चंडीगढ़, 21 मार्च: हरियाणा राज्य में जल संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने और जल स्रोतों के पुनर्जीवन के लिए “जल शक्ति अभियान – कैच द रैन 2025” का छठा संस्करण 22 मार्च 2025 को पंचकूला के ताऊ देवीलाल स्टेडियम से शुरू होने जा रहा है। इस महत्त्वपूर्ण अभियान का शुभारंभ मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी करेंगे और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर. पाटिल कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे।
इस अवसर पर हरियाणा सरकार के सिंचाई और जल संसाधन मंत्री श्रीमती श्रुति चौधरी भी विशेष रूप से मौजूद रहेंगी। मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने इस अभियान की सफलता के लिए राज्य के नागरिकों से सक्रिय भागीदारी की अपील की है।
जल शक्ति अभियान की शुरुआत और उद्देश्य:
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2019 में शुरू हुए “जल शक्ति अभियान” का मुख्य उद्देश्य देशभर में जल संकट को दूर करना और जल स्रोतों का पुनर्जीवन करना है। इस अभियान के अंतर्गत जल संचयन, तालाबों और जल स्त्रोतों का पुनर्निर्माण, और बारिश के पानी का अधिकतम उपयोग करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं।
हरियाणा सरकार का योगदान:
हरियाणा सरकार ने मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में जल शक्ति अभियान की दिशा में कई ठोस कदम उठाए हैं। खासतौर पर हरियाणा पौंड अथॉरिटी का गठन किया गया है, जो प्राचीन तालाबों का पुनर्निर्माण कर उन्हें सिंचाई और अन्य आवश्यक कार्यों के लिए पुनः उपयोगी बना रही है। यह कार्यक्रम राज्य में जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने में अहम भूमिका निभा रहा है।
जल शक्ति अभियान का महत्व:
इस अभियान का छठा संस्करण “कैच द रैन 2025” पूरे देश में जल स्रोतों के पुनर्जीवन और पानी के बेहतर प्रबंधन की दिशा में एक बड़ा कदम होगा। यह न केवल जल संकट की गंभीर समस्या को हल करने में मदद करेगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए पानी के सुरक्षित भंडारण और उपलब्धता को सुनिश्चित करेगा।
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा, “यह अभियान जल के महत्व को समझने और उसे बचाने के लिए एक अभूतपूर्व प्रयास है। हमें जल की हर बूंद का सही उपयोग करना होगा ताकि हम जल संकट से निपटने में सफल हो सकें।”
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जल संकट समाधान की दिशा में प्रयास:
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इस अभियान को पूरे देश में लागू करने के लिए केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के तहत कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इस अभियान की सफलता से जल संकट से निपटने के लिए पूरे देश में एक सशक्त अभियान शुरू किया जाएगा, जिससे हरियाणा सहित सभी राज्यों में जल संरक्षण के प्रति जागरूकता का स्तर बढ़ेगा।