय सेना और पूर्व सैनिकों के बीच एक मजबूत संबंध स्थापित करने का एक महत्वपूर्ण कदम भी है।

इस पहल से यह स्पष्ट होता है कि सेना अपने वेटरन्स को कभी नहीं भुलाएगी और उनके कल्याण के लिए हमेशा तत्पर रहेगी।

इस कार्यक्रम के जरिए, यह संदेश दिया गया कि “हर काम देश के नाम” है,

और भारतीय सेना अपने वेटरन्स की भलाई के लिए हमेशा तैयार है।

पंजाब के बस अड्डे बंद: जानिए क्यों और कब तक?

पंजाब भर के सभी बस अड्डे 23 अक्तूबर को सुबह 10 से 12 बजे तक बंद रहेंगे। यह फैसला PUNBUS-PRTC  यूनियन द्वारा ठेका कर्मचारियों की स्थायी नौकरी की मांग को लेकर उठाया गया है।

यूनियन ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा है कि कर्मचारियों की समस्याओं को अनदेखा करना अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

PUNBUS-PRTC : यूनियन के प्रधान की  ट्रांसपोर्ट मंत्री के साथ मीटिंग

यूनियन के प्रधान रेशम सिंह गिल, मीत प्रधान हरकेश कुमार विक्की और महासचिव शमशेर सिंह ढिल्लों ने बताया

कि हाल ही में चंडीगढ़ में ट्रांसपोर्ट मंत्री के साथ मीटिंग की योजना थी, जिसके लिए वे काफी उत्साहित थे।

लेकिन मंत्री के मीटिंग में न पहुँचने से उनकी उम्मीदें चूर-चूर हो गईं। वक्ताओं ने कहा

कि आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद से यूनियन को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है

और उनकी लंबित मांगों को पूरा करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।

यूनियन नेताओं ने यह भी आरोप लगाया

यूनियन नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि कई बार कर्मचारियों को वेतन देने के लिए फंड उपलब्ध नहीं होता,

जिससे उन्हें कई दिनों तक वेतन का इंतजार करना पड़ता है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों को तुरंत हल नहीं किया गया,

तो अगले उप-चुनावों में सरकार का विरोध किया जाएगा और संबंधित विधानसभा क्षेत्रों में रोष रैलियाँ आयोजित की जाएंगी।

शमशेर सिंह ढिल्लों ने कहा, “सरकार द्वारा स्थायी नौकरी की मांग को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है।

” उन्होंने स्पष्ट किया कि 23 अक्तूबर को पंजाब के सभी 27 डिपो में सुबह 10 से 12 बजे तक प्रदर्शन किया जाएगा।

पनबस-पी.आर.टी.सी. में आउटसोर्सिंग के माध्यम से…

यूनियन नेताओं ने यह भी बताया कि पनबस-पी.आर.टी.सी. में आउटसोर्सिंग के माध्यम से कर्मचारियों की सेवाएँ ली जा रही हैं,

जिसके लिए प्रति वर्ष 25 करोड़ रुपये से अधिक जी.एस.टी. के रूप में खर्च होते हैं।

उन्होंने सुझाव दिया कि सरकार को कर्मचारियों की सीधी भर्ती करके जी.एस.टी. की राशि बचानी चाहिए

और इसे कर्मचारियों की भलाई पर खर्च करना चाहिए।

इससे पहले, यूनियन ने कई बार अपनी मांगों को सरकार के समक्ष उठाया है,

लेकिन उनकी चिंताओं को अनदेखा किया गया है। अब, यूनियन ने ठान लिया है

कि वे अपनी आवाज़ उठाने से पीछे नहीं हटेंगे और सभी कर्मचारियों के हितों की रक्षा करेंगे।

23 अक्तूबर का प्रदर्शन न केवल ठेका कर्मचारियों के लिए बल्कि सभी कर्मचारियों के लिए एक बड़ा संदेश देने का मौका है कि वे एकजुट हैं

और अपनी आवाज़ उठाने के लिए तैयार हैं। बस अड्डों का बंद होना इस संघर्ष का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है,

जो दर्शाता है कि कर्मचारी अपनी अधिकारों के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।

सेना के वीरों के लिए रोटरी क्लब का खास दिवाली तोहफा: 7 टन मिठाई रवाना!

Rotary Club : पंजाब के राज्यपाल और यूटी चंडीगढ़ के प्रशासक, गुलाब चंद कटारिया ने सीमाओं पर तैनात जवानों के लिए रोटेरियन द्वारा भेजी गई सात टन मिठाइयों से भरे ट्रकों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

Rotary Club : नेक कार्य को अंजाम दिया

यह पहल हर साल दिवाली पर जवानों के लिए किए जाने वाले अद्भुत प्रयासों का हिस्सा है,

और इस बार भी रोटरी क्लब ने इस नेक कार्य को अंजाम दिया है।

यह लगातार आठवां वर्ष है जब रोटेरियन सीमाओं पर तैनात जवानों के लिए मिठाई खरीदने और उन्हें भेजने का कार्य कर रहे हैं।

इस बार, मिठाइयों को भारतीय सेना और वायुसेना के सहयोग से एयरलिफ्ट किया जाएगा,

ताकि ये जल्दी से जल्दी जवानों तक पहुँच सकें।

राज्यपाल कटारिया: रोटेरियन के इस समर्पण की सराहना

राज्यपाल कटारिया ने रोटेरियन के इस समर्पण की सराहना की और कहा, “यह एक अद्भुत पहल है।

हमारे जवान जिन कठिन परिस्थितियों में रहते हैं, उनकी याद रखना हमारे लिए महत्वपूर्ण है।

‘आप हैं तो हम हैं’ इस भावना के साथ यह प्रयास किया जा रहा है।”

कटारिया ने पंजाब राजभवन से सेना के ट्रकों को रवाना किया, जो मिठाइयों को वायुसेना के बेस तक पहुँचाएंगे।

वहां से मिठाइयों को आगे की चौकियों तक भेजा जाएगा।

इस मौके पर पूर्व रोटरी इंटरनेशनल अध्यक्ष राजेंद्र के. साबू, उनकी पत्नी उषा साबू, रोटरी डिस्ट्रिक्ट गवर्नर राजपाल सिंह, और कई प्रमुख लोग उपस्थित थे।

रोटरी क्लब चंडीगढ़ के सहयोग से यह प्रोजेक्ट शुरू हुआ

यह कार्यक्रम तब शुरू हुआ जब उषा साबू ने एक जवान से मुलाकात की, जो दिवाली से पहले सीमा पर तैनाती के लिए जा रहा था।

इस बातचीत ने उन्हें जवानों के लिए कुछ खास करने की प्रेरणा दी, और इसी के चलते रोटरी क्लब चंडीगढ़ के सहयोग से यह प्रोजेक्ट शुरू हुआ।

आज, यह पहल न केवल चंडीगढ़ बल्कि मुंबई जैसे दूर के शहरों से भी समर्थन प्राप्त कर रही है।

भवन विद्यालय के छात्रों ने इस अभियान के लिए 4 लाख रुपये से अधिक राशि एकत्रित की है,

ताकि वे अपने जवानों को दिवाली की शुभकामनाएं भेज सकें।

राजपाल सिंह ने सभी रोटेरियनों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस परियोजना में समर्थन दिया।

पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर मधुकर मल्होत्रा ने चंडीगढ़ में वायुसेना के बेड़े का भी आभार व्यक्त किया,

जिसने इस खेप को समय पर पहुँचाने में मदद की।

इस तरह के प्रयास न केवल जवानों को दिवाली की खुशियों का अहसास कराते हैं,

बल्कि यह हमें यह भी याद दिलाते हैं कि हमारी सुरक्षा के लिए कितने लोग अपने परिवारों से दूर रहकर अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं।

यह दिवाली केवल मिठाइयों की नहीं, बल्कि सैनिकों के प्रति हमारी कृतज्ञता और सम्मान की भी है।

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