पंजाब में पूर्व सैनिकों के लिए नया सुनहरा दौर!

पंजाब के रक्षा सेवाएं कल्याण, स्वतंत्रता सेनानी और बागवानी विभाग के Minister Mohinder Bhagat ने हाल ही में मोहाली के फेज 10 स्थित सैनिक सदन में पूर्व सैनिकों की भलाई के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की।

उन्होंने बताया कि भगवंत मान की सरकार राज्यभर में जिला रक्षा सेवाएं कल्याण कार्यालयों को मजबूत करने का प्रयास कर रही है,

ताकि पूर्व सैनिकों को अधिक सुविधाएं मिल सकें।

Minister Mohinder Bhagat मीडिया और पूर्व सैनिकों के साथ बातचीत

मंत्री ने अपने पहले दौरे के दौरान मीडिया और पूर्व सैनिकों के साथ बातचीत की,

जिसमें उन्होंने मौजूदा सेवाओं का निरीक्षण किया और कुछ कमियों को दूर करने का वादा किया।

उन्होंने बताया कि ये कार्यालय पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों की आवश्यकताओं का ध्यान रखते हैं

और उनकी मांगों को राज्य सरकार के सामने उठाते हैं।

इस मौके पर मंत्री ने 1965 के कारगिल नायक मेजर बलजीत सिंह की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।

उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम और शहीदों का सम्मान हर नागरिक के दिल में होना चाहिए,

और हमें उनके परिवारों का ख्याल रखना चाहिए।

मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि पंजाब सरकार, मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में,

पूर्व सैनिकों को हर संभव सहायता प्रदान करेगी और उन्हें हमेशा सम्मानित समझा जाएगा।

शहीदों के परिवारों के लिए एक करोड़ रुपये राशि

मंत्री ने शहीदों के परिवारों के लिए एक करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की,

जो कि उनकी याद में एक श्रद्धांजलि है।

उन्होंने आश्वासन दिया कि युद्ध विधवाओं के लिए एकमुश्त मानदेय और दिव्यांग पेंशन में असमानता को जल्द ही दूर किया जाएगा।

इसके साथ ही, मंत्री ने जिला रक्षा सेवा कल्याण कार्यालय मोहाली द्वारा संचालित सैनिक इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी के मेधावी छात्रों को सम्मानित किया।

उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न जिलों में ऐसे कई संस्थान स्थापित किए गए हैं,

जहां भूतपूर्व सैनिकों के बच्चों को रोजगारोन्मुखी शिक्षा दी जाती है।

अब तक, 1107 छात्र इस संस्थान से उत्तीर्ण हो चुके हैं और वर्तमान में 120 विद्यार्थी अध्ययन कर रहे हैं।

इस अवसर पर, रक्षा सेवा कल्याण विभाग के निदेशक ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) भूपिंदर सिंह ढिल्लों ने मंत्री को विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी।

शहीद कर्नल मनप्रीत सिंह की पत्नी भी समारोह में मौजूद थीं,

जिन्होंने मंत्री से लंबित दायित्वों के निपटान का आश्वासन प्राप्त किया।

मंत्री ने जिला अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे परिवारों की मांगों पर त्वरित कार्रवाई करें

और उन्हें समय पर पूरा करें। इस कार्यक्रम में एडीसी (ज) विराज एस तिड़के और एसडीएम दमनदीप कौर भी उपस्थित थे।

पंजाब सरकार का यह कदम पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के लिए एक नई आशा लेकर आया है,

जिससे उनकी समृद्धि और कल्याण की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति संभव होगी।

Hardeep Mundiya की बैठक पर भ्रष्टाचार मुक्त सेवाओं की commitment

आवास और शहरी विकास मंत्री Hardeep Mundiya ने आज पुड्डा भवन में आयोजित एक समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा

कि लोगों के कार्यों को बिना किसी परेशानी और देरी के समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाए।

उन्होंने जोर देते हुए कहा कि योजनाबद्ध तरीके से विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा तैयार किया जाना चाहिए।

Hardeep Mundiya : सरकार का प्राथमिक लक्ष्य प्रदेशवासियों को भ्रष्टाचार मुक्त

श्री मुंडिया ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार का प्राथमिक लक्ष्य प्रदेशवासियों को भ्रष्टाचार मुक्त

और बेहतर नागरिक सेवाएं प्रदान करना है। इस प्रतिबद्धता को निभाते हुए हर कदम उठाया जाएगा।

उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे अपने कार्यों को गंभीरता से लें

और हर संभव प्रयास करें ताकि लोगों को लाभ मिल सके।

सचिव राहुल तिवाड़ी ने मंत्री को जानकारी दी

बैठक में आवास और शहरी विकास सचिव राहुल तिवाड़ी ने मंत्री को जानकारी दी

कि विभाग ने संपत्तियों की नीलामी के माध्यम से 3000 करोड़ रुपये का राजस्व जुटाया है।

उन्होंने बताया कि आने वाले समय में 1500 करोड़ रुपये और कमाने का लक्ष्य रखा गया है।

मंत्री मुंडिया ने त्योहारों के इस सीजन में इसे तेजी से पूरा करने की दिशा में कदम उठाने के लिए कहा,

ताकि लोगों को उनके सपनों का घर मिल सके।

उन्होंने आगे कहा कि रियल-टेल पोर्टल के माध्यम से संपत्तियों की पारदर्शी तरीके से ई-नीलामी की जाए,

ताकि सरकार के लिए अधिक से अधिक राजस्व जुटाया जा सके।

सिटीजन सर्विस पोर्टल के तहत दी जाने वाली सभी सेवाओं

श्री मुंडिया ने लंबित शिकायतों को पूरी तरह समाप्त करने की बात करते हुए कहा

कि सिटीजन सर्विस पोर्टल के तहत दी जाने वाली सभी सेवाओं का समयबद्ध निपटारा किया जाए।

उन्होंने कहा कि यदि किसी मामले में कोई आपत्ति है, तो आवंटियों को एक ही बार सूचित किया जाए,

ताकि उन्हें बार-बार परेशान न किया जाए।

इसके साथ ही, उन्होंने सुझाव दिया कि विभाग द्वारा हर महीने कार्यों की क्लीयरेंस के लिए कैम्प आयोजित किए जाएं।

शहरी विकास मंत्री ने स्पष्ट किया कि विभाग के कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही सबसे बड़ी प्राथमिकता है।

उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और काम में कोताही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

बैठक में, सचिव राहुल तिवाड़ी ने कैबिनेट मंत्री श्री मुंडिया का स्वागत करते हुए

विभाग और सभी विकास प्राधिकरणों के कार्यों के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि शहरों के योजनाबद्ध विकास को प्राथमिकता दी जा रही है

और अनधिकृत कॉलोनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।

बैठक के दौरान विभिन्न विकास प्राधिकरणों के अधिकारियों ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से अपने कार्यों की जानकारी साझा की।

मंत्री मुंडिया की यह बैठक यह दर्शाती है कि सरकार प्रदेशवासियों की भलाई के लिए कितनी गंभीर है

और वह अपने वादों को निभाने के लिए तत्पर है।

सामाजिक कल्याण की दिशा में बैकफिंको का बड़ा कदम: मंत्री डा. बलजीत कौर के साथ हुई बैठक!

चंडीगढ़ में बैकफिंको (पंजाब बी.सी. लैंड एंड फाइनेंस कार्पोरेशन) के चेयरमैन श्री संदीप सैनी ने आज सामाजिक न्याय, अधिकारिता और अल्पसंख्यक Minister Dr. Baljit Kaur के साथ महत्वपूर्ण मुलाकात की।

इस बैठक में समाज के पिछड़े वर्गों, महिलाओं और किसानों के लिए चल रही विभिन्न योजनाओं पर विचार-विमर्श किया गया।

श्री सैनी ने मंत्री को बताया कि बैकफिंको के प्रयासों के माध्यम से हजारों किसानों, महिलाओं और युवाओं को आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है।

उन्होंने बताया कि इस संस्थान ने तकनीकी और वित्तीय योजनाओं को प्रभावशाली ढंग से लागू करके लोगों की आत्मनिर्भरता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

इसके अलावा, नई योजनाओं को लागू करने पर भी चर्चा की गई,

जिससे समाज के कमजोर वर्गों को और अधिक लाभ मिल सके।

अमृतसर पुलिस ने 5 किलो हेरोइन के साथ तीन तस्करों को दबोचा!

Minister Dr. Baljit Kaur ने बैकफिंको को आश्वासन दिया

इस अवसर पर, मंत्री डा. बलजीत कौर ने बैकफिंको को आश्वासन दिया कि पंजाब सरकार इस संस्थान के प्रयासों का समर्थन करने के लिए हमेशा तत्पर रहेगी।

उन्होंने कहा कि सरकार समाज के कल्याण के लिए बैकफिंको के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।

बैठक में चर्चा किए गए विषयों ने यह स्पष्ट किया कि बैकफिंको किसानों,

महिलाओं और समाज के अन्य वर्गों के विकास के लिए किस प्रकार प्रयासरत है।

यह सहयोग न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करेगा,

बल्कि समाज के कमजोर वर्गों को सशक्त बनाने में भी मदद करेगा।

इस पहल के अंतर्गत, बैकफिंको ने आने वाले समय में और भी योजनाओं के कार्यान्वयन की योजना बनाई है,

जिससे सामाजिक और आर्थिक उत्थान को बढ़ावा मिलेगा।

बैकफिंको के इस प्रयास से न केवल आर्थिक विकास होगा,

बल्कि इससे समाज में सकारात्मक बदलाव भी आएगा।

यह बैठक बैकफिंको के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है,

जिसमें उन्होंने सरकार के साथ मिलकर समाज के विभिन्न वर्गों के उत्थान के लिए अपने संकल्प को दोहराया।

अमृतसर पुलिस ने 5 किलो हेरोइन के साथ तीन तस्करों को दबोचा!

Punjab News : राज्य में नशे के खिलाफ जारी अभियान के दौरान, अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने सरहद पार से नशीले पदार्थों की तस्करी करने वाले तस्करों के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की है।

पुलिस ने 5 किलो हेरोइन और 3.95 लाख रुपये की ड्रग मनी के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है।

यह जानकारी आज डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने दी।

Punjab News : पाकिस्तान आधारित नशा तस्करों के सीधे संपर्क

गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान गुरप्रीत सिंह और हरप्रीत सिंह उर्फ हैपी, निवासी गाँव रोडांवाली, जिला अमृतसर, और जोता सिंह, निवासी गाँव चड़तेवाली, अजनाला, जिला अमृतसर के तौर पर हुई है।

डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि प्राथमिक जांच से पता चला है

कि आरोपी जोता सिंह और हरप्रीत सिंह उर्फ हैपी पाकिस्तान आधारित नशा तस्करों के सीधे संपर्क में थे,

जो सरहद पार ड्रोन के जरिए नशीले पदार्थों की सप्लाई करते हैं।

डीजीपी ने कहा कि इस मामले की तकनीकी ढंग से जांच की गई थी

और एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत एफआईआर दर्ज की गई है।

उन्होंने आगे बताया कि इस मामले के तार आगे-पीछे स्थापित करने के लिए जांच जारी है।

पुलिस कमिश्नर अमृतसर  ने इस ऑपरेशन के विवरण साझा किया

पुलिस कमिश्नर (सी.पी.) अमृतसर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने इस ऑपरेशन के विवरण साझा करते हुए बताया

कि थाना छेहरटा की टीमों को विश्वसनीय सूचना मिली थी कि कुछ व्यक्तियों ने सरहद पार ड्रोन के द्वारा फेंकी गई नशीले पदार्थों की बड़ी खेप प्राप्त की है।

यह खेप न्यू अजनाला कालोनी स्थित उनके घर में छुपाई गई थी।

इस सूचना पर तुरंत कार्रवाई करते हुए, डीसीपी सिटी अमृतसर अभिमन्यु राणा

और एसीपी वेस्ट शिवदर्शन सिंह के नेतृत्व में थाना छेहरटा अमृतसर की पुलिस टीमों ने जाल बिछाकर आरोपियों को न्यू अजनाला कालोनी में स्थित घर से गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने हेरोइन और ड्रग मनी के अलावा आरोपियों की मारुति स्विफ्ट कार और मोटरसाइकिल भी ज़ब्त की है।

सीपी ने बताया कि आरोपी अपने घर का प्रयोग सुरक्षित छुपने और नशीले पदार्थों की सप्लाई करने के लिए करते थे।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आधारित नशा तस्कर और उन व्यक्तियों की पहचान की जा रही है,

जिन्हें गिरफ्तार किए गए व्यक्ति नशे की खेप पहुँचाने वाले थे।

इस संबंध में एफआईआर नंबर 183, तारीख 08/10/2024 को NDPS एक्ट की धारा 21-सी के तहत थाना छेहरटा,

अमृतसर में मामला दर्ज किया गया है।

यह कार्रवाई नशा तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो यह दर्शाता है

कि पुलिस नशे के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है और इस समस्या को समाप्त करने के लिए गंभीर है।

पंजाब में सिख विरासत का संरक्षण: दीवान टोडर मल्ल की विरासत संजोने की मुहिम

Kultar Singh Sandhwan: दसवें सिख गुरु, श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों के अंतिम संस्कार के लिए मुगलों के आदेशों की अवहेलना करने वाले दीवान टोडर मल्ल की विरासत अद्वितीय है।

खस्ता हाल दीवान टोडर मल्ल हवेली, जिसे जहाज हवेली के नाम से भी जाना जाता है,

को संरक्षित करने और उसे विरासती रूप देने के लिए सभी पक्षों का सहयोग अनिवार्य है।

Kultar Singh Sandhwan : हाल ही में हुई बैठक के दौरान

पंजाब विधानसभा सचिवालय में हाल ही में हुई बैठक के दौरान, पंजाब विधानसभा के स्पीकर स. कुलतार सिंह संधवां ने कहा,

“हमारा उद्देश्य सिख पंथ की इस महान विरासती इमारत को संरक्षित कर कौम को समर्पित करना है

ताकि आने वाली पीढ़ियां इससे परिचित हो सकें और अपने इतिहास पर गर्व कर सकें।

” उन्होंने दीवान टोडर मल्ल विरासती फाउंडेशन पंजाब द्वारा किए जा रहे

प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह कार्य शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी

और पंजाब सरकार के पर्यटन एवं पुरातत्व विभाग के सहयोग से संपन्न होगा।

स्पीकर ने दीवान टोडर मल्ल की अद्वितीय बहादुरी को याद करते हुए कहा,

“जब छोटे साहिबजादों को इस्लाम न स्वीकारने के आरोप में जीवित दीवार में चिनवाया जा रहा था,

तब दीवान टोडर मल्ल ने मुगलों के आदेशों की परवाह न करते हुए सोने के सिक्के बिछाकर जमीन का एक टुकड़ा खरीदा था।

” उन्होंने साहिबजादों के पवित्र शरीर मिलने के बाद उनका अंतिम संस्कार भी किया, जो उनके साहस और श्रद्धा को दर्शाता है।

खविंदर सिंह काहने ने बताया

विरासती फाउंडेशन के अध्यक्ष स. लखविंदर सिंह काहने ने बताया

कि फाउंडेशन दीवान टोडर मल्ल हवेली के पुराने रूप को बहाल करने के लिए पूरी श्रद्धा से सेवा कर रही है।

इस दिशा में आगे बढ़ते हुए, ब्रिटिश लाइब्रेरी लंदन से 1911 की हवेली की तस्वीर प्राप्त की गई है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, जहाज हवेली को 18वीं सदी का रूप दिया जाएगा।

उन्होंने कहा, “हम एस.जी.पी.सी. और पंजाब सरकार के सहयोग से हवेली को उसके पुरातन रूप में तैयार करने में सफल होंगे।”

उन्होंने यह भी बताया कि इस मकसद के लिए डेढ़ एकड़ जमीन फाउंडेशन द्वारा खरीदी गई है।

इस अवसर पर दीवान टोडर मल्ल विरासती फाउंडेशन पंजाब द्वारा विरासती स्थलों

और इमारतों की देखभाल के विशेषज्ञ इंजीनियरों की टीम द्वारा अब तक की गई खोज पर एक प्रस्तुति भी दी गई।

इस टीम ने हवेली के पुरातन रूप को बहाल करने के संबंध में अपनी पूरी रूपरेखा साझा की।

बैठक में फतेहगढ़ साहिब के विधायक स. लखबीर सिंह राय,

पंजाब पर्यटन एवं पुरातत्व विभाग की निदेशक श्रीमती अमृत सिंह, एस.एस.पी. फतेहगढ़ साहिब डॉ. रवजोत कौर ग्रेवाल,

और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

सभी ने दीवान टोडर मल्ल की विरासत को संरक्षित करने के इस प्रयास की सराहना की।

दीवान टोडर मल्ल की अद्वितीय विरासत को संरक्षित करने का यह प्रयास न केवल सिख समुदाय के लिए,

बल्कि पूरे पंजाब के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

आने वाली पीढ़ियों को अपने इतिहास से परिचित कराना और गर्वित बनाना इस पहल का मुख्य उद्देश्य है।

Ashwin Navratri : श्रद्धालुओं की श्रद्धा का महासंगम, भक्तों ने अर्पित किए 20 लाख से अधिक धनराशि

Ashwin Navratri मेले के दौरान श्री माता मनसा देवी और श्री काली माता मंदिर कालका में श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है।

श्रद्धालु माता के दरबार में आकर मन्नतें मांग रहे हैं,

और मंगलवार को लगभग 26,600 से अधिक श्रद्धालुओं ने माता के चरणों में मत्था टेककर अरदास लगाई।

Ashwin Navratri : माता मनसा देवी पूजा स्थल बोर्ड

श्री माता मनसा देवी पूजा स्थल बोर्ड ने श्रद्धालुओं के लिए पुख्ता प्रबंध किए हैं। इस दौरान भंडारे का आयोजन भी किया जा रहा है,

जिसमें श्रद्धालुओं को स्वादिष्ट भोजन दिया जा रहा है।

खासकर, नवरात्रों में व्रत रखने वाले श्रद्धालुओं के लिए अलग से भोजन का प्रबंध किया गया है,

ताकि उनकी धार्मिक भावना का पूरा सम्मान किया जा सके।

श्री माता मनसा देवी श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष एवं उपायुक्त डा. यश गर्ग ने बताया कि 8 अक्टूबर को माता के दरबार में श्रद्धालुओं ने कुल 20,95,521 रुपये की राशि दान के रूप में भेंट की।

इसमें से श्री माता मनसा देवी मंदिर में 16,59,496 रुपये, श्री काली माता मंदिर कालका में 2,96,865 रुपये और चंडी माता मंदिर में 1,39,160 रुपये का चढ़ावा शामिल है।

माता मनसा देवी मंदिर में एक सोने का नग 1.5 ग्राम

इसके साथ ही, श्री माता मनसा देवी मंदिर में एक सोने का नग, जिसका वजन 1.5 ग्राम है,

और चांदी के 22 नग, जिनका कुल वजन 318 ग्राम है, भी दान स्वरूप चढ़ाए गए हैं।

वहीं, काली माता मंदिर में 25 सिल्वर के नग माता के दरबार में भेंट किए गए हैं,

जिनका कुल वजन 86.5 ग्राम है। इस प्रकार, दोनों मंदिरों में कुल 47 सिल्वर के नग चढ़ाए गए, जिनका कुल वजन 404.7 ग्राम है।

डा. यश गर्ग ने आगे बताया कि 8 अक्टूबर को 26,600 से अधिक श्रद्धालुओं ने माता के दरबार में मत्था टेका

और अपनी मन्नतें मांगी। इस प्रकार, हर रोज भारी भीड़ श्रद्धालुओं की माता के दरबार में उमड़ रही है।

काली माता मंदिर में भी श्रद्धालु बड़े उत्साह के साथ माता के दरबार में पूजा-अर्चना कर रहे हैं।

धार्मिक आस्था का प्रतीक

नवरात्रि का यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है,

जब वे अपने मन की इच्छाओं को पूरी करने के लिए माता की शरण में आते हैं।

इस दौरान, माता के भक्तों की भक्ति और श्रद्धा ने वातावरण को अद्भुत बना दिया है।

अश्विन नवरात्र मेले में माता के दरबार में श्रद्धालुओं का आना लगातार जारी है,

जो उनकी अटूट आस्था और विश्वास का प्रतीक है।

माता के दरबार में हर दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु अपनी भक्ति अर्पित कर रहे हैं,

जो यह दर्शाता है कि भक्ति की शक्ति कितनी महान होती है।

Samsung ने दी Innovation को नई उड़ान, Echotech और Metal ने किया धमाल

सैमसंग इंडिया ने अपने प्रमुख नेशनल एजुकेशन और इनोवेशन कॉम्पीटिशन “Solve for Tomorrow 2024” के तीसरे संस्करण की विजेता टीमों की घोषणा की है।

इस बार की विजेता टीमों में इको टेक इनोवेटर को स्कूल ट्रैक में कम्युनिटी चैम्पियन का खिताब दिया गया, जबकि मेटल टीम ने यूथ ट्रैक में एनवायरनमेंट चैम्पियन का टाइटल अपने नाम किया।

इस प्रतियोगिता ने यह दिखाया है कि कैसे बड़े भारतीय शहरों के अलावा, दूरदराज के इलाकों से भी प्रतिभाएं सामने आ रही हैं।

इको टेक इनोवेटर ने गैर-संदूषित पीने के पानी की समान पहुंच के लिए एक अनोखा आइडिया विकसित किया है।

इस टीम को अपने प्रोटोटाइप को आगे बढ़ाने के लिए 25 लाख रुपये का सीड अनुदान दिया गया है।

वहीं, मेटल ने भूमिगत जल से आर्सेनिक को दूर करने की तकनीक विकसित की है,

जिसके लिए उसे आईआईटी दिल्ली में इनक्यूबेशन के लिए 50 लाख रुपये का अनुदान मिला है।

Solve for Tomorrow 2024 : कार्यक्रम का उद्देश्य देश के युवाओं

इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाली सभी 10 टीमों को 1 लाख रुपये और सभी सदस्यों को सर्टिफिकेट प्रदान किए गए।

“सॉल्व फॉर टुमॉरो” कार्यक्रम का उद्देश्य देश के युवाओं को सशक्त बनाना है

ताकि वे असली जीवन की समस्याओं का समाधान कर सकें

और अपने इनोवेटिव आइडियाज के जरिए समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें।

 

सैमसंग साउथवेस्ट एशिया के प्रेसिडेंट और सीईओ जेबी पार्क ने कहा,

“हमें सॉल्व फॉर टुमॉरो के इस साल के संस्करण में सभी प्रतिभागियों द्वारा दिखाए गए नवाचार और रचनात्मकता पर गर्व है।

हमारी सीएसआर पहल के माध्यम से, हम बच्चों को उनके समुदायों

और पर्यावरण की बड़ी चुनौतियों से निपटने के लिए आवश्यक साधन, मार्गदर्शन और अवसर प्रदान करना चाहते हैं।”

अगली पीढ़ी के युवा तकनीक और नवाचार

इको टेक इनोवेटर और मेटल की उपलब्धियाँ यह साबित करती हैं

कि अगली पीढ़ी के युवा तकनीक और नवाचार के जरिए सार्थक बदलाव ला सकते हैं।

जेबी पार्क ने उम्मीद जताई कि इन युवा आविष्कारकों के आइडियाज हकीकत बनेंगे

और लंबे समय तक उनका सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा।

सॉल्व फॉर टुमॉरो कार्यक्रम की शुरुआत 2010 में अमेरिका में हुई थी,

और अब यह प्रतियोगिता 63 देशों में आयोजित की जा रही है।

इस प्रतियोगिता में अब तक 2.3 मिलियन से अधिक युवाओं ने भाग लिया है,

जो इस पहल की लोकप्रियता और प्रभाव को दर्शाता है।

सैमसंग का यह कार्यक्रम न केवल युवा प्रतिभाओं को प्रोत्साहित कर रहा है,

बल्कि समाज के लिए भी नई संभावनाएँ पैदा कर रहा है।

इन नवाचारों से यह स्पष्ट होता है कि युवा पीढ़ी कैसे अपने विचारों से समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकती है।

RBI की दरें स्थिर, आर्थिक सफर पर नई रफ्तार!

RBI ने आज अपनी नीति दर को 6.5 प्रतिशत पर स्थिर रखते हुए एक तटस्थ रुख अपनाया है।

इस निर्णय ने स्पष्ट कर दिया है कि मौद्रिक नीति में घरेलू परिस्थितियों का महत्व बढ़ गया है।

हाल के दिनों में कई जी-7 केंद्रीय बैंकों द्वारा दरों में कटौती करने के बाद,

कुछ बाजार विश्लेषकों ने उम्मीद जताई थी कि इससे आरबीआई की नीति में भी बदलाव आ सकता है।

लेकिन आरबीआई ने आज की घोषणा में वैश्विक मौद्रिक नीतियों का केवल संक्षिप्त उल्लेख करते हुए घरेलू विकास पर ध्यान केंद्रित किया है।

RBI ने देश में चल रहे टिकाऊ अवस्फीतिकारी

आरबीआई ने देश में चल रहे टिकाऊ अवस्फीतिकारी रुझानों को स्वीकार किया है, साथ ही घरेलू और वैश्विक जोखिमों की भी पहचान की है।

इससे पता चलता है कि भविष्य में दरों में कोई बदलाव डेटा पर निर्भर करेगा।

यदि आने वाले महीनों में परिस्थितियां अनुकूल रहती हैं, तो दिसंबर में दर में कटौती की संभावना कम लगती है।

केंद्रीय बैंक ने ऋण बाजारों में प्रवाह की सीमा पर भी कुछ आराम का संकेत दिया है।

इसका मतलब यह है कि मौद्रिक नीति के प्रभाव और उसकी प्रभावशीलता पर केंद्रीय बैंक संतुष्ट है।

पिछले दो महीनों में तरलता की स्थिति में सुधार हुआ है, जो केंद्रीय बैंकों की नीतियों के अनुकूल है।

आगे चलकर, यह स्थिति अधिशेष में रहने के लिए आधार तैयार कर रही है।

आरबीआई के इस निर्णय का असर विभिन्न क्षेत्रों

आरबीआई के इस निर्णय का असर विभिन्न क्षेत्रों पर पड़ेगा। विशेषकर उपभोक्ता ऋण और घरों की खरीद पर इसका सकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकता है।

इसके साथ ही, कंपनियों के लिए भी निवेश की संभावनाएँ खुलेंगी, जिससे अर्थव्यवस्था में रफ्तार बनेगी।

बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि आरबीआई की यह नीति आने वाले समय में घरेलू आर्थिक स्थिरता को बनाए रखने में मददगार साबित होगी।

मौद्रिक नीति के इस रुख से बैंकों को भी अपने ऋण देने की नीतियों में सुधार करने का अवसर मिलेगा,

जिससे उपभोक्ताओं को बेहतर दरों पर ऋण मिल सकेंगे।

हालांकि, इस स्थिरता के बावजूद, आरबीआई ने सतर्क रहने की सलाह दी है।

वैश्विक आर्थिक हालात और घरेलू बाजार की गतिविधियों पर नजर रखना आवश्यक है।

आने वाले समय में यदि कोई नई चुनौतियाँ सामने आती हैं, तो आरबीआई उचित कदम उठाने के लिए तैयार रहेगा।

सारांश में, आरबीआई का तटस्थ रुख और 6.5 प्रतिशत की नीति दर का स्थिर रहना, भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक संकेत है।

यह निर्णय घरेलू आर्थिक स्थिरता और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

जैसे-जैसे बाजार में विश्वास बढ़ेगा, वैसे-वैसे निवेश के नए अवसर भी खुलेंगे, जो अंततः देश की आर्थिक विकास दर को बढ़ाने में सहायक होंगे।

इस प्रकार, आरबीआई की यह नीति दर और दृष्टिकोण न केवल बाजार के लिए,

बल्कि समग्र अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण है।

श्री हरिमंदिर साहिब में संगत के लिए नई राहत: नई तख्तियों का आगाज, सेवादारों की बढ़ी जिम्मेदारी!

Golden Temple : श्री हरिमंदिर साहिब में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए शिरोमणि कमेटी ने एक नई पहल की है।

हाल ही में, श्रद्धालुओं की जागरूकता और सुविधा को ध्यान में रखते हुए लाल अक्षरों में लिखी नई तख्तियां लगाई गई हैं।

इस कदम का उद्देश्य संगत को अधिक स्पष्टता और आसानी से जानकारी उपलब्ध कराना है।

Golden Temple : पूर्व में लगाए गए तख्तियों की दिक्कतें

पिछले समय में, श्री हरिमंदिर साहिब के चारों दरवाजों, परिक्रमा और सरोवर के किनारों पर पीले और नीले रंग की तख्तियां लगाई गई थीं।

इनमें मोबाइल फोन का उपयोग न करने और सरोवर में प्रसाद व सूखे पत्ते न फेंकने जैसी हिदायतें लिखी हुई थीं।

लेकिन, श्रद्धालुओं को इन तख्तियों को पढ़ने में दिक्कतें आती थीं, खासकर धूप के कारण।

इसी को देखते हुए, मैनेजर नरिंदर सिंह मथरेवाल ने कहा

कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी के दिशा-निर्देशों पर यह महत्वपूर्ण बदलाव किया गया है।

Golden Temple : नई तख्तियों की विशेषताएं

नई तख्तियों पर अब लाल अक्षरों में महत्वपूर्ण जानकारी लिखी गई है, जिससे उन्हें पढ़ना आसान हो गया है।

मथरेवाल ने बताया कि धूप के कारण पहले की तख्तियों पर लिखा पढ़ना कठिन था,

इसलिए इन बदलावों से श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मिलेगी।

सेवादारों की जिम्मेदारी

इसके अलावा, परिक्रमा के चारों ओर सेवादारों की ड्यूटियां भी सख्त कर दी गई हैं।

यह सेवादार श्रद्धालुओं को श्री हरिमंदिर साहिब की मर्यादा के प्रति जागरूक करते हैं और उनके सवालों का समाधान करते हैं।

आई कार्ड की अनिवार्यता

शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष ने यह भी निर्णय लिया है कि हर सेवादार और अधिकारी के लिए आई कार्ड बनवाना अनिवार्य होगा,

ताकि उनकी पहचान स्पष्ट हो सके। इससे श्रद्धालुओं को किसी भी समस्या के समय सही व्यक्ति से संपर्क करने में आसानी होगी।

शिकायत निवारण प्रणाली

गुरु घर में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह सुनिश्चित किया गया है

कि यदि उन्हें सेवादारों से किसी प्रकार की परेशानी होती है,

तो वे संबंधित कमरा नंबर 56 में आकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

इन शिकायतों की गहनता से जांच की जाएगी और संबंधित सेवादारों पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

इस नई पहल के माध्यम से, श्री हरिमंदिर साहिब में श्रद्धालुओं की सुविधा को और अधिक सुदृढ़ किया गया है।

यह कदम न केवल संगत के अनुभव को बेहतर बनाता है,

बल्कि उन्हें एक सुरक्षित और सम्मानजनक माहौल भी प्रदान करता है।

शिरोमणि कमेटी की यह जिम्मेदारी यह दर्शाती है कि श्रद्धालुओं की भलाई हमेशा उनकी प्राथमिकता है।

Red Cross ने जरूरतमंदों के लिए बढ़ाया हाथ, समाज सेवा की नई मिसाल!

साहिबजादा अजीत सिंह नगर में ज़िला Red Cross सोसाइटी ने एक बार फिर सामाजिक जिम्मेदारी का बेहतरीन उदाहरण पेश किया है।

डिप्टी कमिश्नर श्रीमती आशिका जैन के नेतृत्व में, यह संस्था लगातार जरूरतमंदों की मदद के लिए काम कर रही है।

राशन, दवाइयां, कपड़े और अन्य जरूरी सामान उपलब्ध कराकर ज़रूरतमंद परिवारों की सहायता की जा रही है।

Red Cross : सामुदायिक सहायता का कार्य

रेड क्रॉस सोसाइटी की यह पहल न केवल जरूरतमंदों के लिए सहारा बनी है,

बल्कि यह समाज में एकजुटता और सहयोग का संदेश भी फैलाती है।

संस्था ने फर्स्ट एड ट्रेनिंग, जन औषधि स्टोर योजना और रक्तदान शिविरों का आयोजन कर स्वास्थ्य सेवा को भी प्राथमिकता दी है

। यह कदम न केवल जरूरतमंदों की मदद कर रहा है, बल्कि स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता को भी बढ़ा रहा है।

महादुर्गा अष्टमी उत्सव का आयोजन

इस कड़ी में, ज़िले के घग्गर कुष्ठ आश्रम, मुबारकपुर, डेराबस्सी में महादुर्गा अष्टमी उत्सव 9 अक्टूबर से 11 अक्टूबर 2024 तक मनाया जाएगा।

इस उत्सव में पंजाब के विभिन्न ज़िलों से कुष्ठ प्रभावित लोग शामिल होंगे।

रेड क्रॉस शाखा ने इस आयोजन के लिए राशन उपलब्ध कराया है, जिससे इन लोगों की जरूरतों को पूरा किया जा सके।

अधिकारियों की उपस्थिति

इस अवसर पर श्री विराज श्यामकरण तिड़के, आईएएस, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर-कम-सीनियर उपाध्यक्ष ने कहा

कि रेड क्रॉस सोसाइटी हमेशा जरूरतमंदों की मदद के लिए तत्पर रहती है।

उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि यह सेवाएं भविष्य में भी जारी रहेंगी।

कार्यक्रम में श्री हरबंस सिंह, सचिव, ज़िला रेड क्रॉस शाखा भी उपस्थित थे, जिन्होंने इस पहल की सराहना की।

Red Cross : समाज सेवा का संदेश

रेड क्रॉस की यह पहल यह साफ करती है कि समाज की सेवा में हर कदम पर रेड क्रॉस का हाथ हमेशा मददगार है।

यह संस्था केवल आपातकालीन सहायता देने तक सीमित नहीं है,

बल्कि यह समाज के विभिन्न वर्गों की जरूरतों को समझते हुए निरंतर प्रयास करती है।

साहिबजादा अजीत सिंह नगर में रेड क्रॉस सोसाइटी की गतिविधियों ने न केवल जरूरतमंदों को सहारा दिया है,

बल्कि समाज में मानवता और सहयोग का एक बेहतरीन उदाहरण पेश किया है।

ऐसे समय में जब समाज में एकजुटता की आवश्यकता है, रेड क्रॉस जैसी संस्थाएं निस्संदेह एक प्रेरणा का स्रोत हैं।

आने वाले समय में, इनकी सेवाओं का विस्तार और अधिक लोगों की मदद के लिए महत्वपूर्ण रहेगा।

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