PM किसान योजना की 18वीं किस्त: किसानों की आर्थिक मजबूती का नया अध्याय…

 

PM-KISAN 18th Installment:  5 अक्टूबर 2024 का दिन किसानों के लिए एक ऐतिहासिक पल बन गया,

जब प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kissan) के तहत 18वीं किस्त जारी की गई।

इस दिन लगभग 9.5 करोड़ किसानों के बैंक खातों में सीधे 2000 रुपये की राशि भेजी गई,

जो छोटे और सीमांत किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण आर्थिक सहारा साबित हुई।

यह केवल एक वित्तीय सहायता नहीं थी,

बल्कि चुनावी राजनीति में एक गेम-चेंजर साबित होने का भी अवसर था,

खासकर हरियाणा विधानसभा चुनावों के संदर्भ में।

PM-KISAN 18th Installment :   चुनावी दिनांक का महत्व

हरियाणा में विधानसभा चुनाव भी 5 अक्टूबर को ही आयोजित हुए। इस सामयिक स्थिति ने पीएम किसान योजना की 18वीं किस्त को एक और अधिक महत्वपूर्ण बना दिया।

किसानों को इस दिन जो सहायता मिली, वह न केवल उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए थी,

बल्कि यह उन्हें सरकार के प्रति आभार व्यक्त करने का एक सुनहरा मौका भी दे रही थी।

जिन किसानों ने इस योजना का लाभ उठाया, उन्होंने चुनावी मतदान के दौरान अपनी आवाज को सरकार की नीतियों के समर्थन में परिवर्तित किया।

PM-KISAN 18th Installment:  किसानों का वोट बैंक

हरियाणा का किसान समुदाय एक बेहद महत्वपूर्ण वोट बैंक है।

पीएम किसान योजना के तहत लाभार्थियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि ने इस समुदाय में सरकार के प्रति सकारात्मक भावना को और मजबूत किया।

आर्थिक सहायता का सीधा लाभ उठाने वाले किसान चुनावी माहौल में अपने मतों के माध्यम से अपने समर्थन को प्रदर्शित करने के लिए तैयार थे।

यह एक स्पष्ट संकेत था कि अगर किसान खुश हैं,

तो वे निश्चित रूप से उस सरकार को समर्थन देंगे जो उनकी भलाई के लिए काम कर रही है।

चुनावी रणनीति और संदेश

सरकार ने इस किस्त को चुनाव के दिन जारी कर किसान समुदाय को एक महत्वपूर्ण संदेश दिया

कि वह उनकी भलाई के लिए प्रतिबद्ध है।

यह न केवल एक चुनावी रणनीति थी, बल्कि यह एक सशक्त संकेत भी था कि सरकार किसानों की जरूरतों को समझती है।

इस कदम ने उम्मीद जगाई कि किसान अपने मतों के माध्यम से इस सहायता को स्वीकार करेंगे

और चुनावी परिणामों पर इसका सकारात्मक प्रभाव डालेगा।

चुनाव परिणामों पर असर

जब चुनाव परिणाम आए, तो यह स्पष्ट था कि पीएम किसान योजना का लाभ उठाने वाले किसानों का मतदाता आधार सरकार के पक्ष में गया।

किसानों ने यह महसूस किया कि उनकी मेहनत और योगदान की कद्र की जा रही है।

इसके परिणामस्वरूप, सत्ता में बैठे दल ने एक बार फिर से स्पष्ट बहुमत प्राप्त किया।

यह दर्शाता है कि आर्थिक सहायता का सीधा लाभ उठाने वाले किसान अपने मतों से सरकार की नीतियों को मजबूत करने के लिए तैयार थे।

पीएम किसान योजना की 18वीं किस्त का समय और हरियाणा में चुनावों की तारीख एक साथ आना एक रणनीतिक दृष्टिकोण था।

यह न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करता है,

बल्कि राजनीतिक दलों के लिए भी एक महत्वपूर्ण फैक्टर बनता है।

यह पूरी स्थिति दिखाती है कि किस प्रकार सरकार की नीतियों का सीधा असर चुनावी नतीजों पर पड़ता है।

5 अक्टूबर 2024 का दिन केवल एक आर्थिक सहायता का दिन नहीं था,

बल्कि यह किसानों और सरकार के बीच एक नया संबंध बनाने का दिन था।

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले चुनावों में किसानों के लिए यह आर्थिक सहायता किस प्रकार के राजनीतिक परिणाम उत्पन्न करती है।

हरियाणा चुनाव: कांग्रेस की हार से उठे सवाल, राहुल गांधी का नया मोड़!

Haryana Elections :  हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस की रणनीति पर सवाल उठने लगे हैं। यह हार, खासकर Rahul Gandhi के लिए एक बड़ा झटका साबित हुई है।

चुनाव परिणामों की गहनता से जांच करने का आश्वासन देते हुए, राहुल ने कहा है

कि वे विधानसभा क्षेत्रों से आ रही शिकायतों को चुनाव आयोग के पास पहुंचाएंगे।

पंजाब में Panchayat Elections के लिए 15 अक्टूबर को छुट्टी

Haryana Elections :  Rahul Gandhi लगभग 24 घंटे तक चुप रहे

चुनाव परिणामों के बाद राहुल गांधी लगभग 24 घंटे तक चुप रहे। इस दौरान न तो उन्होंने कोई बयान दिया और न ही सोशल मीडिया पर कुछ साझा किया।

अंततः, उन्होंने प्लेटफॉर्म X पर अपनी प्रतिक्रिया दी, जिसमें हरियाणा के नतीजों को अप्रत्याशित बताते हुए हक,

सामाजिक-आर्थिक न्याय और सच्चाई के संघर्ष को जारी रखने की बात कही।

 

Haryana Elections : नतीजों का विश्लेषण

राहुल गांधी ने चुनाव परिणामों का गहराई से विश्लेषण करने की बात कही। उन्होंने चुनावी प्रक्रिया में तंत्र के दुरुपयोग का उल्लेख करते हुए कहा कि वे चुनाव आयोग को उन शिकायतों के बारे में बताएंगे, जो विधानसभा क्षेत्रों से आई हैं।

राहुल ने जम्मू-कश्मीर की जीत पर भी धन्यवाद दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि वहां की जीत संविधान और लोकतांत्रिक स्वाभिमान की जीत है।

इसके बाद, उन्होंने हरियाणा के नतीजों का जिक्र करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं का भी आभार व्यक्त किया।

हार के कारण

कांग्रेस के लिए यह हार अप्रत्याशित थी, क्योंकि चुनावी प्रचार के दौरान पार्टी को लग रहा था कि वह जीत जाएगी।

लेकिन नतीजे उलटे आए। हार के कई कारण माने जा रहे हैं,

जिनमें पार्टी के अंदर गुटबाजी, सीट बंटवारे में गड़बड़ी और कास्ट फैक्टर की गलत गणना शामिल हैं।

इन सभी कारणों ने मिलकर कांग्रेस की राह में रोड़े अटकाए।

Rahul Gandhi : चुनाव परिणाम

हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 48 सीटें जीतकर सत्ता बरकरार रखी,

जबकि कांग्रेस को 37 सीटें मिलीं। इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने 2 सीटें जीतीं,

जबकि निर्दलीय उम्मीदवारों ने 3 सीटें हासिल कीं।

जननायक जनता पार्टी (जजपा) और आम आदमी पार्टी (AAP) को इस बार कोई सफलता नहीं मिली।

चुनावी मत प्रतिशत की बात करें तो भाजपा को 39.94% और कांग्रेस को 39.09% मत मिले, जो लगभग बराबर थे।

भविष्य की रणनीति

कांग्रेस के लिए यह हार एक चुनौती पेश करती है। अब सवाल यह है कि पार्टी अपनी गलतियों से सबक लेते हुए भविष्य में क्या रणनीति अपनाएगी।

राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी को अपने आधार को मजबूत करने और आंतरिक समस्याओं को सुलझाने की दिशा में काम करना होगा।

आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि

क्या कांग्रेस अपनी रणनीति को बदलकर फिर से मजबूत स्थिति में लौटेगी या नहीं।

इस चुनाव ने हरियाणा की राजनीति में एक नया अध्याय जोड़ा है,

और इसके परिणामों का प्रभाव आने वाले चुनावों में स्पष्ट रूप से दिखाई देगा।

पंजाब में Panchayat Elections के लिए 15 अक्टूबर को छुट्टी

पंजाब सरकार ने Panchayat Elections के मद्देनजर 15 अक्टूबर को सार्वजनिक छुट्टी की घोषणा की है।

यह कदम सुनिश्चित करेगा कि अधिक से अधिक लोग वोट डाल सकें।

इस दिन सभी सरकारी कार्यालय, स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे,

ताकि नागरिक अपने मताधिकार का सही इस्तेमाल कर सकें।

आइए, सभी मिलकर इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लें और अपने वोट का महत्व समझें!

Panchayat Elections : 15 अक्टूबर को सार्वजनिक छुट्टी की घोषणा

हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान Udaybhan हारे चुनाव

पंजाब सरकार ने Panchayat Elections के मद्देनजर 15 अक्टूबर को सार्वजनिक छुट्टी की घोषणा की है।

यह कदम सुनिश्चित करेगा कि अधिक से अधिक लोग वोट डाल सकें।

इस दिन सभी सरकारी कार्यालय, स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे,

ताकि नागरिक अपने मताधिकार का सही इस्तेमाल कर सकें।

आइए, सभी मिलकर इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लें और अपने वोट का महत्व समझें!

पंजाब सरकार ने Panchayat Elections के मद्देनजर 15 अक्टूबर को सार्वजनिक छुट्टी की घोषणा की है।

यह कदम सुनिश्चित करेगा कि अधिक से अधिक लोग वोट डाल सकें।

इस दिन सभी सरकारी कार्यालय, स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे,

ताकि नागरिक अपने मताधिकार का सही इस्तेमाल कर सकें।

आइए, सभी मिलकर इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लें और अपने वोट का महत्व समझें!

हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान Udaybhan हारे चुनाव

होडल आरक्षित विधानसभा सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी हरेंद्र सिंह ने अपने प्रतिद्वंद्वी और हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष Udaybhan को 2,632 मतों से हराकर एक शानदार जीत हासिल की है।

इस चुनाव में हरेंद्र सिंह ने 68,697 वोट प्राप्त किए, जबकि उदयभान को 66,065 मत मिले।

अध्यक्ष Udaybhan और दूसरी ओर क्षेत्र से पहली बार चुनावी मैदान

चुनावी नतीजों की बात करें तो होडल सीट पर एक ओर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान

और दूसरी ओर क्षेत्र से पहली बार चुनावी मैदान में उतरे हरेंद्र रामरतन के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली।

मतगणना के अंतिम दौर तक यह मुकाबला रोमांचक बना रहा।

छठे राउंड में उदयभान ने 2,255 मतों की बढ़त बना ली थी, लेकिन जैसे-जैसे मतगणना आगे बढ़ी,

यह बढ़त धीरे-धीरे कम होने लगी।

सातवें राउंड में यह बढ़त घटकर 1,061 मतों तक पहुंच गई, और आठवें राउंड में हरेंद्र ने 45 मतों की बढ़त बना ली।

लेकिन 11वें राउंड में कांग्रेस के उदयभान ने फिर से 623 मतों की बढ़त बना ली।

12वें राउंड में मतों का आंकड़ा फिर से बदल गया और हरेंद्र के पक्ष में 477 मत बढ़ गए।

इसके बाद हरेंद्र की जीत का आंकड़ा लगातार बढ़ता चला गया,

और अंत में उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी को 2,632 मतों से पराजित कर ऐतिहासिक जीत हासिल की।

कांग्रेस समर्थकों के चेहरों पर मायूसी छा गई

जैसे ही हरेंद्र सिंह की बढ़त की खबर मिली, कांग्रेस समर्थकों के चेहरों पर मायूसी छा गई।

उदयभान और उनके समर्थक मतगणना केंद्र से बाहर निकलने लगे और हार को स्वीकारते हुए हरेंद्र को बधाई दी।

इस बीच, बीजेपी के समर्थक महाविद्यालय के बाहर एकत्रित होकर आतिशबाजी करने लगे

और “जय श्रीराम” के नारों से माहौल को गूंजायमान कर दिया।

हरेंद्र रामरतन ने अपनी जीत को क्षेत्र की 36 बिरादरी की जीत बताया।

उन्होंने कहा, “जनता ने जिस प्रकार मुझ पर भरोसा किया है, मैं उस भरोसे को कायम रखूंगा।

क्षेत्र के विकास में कोई कमी नहीं छोड़ूंगा।” उनकी जीत से सजीव लोकतंत्र का एक नया अध्याय जुड़ गया है।

आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी मनोहर को 277 मत मिले

इस चुनाव में आजाद प्रत्याशी डॉ. नवीन रोहिल्ला ने 2,047 वोट प्राप्त किए,

जबकि आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी मनोहर को 277 मत मिले।

इनेलो के सुनील कुमार ने 1,790, जजपा के सतवीर तंवर ने 242 वोट प्राप्त किए।

अन्य प्रत्याशियों ने निम्नलिखित मत प्राप्त किए: सुनीता सौरोत 537, उषमा देवी 191, नीरज सौरोत 169, यशवीर 100, रजनी 60, और कुलदीप 55 वोट पाए। नोटा पर भी 387 लोगों ने अपने मत डाले।

इस प्रकार, होडल विधानसभा क्षेत्र ने एक बार फिर से बीजेपी की जीत के साथ नये इतिहास का निर्माण किया है।

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि हरेंद्र सिंह अपनी जीत के बाद क्षेत्र के विकास के लिए किस प्रकार की योजनाएं लागू करते हैं।

भिवानी की चुनावी दंगल: बीजेपी ने मारी बंपर जीत, कांग्रेस को मिला एक तीर!

Bhiwani election चुनाव का परिणाम एक बार फिर से राजनीति के रंगीन मंजर को उजागर करता है।

यहां की चार सीटों में से बीजेपी ने तीन पर शानदार जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस ने एक सीट पर अपने सियासी अस्तित्व की झलक दिखाई।

इस चुनावी परिणाम ने न केवल राजनीतिक समीकरणों को बदल दिया है,

बल्कि भिवानी की जनता की उम्मीदों और आकांक्षाओं को भी नई दिशा दी है।

Bhiwani election : घनश्याम सर्राफ ने ओमप्रकाश को 32,714 मतों के विशाल अंतर से हराया

भिवानी विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी के घनश्याम सर्राफ ने अपने प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के ओमप्रकाश को 32,714 मतों के विशाल अंतर से हराकर एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया।

यह जीत सर्राफ की चौथी बार विधायक बनने की कहानी लिखती है, जो उनके नेतृत्व और जनता के विश्वास का प्रतीक है।

उनकी जीत ने यह साबित कर दिया कि भिवानी की जनता विकास और नीति-नियम में विश्वास करती है।

सर्राफ ने कहा, “जनता ने मुझे फिर से विधानसभा भेजने का काम किया है। मैं उनकी आवाज उठाने के लिए प्रतिबद्ध हूं।”

तोशाम विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी की श्रुति चौधरी ने कांग्रेस के अनिरूद्ध चौधरी को 14,257 मतों से पराजित किया।

इस जीत ने साबित किया कि युवा चेहरे और नए विचारों की आवश्यकता है।

श्रुति ने अपने चुनावी अभियान के दौरान जनता से जो वादे किए थे,

उन्हें पूरा करने के लिए पूरी तत्परता से काम करने का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा, “जनता का आर्शीवाद मेरे साथ है, और मैं तोशाम के विकास के लिए हर संभव प्रयास करूंगी।”

कपूर वाल्मीकि ने प्रदीप नरवाल को 21,874 मतों से हराया

बवानीखेड़ा से कपूर वाल्मीकि ने कांग्रेस के प्रदीप नरवाल को 21,874 मतों से हराकर एक महत्वपूर्ण जीत हासिल की।

उनकी जीत ने बीजेपी की नीतियों की लोकप्रियता को दर्शाया।

वाल्मीकि ने कहा, “हम गांव के हर वर्ग के साथ जुड़े रहेंगे और क्षेत्र के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।”

इस चुनाव में कांग्रेस ने लोहारू विधानसभा क्षेत्र में राजबीर फरटिया के जरिए एक छोटी सी जीत हासिल की।

उन्होंने पूर्व वित्त मंत्री जेपी दलाल को केवल 792 मतों के अंतर से हराकर एक नया मोड़ दिया।

यह जीत कांग्रेस के लिए एक संजीवनी बूटी के रूप में देखी जा रही है,

जिसने पार्टी के कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा भर दी है।

फरटिया ने कहा, “हमने जनता के मुद्दों को उठाया और उनका समर्थन प्राप्त किया।

अब हम उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे।”

भिवानी के चुनावी नतीजे न केवल बीजेपी की ताकत को दर्शाते हैं,

बल्कि यह भी दर्शाते हैं कि जनता ने किस प्रकार से विकास, सुशासन और जनहित के मुद्दों को प्राथमिकता दी है।

बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने मिठाई बांटकर और नाच-गाकर जश्न मनाया,

जबकि कांग्रेस ने अपनी हार को स्वीकारते हुए अगले चुनावों के लिए अपनी रणनीतियों पर पुनर्विचार करने का संकेत दिया।

भिवानी की राजनीति में इस चुनाव ने नई चेतना का संचार किया है।

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि ये नई जीतें क्षेत्र के विकास में कैसे सहायक सिद्ध होती हैं

और क्या जनता की उम्मीदों पर ये नेता खरे उतरेंगे या नहीं।

हरियाणा के इस दिलचस्प चुनावी नतीजे ने एक बात स्पष्ट कर दी है—

भिवानी की जनता ने विकास की दिशा में एक मजबूत कदम उठाया है।

पंचकूला में कांग्रेस की धाक: श्री चंद्रमोहन ने 1,976 वोटों से जीती बाजी!

उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डा. यश गर्ग ने जानकारी दी कि हरियाणा विधानसभा आम चुनाव – 2024 में पंचकूला विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी Shri Chandramohan ने 1,976 मतों के अंतर से जीत हासिल की।

Panchkula में कांग्रेस के Shri Chandramohan की जीत

कालका में भाजपा का जलवा: शक्ति रानी शर्मा ने 10,833 वोटों से रौंदा विरोधी!

उपायुक्त ने बताया कि पंचकूला में बीजेपी के प्रत्याशी श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने 65,277 वोट प्राप्त किए,

जबकि कांग्रेस के श्री चंद्रमोहन ने कुल 67,253 मत हासिल किए।

रिटर्निंग अधिकारी एवं एसडीएम पंचकूला श्री गौरव चौहान ने विजेता उम्मीदवार को प्रमाण पत्र प्रदान किया।

उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डा. यश गर्ग ने जानकारी दी

कि हरियाणा विधानसभा आम चुनाव – 2024 में पंचकूला विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी Shri Chandramohan ने 1,976 मतों के अंतर से जीत हासिल की।

उपायुक्त ने बताया कि पंचकूला में बीजेपी के प्रत्याशी श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने 65,277 वोट प्राप्त किए,

जबकि कांग्रेस के श्री चंद्रमोहन ने कुल 67,253 मत हासिल किए।

रिटर्निंग अधिकारी एवं एसडीएम पंचकूला श्री गौरव चौहान ने विजेता उम्मीदवार को प्रमाण पत्र प्रदान किया।

उपायुक्त ने बताया कि पंचकूला में बीजेपी के प्रत्याशी श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने 65,277 वोट प्राप्त किए,

जबकि कांग्रेस के श्री चंद्रमोहन ने कुल 67,253 मत हासिल किए।

रिटर्निंग अधिकारी एवं एसडीएम पंचकूला श्री गौरव चौहान ने विजेता उम्मीदवार को प्रमाण पत्र प्रदान किया।

उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डा. यश गर्ग ने जानकारी दी

कि हरियाणा विधानसभा आम चुनाव – 2024 में पंचकूला विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी Shri Chandramohan ने 1,976 मतों के अंतर से जीत हासिल की।

उपायुक्त ने बताया कि पंचकूला में बीजेपी के प्रत्याशी श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने 65,277 वोट प्राप्त किए,

जबकि कांग्रेस के श्री चंद्रमोहन ने कुल 67,253 मत हासिल किए।

रिटर्निंग अधिकारी एवं एसडीएम पंचकूला श्री गौरव चौहान ने विजेता उम्मीदवार को प्रमाण पत्र प्रदान किया।

कालका में भाजपा का जलवा: शक्ति रानी शर्मा ने 10,833 वोटों से रौंदा विरोधी!

उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डा. यश गर्ग ने बताया कि हरियाणा विधानसभा आम चुनाव – 2024 में Kalka  विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी Shakti Rani Sharma ने 10,833 मतों के अंतर से शानदार जीत हासिल की।

Kalka में भाजपा की Shakti Rani Sharma की जीत

हिसार विधानसभा चुनाव में सावित्री जिंदल की जीत: राजनीतिक समीकरण बदलने की शुरुआत?

उपायुक्त ने बताया कि कालका विधानसभा क्षेत्र में 202,052 वोटरों के लिए 225 मतदान केंद्र बनाए गए थे,

जिनमें से 145,621 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया।

भाजपा की प्रत्याशी शक्ति रानी शर्मा ने कुल 60,612 मत प्राप्त किए, जिसमें 115 डाक मत भी शामिल हैं।

चुनाव में दूसरे नंबर पर इंडियन नेशनल कांग्रेस पार्टी के प्रदीप चौधरी रहे,

जिन्हें 49,729 मत मिले, जिनमें से 185 डाक मत थे।

निर्दलीय उम्मीदवार गोपाल सुखोमाजरा ने 31,729 मत हासिल किए, जिनमें 23 डाक मत शामिल हैं।

जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी चरण सिंह को 1,374 मत,

आम आदमी पार्टी के ओम प्रकाश गुर्जर को 858 मत और निर्दलीय अमित शर्मा को 582 मत मिले।

इसके अलावा, कालका के 749 नागरिकों ने नोटा का प्रयोग किया।

रिटर्निंग अधिकारी एवं एसडीएम कालका राजेश पुनिया ने विजेता उम्मीदवार को प्रमाण पत्र प्रदान किया।

हिसार विधानसभा चुनाव में सावित्री जिंदल की जीत: राजनीतिक समीकरण बदलने की शुरुआत?

Hisar assembly elections के नतीजे आ चुके हैं, और भारत की सबसे अमीर महिला, Savitri Jindal ने इस सीट पर जीत हासिल की है।

उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी, कांग्रेस के राम निवास रारा को 20,000 से अधिक वोटों से हराया।

फोर्ब्स के आंकड़ों के अनुसार, सितंबर 2024 तक सावित्री जिंदल की कुल संपत्ति 3.65 लाख करोड़ रुपये थी।

उनकी संपत्ति में 165 करोड़ रुपये के शेयर, 80 करोड़ रुपये की कृषि और गैर-कृषि योग्य जमीन शामिल हैं।

Savitri Jindal ओपी जिंदल ग्रुप की चेयरपर्सन

सावित्री जिंदल, जो ओपी जिंदल ग्रुप (OP Jindal Group) की चेयरपर्सन हैं, ने इस बार हिसार विधानसभा सीट से निर्दलीय नामांकन दाखिल किया था।

उनके नामांकन शपथ पत्र में दी गई जानकारी के अनुसार, विभिन्न बैंक खातों में करीब 4.09 करोड़ रुपये जमा हैं।

इसके अलावा, उनके पास लगभग 20 करोड़ रुपये के गहने भी हैं।

इस साल मार्च में, सावित्री जिंदल के बेटे, पूर्व सांसद नवीन जिंदल, भाजपा में शामिल हुए थे

और कुरुक्षेत्र से भाजपा की टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़कर सांसद बने।

नवीन के भाजपा में शामिल होने के केवल 3 दिन बाद, सावित्री जिंदल ने भी भारतीय जनता पार्टी में प्रवेश किया।

उन्होंने उम्मीद जताई थी कि विधानसभा चुनाव में पार्टी उन्हें हिसार विधानसभा से टिकट देगी।

हालांकि, पार्टी ने पूर्व विधायक और मंत्री डॉ. कमल गुप्ता पर तीसरी बार भरोसा जताते हुए उन्हें टिकट दिया।

इस पर सावित्री ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय लिया।

Hisar assembly elections पर सावित्री जिंदल का मुकाबला

हिसार विधानसभा सीट पर सावित्री जिंदल का मुकाबला बीजेपी, कांग्रेस, जजपा और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों से था।

बीजेपी ने सिटिंग विधायक कमल गुप्ता को टिकट दिया, जबकि कांग्रेस ने राम निवास रारा पर भरोसा जताया।

जजपा ने रवि अहूजा को और आम आदमी पार्टी ने संजय सतरोदिया को मैदान में उतारा।

सावित्री जिंदल की जीत ने न केवल उनके राजनीतिक करियर को मजबूती दी है,

बल्कि हरियाणा की राजनीति में एक नया अध्याय भी खोला है।

अब देखना होगा कि वे अपनी इस जीत का लाभ उठाते हुए क्षेत्र के विकास में किस तरह की पहल करती हैं।

जुलाना विधानसभा सीट पर विनेश फोगाट की जीत: हरियाणा की राजनीति में हलचल

हरियाणा प्रदेश के जींद जिले की Julana Assembly Seat इस बार देशभर में खासा चर्चा का विषय बनी हुई है। कांग्रेस ने यहां से मशहूर पहलवान Vinesh Phogat  को चुनावी मैदान में उतारा है,

जिन्होंने शानदार जीत हासिल की है। उनका मुकाबला बीजेपी के योगेश बैरागी से था,

और दोनों पार्टियों ने यहां पर खासा जोर लगाया था।

Vinesh Phogat कुश्ती की दुनिया में प्रसिद्ध

विनेश फोगाट पहले से ही देशभर में कुश्ती की दुनिया में प्रसिद्ध हैं,

लेकिन वे तब और अधिक चर्चा में आईं जब पेरिस ओलंपिक में वे अधिक वजन के चलते फाइनल से बाहर हो गईं।

इस घटना के बाद, देशभर में उनके प्रति सहानुभूति का ज्वार फूट पड़ा

और राजनीतिक हलकों में भी इस मुद्दे पर चर्चा तेज हो गई।

ओलंपिक से लौटने के बाद, 30 वर्षीय विनेश ने कांग्रेस पार्टी में शामिल होकर जुलाना सीट से चुनाव लड़ने का फैसला किया।

उनके राजनीति में आने के साथ ही हरियाणा की राजनीतिक माहौल गरमाती चली गई।

बीजेपी और कांग्रेस के बीच इस मुद्दे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चला।

विनेश के चुनावी मैदान में उतरने के बाद जुलाना सीट एक हॉट सीट बन गई।

भाजपा ने विनेश का मुकाबला करने के लिए कैप्टन योगेश बैरागी को चुनावी मैदान में उतारा।

कैप्टन बैरागी की सोशल मीडिया प्रोफाइल के अनुसार, वे पूर्व पायलट हैं और जींद जिले के सफीदों शहर के निवासी हैं।

35 वर्षीय कैप्टन योगेश बैरागी पहले एयर इंडिया में पायलट रह चुके हैं।

उन्होंने चेन्नई बाढ़ आपदा और कोरोना काल में वंदे भारत मिशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

इस प्रकार, जुलाना विधानसभा सीट पर विनेश फोगाट की जीत ने न केवल चुनावी परिणामों को प्रभावित किया है,

बल्कि हरियाणा की राजनीति में एक नया मोड़ भी लाया है।

अब देखना होगा कि यह जीत विनेश और कांग्रेस के लिए आगे क्या अवसर लेकर आएगी।

Arvind Kejriwal की पंजाब मंत्रियों के साथ अहम बैठक!

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आप संयोजक Arvind Kejriwal ने पंजाब के कैबिनेट मंत्रियों को दिल्ली बुलाकर उनकी परफॉर्मेंस की समीक्षा की है।

उन्होंने स्पष्ट कहा कि चाहे मंत्री किसी भी स्तर का हो, काम नहीं हुआ तो पद भी नहीं रहेगा। 💬

Arvind Kejriwal ने हर मंत्री से वन-टू-वन बातचीत

पंजाब के कई जिलों में अगले 2 दिन बारिश की संभावना, मौसम विभाग ने जारी किया चेतावनी

बैठकों में केजरीवाल ने हर मंत्री से वन-टू-वन बातचीत कर उनके विभागों का रिपोर्ट कार्ड मांगा और अगले साल के लिए लक्ष्य निर्धारित किए।

खासकर खनन, राजस्व और संसाधन जुटाने वाले विभागों पर ज़ोर दिया, क्योंकि पंजाब वित्तीय संकट से गुजर रहा है।

राज्य पर 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज और 1,800 करोड़ रुपये की बिजली सब्सिडी चुकाने की समस्या है।

साथ ही, सरकार ने हाल ही में बिजली सब्सिडी में कटौती की, ईंधन और बस किराए पर वैट बढ़ाया

और पुराने वाहनों पर ग्रीन टैक्स भी लगाया है। ये सभी कदम राज्य की वित्तीय स्थिति सुधारने के लिए हैं।

केजरीवाल लगातार पंजाब सरकार के कामकाज पर नजर रख रहे हैं और इस बार उन्होंने मंत्रियों से कड़ी बात की है।

AAP की भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस! 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के मंत्रियों के साथ हुई बैठक में साफ कर दिया

कि भ्रष्टाचार किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी जीरो टॉलरेंस नीति के तहत भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।

जनता से किए गए वादों को पूरा करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है,

और अगर कोई मंत्री या अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त पाया गया, तो उसका सरकार में बने रहना संभव नहीं होगा।

सरकार पहले ही कई नेताओं और अफसरों पर कार्रवाई कर चुकी है,

और भविष्य में भी भ्रष्टाचार की कोई शिकायत बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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