बिट्टू चौधरी और कैबिनेट मंत्री कंवरपाल गुर्जर (Cabinet Minister Kanwarpal ) समर्थकों ने कांग्रेस का दामन थामा।
वो सैकड़ो समर्थको के साथ पूर्व डिप्टी स्पीकर अकरम खान की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए हैं।
Cabinet Minister Kanwarpal के विधानसभा क्षेत्र में उलटफेर
भाजपा के Cabinet Minister Kanwarpal के विधानसभा क्षेत्र में एक बड़ा राजनीतिक उलटफेर हुआ है।
जिला पार्षद प्रतिनिधि बिट्टू चौधरी ने भाजपा को अलविदा कहकर कांग्रेस का दामन थाम लिया है।
इस परिवर्तन ने स्थानीय राजनीति में एक नया हलचल मचा दिया है।
बिट्टू चौधरी, जो लंबे समय तक भाजपा का हिस्सा रहे थे।
पूर्व डिप्टी स्पीकर अकरम खान की मौजूदगी में
पूर्व डिप्टी स्पीकर अकरम खान की मौजूदगी में सैकड़ों समर्थकों के साथ कांग्रेस पार्टी में शामिल होकर भाजपा को एक बड़ा झटका दिया है।
कांग्रेस को जगाधरी विधानसभा क्षेत्र में लगातार मजबूती मिलती नजर आ रही है।
कई प्रमुख नेता और समर्थक भाजपा और अन्य दलों को छोड़कर कांग्रेस का हिस्सा बन रहे हैं।
पूर्व डिप्टी स्पीकर अकरम खान, जो कांग्रेस के एक महत्वपूर्ण नेता हैं
इस प्रवृत्ति को और भी मजबूत कर रहे हैं। बिट्टू चौधरी का कांग्रेस में शामिल होना इस बात का संकेत है।
कि कांग्रेस का कुनबा दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और उसकी राजनीति में स्थिति मजबूत हो रही है।
बिट्टू चौधरी ने अपने फार्म हाउस पर एक भव्य समारोह आयोजित किया,
जहां उन्होंने पूर्व डिप्टी स्पीकर अकरम खान की अगुवाई में कांग्रेस पार्टी को ज्वाइन किया।
इस समारोह में सैकड़ों समर्थकों की भीड़ ने शामिल होकर कांग्रेस के प्रति अपनी आस्था प्रकट की।
बिट्टू चौधरी के साथ ही दो गांव के सरपंचों ने भी कांग्रेस का दामन थामते हुए पार्टी में अपनी जगह बनाई।
इस घटना ने भाजपा के लिए एक बड़ा राजनीतिक झटका दिया है, जिसने यह स्पष्ट कर दिया है
विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस
जगाधरी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस की स्थिति लगातार मजबूत हो रही है।
पूर्व डिप्टी स्पीकर अकरम खान ने इस अवसर पर पार्टी में शामिल हुए नए लोगों का स्वागत करते हुए कहा कि कांग्रेस में उन्हें पूरा सम्मान दिया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि इस बदलाव से निश्चित रूप से कांग्रेस को जगाधरी विधानसभा में मजबूती मिलेगी
और आगामी विधानसभा चुनावों में इसका फायदा पार्टी को होगा।
अकरम खान ने कांग्रेस की बढ़ती लोकप्रियता के संकेत देते हुए कहा कि
यह पार्टी के लिए एक सकारात्मक संकेत है और इसके प्रभावी परिणाम देखने को मिलेंगे।
अकरम खान ने आजाद समाज पार्टी और जननायक जनता पार्टी के गठबंधन पर भी अपनी राय दी।
उन्होंने कहा कि इस गठबंधन से कांग्रेस को कोई नुकसान होने वाला नहीं है।
बल्कि, कांग्रेस की ताकत में इजाफा होगा और यह गठबंधन कांग्रेस के लिए खतरे का कोई कारण नहीं बनेगा।
अकरम खान का यह बयान इस बात की पुष्टि करता है
कि कांग्रेस ने इस राजनीतिक उठापटक को अपनी रणनीति के रूप में अपनाया है
और भविष्य में इसका फायदा उठाने की पूरी तैयारी की है।
सारांश में, कंवरपाल गुर्जर के गढ़ में बीजेपी को यह झटका राजनीति के बदलते समीकरणों को दर्शाता है।
कांग्रेस की बढ़ती ताकत और भाजपा के खिलाफ हो रही इस सशक्त विपक्षी गतिविधियों से स्पष्ट है
कि आगामी चुनावी परिदृश्य में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।