Sutrarambh 2024 : राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान (NIA ), पंचकूला में BAMS (बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी) के पहले बैच का शुभारंभ “सूत्रारंभ-2024” कार्यक्रम के तहत हुआ।
यह कार्यक्रम 5 और 6 नवम्बर को पारंपरिक विद्यारंभ हवन से शुरू हुआ, जो अकादमिक यात्रा की पवित्र शुरुआत का प्रतीक था।
Sutrarambh 2024 : हस्तियों और संस्थान के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने भाग
इस अवसर पर संस्थान में एक भव्य समारोह आयोजित किया गया, जिसमें आयुर्वेद के प्रमुख हस्तियों और संस्थान के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम में आईएमएस बीएचयू के पूर्व डीन और पद्मश्री सम्मानित प्रो. मनोरंजन साहू, भारतीय चिकित्सा प्रणाली के लिए आचार
और पंजीकरण बोर्ड के अध्यक्ष वैद्य राकेश शर्मा, एनसीआईएसएम के अध्यक्ष वैद्य जयंत देवपुजारी,
श्री कृष्ण आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. वैद्य कर्तार सिंह धीमान, और एनआईए के कुलपति प्रो. संजीव शर्मा सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
प्रो. गुलाब चंद पमनानी : छात्रों और उनके परिवारों का स्वागत
एनआईए के डीन प्रो. गुलाब चंद पमनानी ने छात्रों और उनके परिवारों का स्वागत करते हुए
उन्हें संस्थान में उनके पहले कदम के लिए शुभकामनाएं दीं।
इस दौरान, पद्मश्री प्रो. मनोरंजन साहू ने छात्रों को आयुर्वेद के मूल सिद्धांतों को उत्साहपूर्वक समझने
और अध्ययन में पूरी लगन से जुटने के लिए प्रेरित किया।
वहीं, भारतीय चिकित्सा प्रणाली के लिए आचार और पंजीकरण बोर्ड के अध्यक्ष वैद्य राकेश शर्मा ने विद्यार्थियों को आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धतियों के महत्व के बारे में बताया
और छात्रों को आचार्य चरक के सिद्धांतों के अनुरूप शपथ दिलाई, जिसमें उन्होंने मरीजों के प्रति निष्ठा और समर्पण की शपथ ली।
जयंत देवपुजारी : छात्रों को प्रेरित
एनसीआईएसएम के अध्यक्ष वैद्य जयंत देवपुजारी ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा
कि वे संकोच किए बिना अपने सवाल पूछें ताकि उनका ज्ञान सशक्त हो सके
और वे आयुर्वेद के क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकें।
उन्होंने शिक्षा के प्रति छात्रों के उत्साह को सराहा और उन्हें हर चुनौती का सामना करने के लिए प्रेरित किया।
कुलपति प्रो. वैद्य कर्तार सिंह धीमान ने आयुर्वेद की प्रकृति और इसके स्वास्थ्य रक्षा के सिद्धांतों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने यह भी बताया कि आयुर्वेद न केवल उपचार की एक पद्धति है,
बल्कि यह रोगों की रोकथाम में भी बेहद प्रभावी है, जिससे यह एक संपूर्ण चिकित्सा पद्धति बन जाती है।
संजीव शर्मा : ऐतिहासिक अवसर पर नए छात्रों को बधाई
संस्थान के कुलपति प्रो. संजीव शर्मा ने इस ऐतिहासिक अवसर पर नए छात्रों को बधाई दी
और संस्थान की यात्रा को साझा करते हुए कहा, “एनआईए पंचकूला अब आयुर्वेद के क्षेत्र में ज्ञान का प्रमुख केंद्र बन रहा है।
” उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वे आयुर्वेद के प्रति अपने समर्पण को बनाए रखें
और एक स्वस्थ और प्रगतिशील भारत के निर्माण में अपनी सामूहिक जिम्मेदारी निभाएं।
इस कार्यक्रम ने विद्यार्थियों को आयुर्वेद के प्रति समर्पित रहने
और उनके भविष्य में उन्हें एक उत्कृष्ट चिकित्सक बनाने के लिए प्रेरित किया।