सरस मेले में रंजीत बावा का जादू: संगीत रात ने छेड़ा आनंद का रंग!

Saras Mela Ranjit Bawa 2024 : मोहाली में आयोजित आजीविका सरस मेले की पहली रात को मशहूर गायक रंजीत बावा ने अपने शानदार प्रदर्शन से दर्शकों का दिल जीत लिया।

उनकी संगीत संध्या में उपस्थित दर्शकों की उत्साही भीड़ ने रंजीत के गीतों पर जमकर तालियाँ बजाईं।

इस विशेष कार्यक्रम में पंजाब के राजस्व एवं पुनर्वास मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।

उन्होंने कहा, “भगवंत मान की सरकार पंजाब को हमेशा खुशहाल बनाए रखने के लिए वचनबद्ध है।

” उन्होंने जिला प्रशासन की सराहना करते हुए सरस मेले को देश की विरासत कला

और सांस्कृतिक ताने-बाने को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।

उपस्थित dignitaries:

इस अवसर पर एडीसी (जनरल) विराज एस. तिड़के, एडीसी (विकास) और नोडल अधिकारी सरस मेला सोनम चौधरी, न

गर निगम के संयुक्त आयुक्त दीपांकर गर्ग, एसडीएम खरड़ गुरमिंदर सिंह और डी.डीपीओ बलजिंदर सिंह ग्रेवाल भी मौजूद थे।

रंजीत का धमाल: Saras Mela Ranjit Bawa 2024

स्टार नाइट के दौरान, रंजीत बावा ने अपने हिट गानों जैसे “चिट्ठीये,” “वग्गदी रावी,” “तेरे दिल ते आलना पाऊना,” “तारिफा,” “मिट्टी दा बावा,” “यारी चंडीगढ़ वाल्ये,”

और “हैवी वेट भांगड़ा” पर दो घंटे तक शानदार प्रस्तुति दी। उनके गाने सुनकर दर्शक झूम उठे

और इस आनंदमयी संध्या का भरपूर लुत्फ उठाया।

सरस मेले की पहली रात ने दर्शकों को मनोरंजन का अनोखा अनुभव दिया,

और उन्होंने विभिन्न राज्यों से आए कारीगरों द्वारा बनाए गए अद्भुत सामान की खरीदारी भी की।

आगे का कार्यक्रम:

सरस मेले की संगीत संध्याओं का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।

19 अक्टूबर को शिवजोत, 20 अक्टूबर को फैशन शो के साथ पंजाबी गायिका परी पंढेर, बसंत कुर, और सविताज बराड़ का प्रदर्शन होगा।

इसके बाद 21 अक्टूबर को जसप्रीत सिंह और आशीष सोलंकी की कॉमेडी नाइट, 22 अक्टूबर को लखविंदर वडाली, 23 अक्टूबर को भांगड़ा

और गिधा (यूनिवर्सिटी टीमों द्वारा), 24 को पंजाबी गायक जोबन संधू, 25 को विभिन्न कलाकार, 26 को कुलविंदर बिल्ला

और अंततः 27 अक्टूबर को गिप्पी ग्रेवाल का प्रदर्शन होगा।

सरस मेला न केवल कला और संस्कृति का उत्सव है, बल्कि यह पंजाबी संस्कृति के प्रति लोगों की जुड़ाव को भी दर्शाता है।

इस प्रकार, यह मेला पंजाब की समृद्ध विरासत को आगे बढ़ाने का एक अद्वितीय मंच बनता जा रहा है।

सरस मेले का धमाल: मोहाली में कारीगरों की कला का हुआ बेजोड़ प्रदर्शन!

First Saras Mela Mohali : पंजाब के ग्रामीण विकास और पंचायत मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंध ने आज मोहाली में पहले सरस मेले का भव्य उद्घाटन किया।

यह मेला सेक्टर 88 में मानव मंगल स्मार्ट स्कूल के पास आयोजित किया गया है, और इसका आयोजन 18 से 27 अक्टूबर तक चलेगा।

उद्घाटन समारोह में डेराबस्सी के विधायक कुलजीत सिंह रंधावा और प्रसिद्ध कॉमेडियन बीनू ढिल्लों भी शामिल हुए।

First Saras Mela Mohali : पंजाब के प्राचीन गौरव को पुनः स्थापित

सौंध ने अपने संबोधन में कहा, “भगवंत मान सरकार रंगला पंजाब को बढ़ावा देकर पंजाब के प्राचीन गौरव को पुनः स्थापित कर रही है।

” उन्होंने यह भी बताया कि पंजाब की समृद्ध विरासत और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए इस तरह के बड़े आयोजन किए जा रहे हैं।

कारीगरों का अनूठा मंच:

यह मेला केवल एक बाजार नहीं है, बल्कि देश के ग्रामीण कारीगरों के लिए अपने शिल्प को प्रदर्शित करने का एक अनूठा मंच है।

यहां 20 राज्यों के लगभग 600 कारीगरों ने अपने हस्तशिल्प और हस्तनिर्मित उत्पादों के साथ 300 स्टॉल लगाए हैं।

सौंध ने कहा, “यह कारीगरों का रचनात्मक कार्य हर किसी को आकर्षित करता है।”

मंत्री ने आगरा, होशियारपुर और अन्य स्थानों से आए कारीगरों के साथ बातचीत की और उनकी शिल्प कौशल की सराहना की।

इस दौरान उन्होंने कारीगरों के सामान की बेहतर बिक्री की कामना भी की।

कला और संस्कृति का संगम:

मेले में असम के पीहू, हरियाणा के गूमर, जोगी बीन, नगाड़ा, कठपुतली नृत्य

और बाजीगरों जैसे विभिन्न कलाकारों के अनोखे प्रदर्शन ने सभी का मन मोह लिया।

मंत्री ने कहा, “सरस मेला देश की अनेकता में एकता को बढ़ावा देने का एक अद्वितीय मंच है।”

सरकार की प्रतिबद्धता:

पंजाब सरकार ग्रामीण कारीगरों और स्वयं सहायता समूहों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।

इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों में एडीसी (जनरल) विराज एस तिड़के, एडीसी (विकास) सोनम चौधरी,

कमिश्नर एमसी मोहाली टी बेनिथ, संयुक्त कमिश्नर दीपांकर गर्ग और एसडीएम खरड़ गुरमंद्र सिंह शामिल थे।

हस्तशिल्प और खान-पान की दुकानों पर देश के कलात्मक सामान

और रोमांचक व्यंजनों का प्रदर्शन भी लोगों को आकर्षित कर रहा था।

इस मेले की खासियत यह है कि यह न केवल कारीगरों के लिए एक बाजार है,

बल्कि दर्शकों के लिए भी एक अनुभव है जो उन्हें पंजाब की समृद्ध संस्कृति से जोड़ेगा।

सरस मेले ने मोहाली में एक नई धारा का संचार किया है,

और अब सभी को इस दस दिवसीय भव्य कार्यक्रम का भरपूर आनंद लेने का मौका मिलेगा!

 

Justin Trudeau के विवादित आरोपों पर चन्नी का समर्थन: Sidhu Moosewala की हत्या को बताया राजनीतिक

हाल ही में कनाडा के प्रधानमंत्री Justin Trudeau ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारतीय राजनयिकों पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

उन्होंने लॉरेंस बिश्नोई गैंग को देश में हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया,

जिससे भारत सरकार ने उनके दावों को खारिज करते हुए इन्हें बेतुका बताया।

इस बीच, जालंधर से कांग्रेस सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने ट्रूडो की बातों से सहमति जताई है,

जिससे राजनीतिक माहौल और भी गर्म हो गया है।

Sidhu Moosewala की हत्या भी राजनीतिक

चन्नी ने कहा कि कनाडा में भारतीय समुदाय की बड़ी संख्या है, और इस समुदाय के सदस्यों के साथ हमारे रिश्ते बहुत अच्छे हैं।

उन्होंने सरकार से अपील की कि वह कनाडा के साथ संबंध खराब न करे और द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने के लिए आवश्यक कदम उठाए।

चन्नी ने यह भी कहा, “अब यह स्पष्ट हो चुका है कि गैंगस्टरों के उत्थान में सरकारी एजेंसियों की भूमिका है।

Sidhu Moosewala की हत्या भी राजनीतिक थी, और यह बात जल्द ही सबको समझ में आ जाएगी।”

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Justin Trudeau के आरोपों का सारांश

ट्रूडो ने कहा था कि भारतीय राजनयिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की आलोचना करने वाले कनाडाई लोगों के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रहे थे

और इसे भारत के उच्च अधिकारियों और लॉरेंस बिश्नोई गैंग जैसे आपराधिक संगठनों तक पहुंचा रहे थे।

ट्रूडो ने बताया कि उन्हें यह जानकारी खुफिया एजेंसियों से मिली थी,

जिसमें फाइव आइज के सदस्यों के संयुक्त विश्लेषण का भी जिक्र किया गया।

फाइव आइज में कनाडा के अलावा अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड शामिल हैं।

निज्जर हत्या का मामला

कनाडा और भारत के बीच तनाव का मुख्य कारण 18 जून 2023 को हरदीप सिंह निज्जर की हत्या है।

निज्जर एक खालिस्तान समर्थक नेता थे,

जिन्हें कनाडा के एक गुरुद्वारे से निकलते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

उसके बाद से भारत पर यह आरोप लगने लगा कि उसके एजेंटों ने इस हत्या को अंजाम दिया।

चन्नी का यह बयान एक ऐसे समय में आया है जब दोनों देशों के बीच संबंधों में खटास बढ़ती जा रही है।

उन्होंने इस मुद्दे पर अपनी चिंताओं का इज़हार करते हुए कहा कि हमें अपने लोगों की सुरक्षा के लिए सच की तलाश करनी होगी

और कनाडा के साथ एक सकारात्मक संवाद स्थापित करना चाहिए।

राजनीतिक दृष्टिकोण

चन्नी के बयान ने पंजाब के राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है।

उनका कहना है कि गैंगस्टरों की गतिविधियों में सरकारी एजेंसियों की संलिप्तता को लेकर गहन जांच की आवश्यकता है।

उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा स्थिति में सभी पक्षों को संयम से काम लेना चाहिए और जांच के परिणामों का इंतजार करना चाहिए।

जस्टिन ट्रूडो के आरोपों और चन्नी के समर्थन ने भारत-कनाडा संबंधों में नई जटिलताएँ पैदा की हैं।

दोनों देशों के बीच यह मुद्दा न केवल कूटनीतिक बल्कि सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर भी महत्वपूर्ण है।

आगे की घटनाओं का क्या प्रभाव होगा, यह देखने के लिए सभी को इंतजार करना होगा।

पंजाब सरकार का क्रांतिकारी कदम: 500 शिक्षकों को अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण के लिए भेजा

Punjab News : मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार ने सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

सरकार ने अब तक 500 से अधिक शिक्षकों को सिंगापुर, फिनलैंड और भारत के प्रमुख संस्थानों जैसे आईआईएम में प्रशिक्षण के लिए भेजा है।

यह पहल शिक्षकों की कौशल उन्नति को ध्यान में रखते हुए की गई है,

ताकि वे विद्यार्थियों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने योग्य बना सकें।

Punjab News : छात्रों को कॉन्वेंट स्कूलों के छात्रों के साथ प्रतिस्पर्धा

मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “हमारा उद्देश्य सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को कॉन्वेंट स्कूलों के छात्रों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार करना है।

” उन्होंने कहा कि शिक्षकों और स्कूल प्रमुखों की योग्यता और क्षमता विद्यार्थियों के सीखने के स्तर पर सीधा प्रभाव डालती है।

भगवंत सिंह मान ने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से शिक्षकों को अन्य देशों की शिक्षा प्रणालियों को समझने, प्रेरित करने और बेहतर अध्यापन तकनीकों को अपनाने का अवसर दिया गया है।

इसके लिए एस.सी.आई.आर.टी. में अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा मामलों का प्रकोष्ठ स्थापित किया गया है,

जिसका उद्देश्य शिक्षा क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय मानकों को लागू करना है।शिक्षकों और शिक्षा प्रबंधकों को बेहतर

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकोष्ठ का कार्य है शिक्षकों और शिक्षा प्रबंधकों को बेहतर अवसर प्रदान करना,

ताकि वे शैक्षिक प्रशिक्षण के माध्यम से राज्य की शिक्षा प्रणाली को अगले स्तर तक ले जा सकें।

उन्होंने उल्लेख किया कि सरकारी खर्च पर स्विट्ज़रलैंड, सिंगापुर और फिनलैंड जैसे देशों में शिक्षकों को भेजा गया है

ताकि वे वहां की बेहतरीन शिक्षा प्रणालियों से अवगत हो सकें।

हाल ही में, पंजाब सरकार ने 202 प्रिंसिपलों और शिक्षा अधिकारियों के छह बैच सिंगापुर में नेतृत्व विकास कार्यक्रम के लिए भेजे हैं।

इसके अतिरिक्त, 72 प्राथमिक शिक्षकों का एक बैच फिनलैंड में व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए जा रहा है।

152 हेडमास्टरों को आईआईएम अहमदाबाद में

मुख्यमंत्री ने कहा कि 152 हेडमास्टरों को आईआईएम अहमदाबाद में अत्याधुनिक शैक्षणिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

भगवंत मान ने इस पहल को युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में मोड़ने का एक प्रयास बताया।

उनका कहना है कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करना है,

ताकि वे विभिन्न क्षेत्रों में नई ऊंचाइयों को छू सकें।

शिक्षकों को विदेशी देशों में प्रचलित आधुनिक अध्यापन विधियों से प्रशिक्षित किया जा रहा है।

प्रशिक्षण के बाद, ये शिक्षक अपने अनुभव और ज्ञान को छात्रों और सहयोगियों के साथ साझा करते हैं,

जिससे विद्यार्थियों को विदेशी शिक्षा प्रणालियों से परिचित कराने में मदद मिलती है।

मुख्यमंत्री ने इसे छात्रों की भलाई के लिए एक अनूठी पहल बताया है, जो राज्य की शिक्षा प्रणाली को पुनर्जीवित कर रही है।

भगवंत सिंह मान ने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार छात्रों की भलाई

और शिक्षा क्षेत्र के विकास के लिए ऐसे प्रयास जारी रखेगी।

इस प्रकार, भगवंत मान सरकार ने न केवल शिक्षा के स्तर को उठाने का संकल्प लिया है,

बल्कि इसे एक नई दिशा देने के लिए ठोस कदम उठाए हैं,

जिससे आने वाले समय में पंजाब के बच्चे एक बेहतर भविष्य की ओर बढ़ सकें।

दिव्यांग छात्रों के लिए छात्रवृत्ति योजनाओं का शुभारंभ, आवेदन प्रक्रिया शुरू

Saksham Scholarship Scheme 2024 : उपायुक्त यश गर्ग ने जानकारी दी कि भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा दिव्यांग छात्रों को शिक्षा के अवसर प्रदान करने के लिए प्री मैट्रिक, पोस्ट मैट्रिक और उच्च श्रेणी की छात्रवृत्ति योजनाएं लागू की गई हैं।

वित्त वर्ष 2024-25 में दिव्यांग छात्रों के लिए छात्रवृत्ति के लिए आवेदन नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर शुरू हो गया है।

ये योजनाएं 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले छात्रों के लिए हैं,

जिनके पास सक्षम चिकित्सा प्राधिकारी द्वारा जारी दिव्यांग प्रमाण पत्र होना आवश्यक है।

इसके साथ ही, आवेदक के परिवार की वार्षिक आय निर्धारित सीमा से अधिक नहीं होनी चाहिए।

Saksham Scholarship Scheme 2024 : कक्षा 9वीं और 10वीं में पढ़ने वाले छात्र आवेदन कर सकते हैं

उपायुक्त ने बताया कि प्री मैट्रिक योजना के अंतर्गत कक्षा 9वीं और 10वीं में पढ़ने वाले छात्र आवेदन कर सकते हैं,

जबकि पोस्ट मैट्रिक योजना के तहत कक्षा 11वीं से मास्टर डिग्री या डिप्लोमा करने वाले छात्र भी आवेदन कर सकते हैं।

इन योजनाओं के लिए अभिभावक या संरक्षक की वार्षिक आय 2.50 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए।

उच्च श्रेणी शिक्षा के लिए आवेदन करने वाले छात्रों की वार्षिक आय 8 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए।

उन्होंने बताया कि प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 अक्टूबर 2024 है,

जबकि पोस्ट मैट्रिक और उच्च श्रेणी छात्रवृत्ति के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर 2024 है।

आवेदक डीईपीडब्ल्यूडी की वेबसाइट www.depwd.gov.in और नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल www.scholarship.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।

बिजली निगम की पहल: उपभोक्ता शिकायतों का त्वरित समाधान 21 और 28 अक्तूबर को

Electricity Corporation : उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम उपभोक्ताओं को विश्वसनीय और निर्बाध बिजली आपूर्ति के प्रति प्रतिबद्ध है।

‘पूर्ण उपभोक्ता संतोष’ के लक्ष्य को हासिल करने के लिए निगम ने कई महत्वाकांक्षी कार्यक्रम शुरू किए हैं,

जिससे उपभोक्ताओं की समस्याओं का त्वरित समाधान किया जा सके।

Electricity Corporation :  जानकारी देते हुए निगम के प्रवक्ता ने बताया

इस संबंध में जानकारी देते हुए निगम के प्रवक्ता ने बताया

कि जोनल उपभोक्ता शिकायत निवारण मंच, रेगुलेशन 2.8.2 के अनुसार, 1 लाख रुपये से अधिक और 3 लाख रुपये तक के वित्तीय विवादों से संबंधित शिकायतों की सुनवाई करेगा।

पंचकूला जोन में आने वाले जिलों—कुरुक्षेत्र, अंबाला, पंचकूला, कैथल और यमुनानगर—के उपभोक्ताओं की शिकायतों का निवारण 21 और 28 अक्तूबर को पंचकूला में किया जाएगा।

उपभोक्ताओं के गलत बिलों, बिजली की दरों, मीटर सिक्योरिटी, खराब मीटरों और वोल्टेज से संबंधित समस्याओं का समाधान किया जाएगा।

हालांकि, बिजली चोरी, दुरुपयोग और अन्य गैर-घातक दुर्घटनाओं पर विचार नहीं किया जाएगा।

पिछले छह महीनों में भुगतान

उपभोक्ताओं को वित्तीय विवादों की शिकायत प्रस्तुत करने से पहले पिछले छह महीनों में भुगतान किए गए

औसत बिजली शुल्क के आधार पर जमा राशि प्रस्तुत करनी होगी।

साथ ही, उन्हें प्रमाणित करना होगा कि यह मामला अदालत या प्राधिकरण के समक्ष लंबित नहीं है।

उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम उपभोक्ताओं से अपील करता है

कि वे 21 और 28 अक्तूबर को यू.एच.बि.वी.एन के मुख्यालय, विद्युत सदन,

पंचकूला में प्रातः 11:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक आयोजित कार्यवाही में शामिल होकर अपनी समस्याओं का समाधान करवाएं।

निगम प्रदेश के सभी उपभोक्ताओं को निरंतर और निर्बाध बिजली आपूर्ति प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है।

उपायुक्त ने किसानों से की अपील: पराली न जलाने से मिलेगा आर्थिक लाभ

उपायुक्त Dr. Yash Garg ने किसानों से पराली न जलाने की अपील की है।

उन्होंने बताया कि किसान मशीनों का उपयोग करके खेत में बचे अवशेषों को समेट सकते हैं

और बेलर के जरिए गांठ बनाकर उचित प्रबंधन कर सकते हैं।

इस प्रक्रिया के तहत वे सरकार द्वारा चलाई जा रही स्कीम से प्रति एकड़ एक हजार रुपये तक का लाभ उठा सकते हैं।

इससे किसानों को आर्थिक सहायता मिलेगी और पराली जलाने से उत्पन्न धुएं के प्रदूषण से भी बचा जा सकेगा।

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डॉ. यश गर्ग ने चेतावनी दी कि जो किसान पराली जलाएंगे,

उनके खिलाफ कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा सरकार और सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार एफआईआर दर्ज की जाएगी।

इसके साथ ही, ऐसे किसानों की ‘मेरा फसल मेरा ब्यौरा’ में ‘रेड एन्ट्री’ की जाएगी,

जिससे उन्हें अगले दो सीज़न तक धान और गेहूं की मंडी में बिक्री पर बैन लगाया जाएगा।

उन्होने कहा कि यह निर्णय अतिरिक्त मुख्य सचिव,

कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की अनुपालना में लिया गया है।

यदि नोडल अधिकारी या कर्मचारी पराली जलाने की रोकथाम के अपने कर्तव्यों का सही तरीके से पालन नहीं करते हैं,

तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

उपायुक्त Dr. Yash Garg ने किसानों से पराली न जलाने की अपील की है।

उन्होंने बताया कि किसान मशीनों का उपयोग करके खेत में बचे अवशेषों को समेट सकते हैं

और बेलर के जरिए गांठ बनाकर उचित प्रबंधन कर सकते हैं।

Dr. Yash Garg  ने चेतावनी दी

इस प्रक्रिया के तहत वे सरकार द्वारा चलाई जा रही स्कीम से प्रति एकड़ एक हजार रुपये तक का लाभ उठा सकते हैं।

इससे किसानों को आर्थिक सहायता मिलेगी और पराली जलाने से उत्पन्न धुएं के प्रदूषण से भी बचा जा सकेगा।

डॉ. यश गर्ग ने चेतावनी दी कि जो किसान पराली जलाएंगे,

उनके खिलाफ कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा सरकार

और सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार एफआईआर दर्ज की जाएगी।

इसके साथ ही, ऐसे किसानों की ‘मेरा फसल मेरा ब्यौरा’ में ‘रेड एन्ट्री’ की जाएगी,

जिससे उन्हें अगले दो सीज़न तक धान और गेहूं की मंडी में बिक्री पर बैन लगाया जाएगा।

उन्होने कहा कि यह निर्णय अतिरिक्त मुख्य सचिव,

कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की अनुपालना में लिया गया है।

यदि नोडल अधिकारी या कर्मचारी पराली जलाने की रोकथाम के अपने कर्तव्यों का सही तरीके से पालन नहीं करते हैं,

तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

योग क्लब की पोस्टर प्रतियोगिता: आत्म जागरूकता और अनुशासन का नया आयाम

Yoga Club Poster  Competition: राजकीय महाविद्यालय कालका में प्राचार्या प्रोमिला मलिक के कुशल नेतृत्व में योग क्लब द्वारा योगासनों पर पोस्टर निर्माण प्रतियोगिता का सफल आयोजन किया गया।

Yoga Club Poster  Competition : योग आत्म जागरूकता और आत्म अनुशासन

प्राचार्या प्रोमिला मलिक ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि योग आत्म जागरूकता और आत्म अनुशासन को बढ़ावा देता है,

साथ ही यह जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करता है।

योग क्लब का उद्देश्य विद्यार्थियों को योग मुद्राओं के अभ्यास के माध्यम से तनाव प्रबंधन,

मन-शरीर के संबंध में सुधार और ताकत तथा लचीलेपन को बढ़ाने का तरीका सिखाना है।

प्रतियोगिता में योगासनों पर बनाए गए पोस्टरों के लिए विभिन्न छात्रों ने भाग लिया।

परिणामों के अनुसार, बी.ए. प्रथम वर्ष के छात्र मोनू ने प्रथम स्थान प्राप्त किया,

जबकि द्वितीय स्थान पर बी.ए. के छात्र राघव और

तृतीय स्थान पर बीएससी की छात्रा शिवानी एवं बीए की छात्रा हरप्रीत कौर रही।

बीए तृतीय वर्ष के छात्र विधान को सांत्वना पुरस्कार से नवाजा गया।

योग आत्म जागरूकता और आत्म अनुशासन

प्रतियोगिता को निष्पक्षता से संपन्न कराने का श्रेय निर्णायक मंडल के सदस्यों,

अंग्रेजी विभाग की अध्यक्षा प्रोफेसर डॉ. मीनू खयालिया

और गणित विभाग के डॉ. आशीष कुमार को जाता है।

इसके अलावा, योग क्लब की प्रभारी डॉ. गीता कुमारी और

सदस्यों डॉ. सुरेश कुमार, डॉ. प्रदीप तथा डॉ. हरदीप ने प्रतियोगिता को अर्थपूर्ण बनाने

और विद्यार्थियों में योग के प्रति जागरूकता लाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

प्राचार्या प्रोमिला मलिक ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि योग आत्म जागरूकता और आत्म अनुशासन को बढ़ावा देता है,

साथ ही यह जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करता है।

योग क्लब का उद्देश्य विद्यार्थियों को योग मुद्राओं के अभ्यास के माध्यम से तनाव प्रबंधन, मन-शरीर के संबंध में सुधार और ताकत तथा लचीलेपन को बढ़ाने का तरीका सिखाना है।

प्रतियोगिता में योगासनों पर बनाए गए पोस्टरों के लिए विभिन्न छात्रों ने भाग लिया।

परिणामों के अनुसार, बी.ए. प्रथम वर्ष के छात्र मोनू ने प्रथम स्थान प्राप्त किया,

जबकि द्वितीय स्थान पर बी.ए. के छात्र राघव और तृतीय स्थान पर बीएससी की छात्रा शिवानी एवं बीए की छात्रा हरप्रीत कौर रही।

बीए तृतीय वर्ष के छात्र विधान को सांत्वना पुरस्कार से नवाजा गया।

प्रतियोगिता को निष्पक्षता से संपन्न कराने का श्रेय निर्णायक मंडल के सदस्यों,

अंग्रेजी विभाग की अध्यक्षा प्रोफेसर डॉ. मीनू खयालिया

और गणित विभाग के डॉ. आशीष कुमार को जाता है।

इसके अलावा, योग क्लब की प्रभारी डॉ. गीता कुमारी और सदस्यों डॉ. सुरेश कुमार,

डॉ. प्रदीप तथा डॉ. हरदीप ने प्रतियोगिता को अर्थपूर्ण बनाने

और विद्यार्थियों में योग के प्रति जागरूकता लाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

गुरमीत राम रहीम को सुप्रीम कोर्ट का बड़ा झटका: बरगाड़ी मामले में मिली नई चुनौती

डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख Gurmeet Ram Rahim की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। Supreme Court ने आज बरगाड़ी मामले में सुनवाई करते हुए राम रहीम को बड़ा झटका दिया है।

कोर्ट ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी के मामले में हाईकोर्ट द्वारा लगाई गई रोक को हटा दिया है,

जिससे राम रहीम की कानूनी चुनौतियाँ और बढ़ गई हैं।

Manappuram Finance के शेयरों में 15% की गिरावट: RBI ने लगाया प्रतिबंध

Gurmeet Ram Rahim : बरगाड़ी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के आरोप

पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने मार्च में राम रहीम के खिलाफ बरगाड़ी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के आरोप में पंजाब सरकार द्वारा बनाई गई

विशेष जांच टीम (SIT) की जांच पर रोक लगाई थी।

इस आदेश को पंजाब सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी, जिसके बाद आज सुप्रीम कोर्ट ने रोक हटा दी है।

सुप्रीम कोर्ट ने राम रहीम को नोटिस जारी कर 4 सप्ताह में जवाब पेश करने का आदेश दिया है।

अब देखना होगा कि राम रहीम इस मामले में क्या प्रतिक्रिया देते हैं

और उनकी कानूनी स्थिति आगे कैसे विकसित होती है।

डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख Gurmeet Ram Rahim की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं।

Supreme Court ने आज बरगाड़ी मामले में सुनवाई

सुप्रीम कोर्ट ने आज बरगाड़ी मामले में सुनवाई करते हुए राम रहीम को बड़ा झटका दिया है।

कोर्ट ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी के मामले में हाईकोर्ट द्वारा लगाई गई रोक को हटा दिया है,

जिससे राम रहीम की कानूनी चुनौतियाँ और बढ़ गई हैं।

पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने मार्च में राम रहीम के खिलाफ बरगाड़ी में

श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के आरोप में पंजाब सरकार द्वारा बनाई गई

विशेष जांच टीम (SIT) की जांच पर रोक लगाई थी।

इस आदेश को पंजाब सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी,

जिसके बाद आज सुप्रीम कोर्ट ने रोक हटा दी है।

सुप्रीम कोर्ट ने राम रहीम को नोटिस जारी कर 4 सप्ताह में जवाब पेश करने का आदेश दिया है।

अब देखना होगा कि राम रहीम इस मामले में क्या प्रतिक्रिया देते हैं

और उनकी कानूनी स्थिति आगे कैसे विकसित होती है।

Manappuram Finance के शेयरों में 15% की गिरावट: RBI ने लगाया प्रतिबंध

आज सुबह के व्यापार सत्र में Manappuram Finance के शेयरों में 15% की गिरावट आई और यह उनके लोअर सर्किट को छू गए।

यह गिरावट भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) द्वारा चार एनबीएफसी (मनप्पुरम सहित) पर महत्वपूर्ण पर्यवेक्षकीय चिंताओं के आधार पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा के बाद आई।

इस अपडेट के बाद, मनप्पुरम के शेयरों को विभिन्न ब्रोकर फर्मों से कई रेटिंग डाउनग्रेड और लक्ष्य मूल्य कटौती का सामना करना पड़ा है।

यह प्रभाव 21 अक्टूबर, 2024 से लागू होगा।

RBI का बड़ा कदम- Manappuram Finance

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने असिरवद और तीन अन्य एनबीएफसी के खिलाफ कार्रवाई की है,

क्योंकि इन एनबीएफसी ने माइक्रोफाइनेंस लोन के तहत घरेलू आय के आकलन और भुगतान दायित्वों के मामले में अनुपालन नहीं किया।

ब्रोकर फर्म CLSA ने मनप्पुरम के स्टॉक पर “आउटपरफॉर्म” रेटिंग बनाए रखते हुए उसका मूल्य लक्ष्य ₹240 से घटाकर ₹200 कर दिया है।

CLSA ने अपनी रिपोर्ट में उल्लेख किया कि असिरवद मनप्पुरम के कुल एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) का 25% बनाता है

और इसकी लाभप्रदता के अनुमान को घटाया है।

ओवरवेट” से “इक्वलवेट” में डाउनग्रेड

मॉर्गन स्टेनली ने मनप्पुरम की रेटिंग को “ओवरवेट” से “इक्वलवेट” में डाउनग्रेड किया है

और उसका मूल्य लक्ष्य ₹170 कर दिया है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि हालिया आरबीआई प्रतिबंध से लाभों पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।

इसने वित्तीय वर्ष 2025 के लिए मनप्पुरम के समेकित आय के अनुमान को 20%

और वित्तीय वर्ष 2026 और 2027 के लिए 30% तक घटाया है।

जेफरीज ने भी मनप्पुरम के स्टॉक को “होल्ड” में डाउनग्रेड किया है और उसका मूल्य लक्ष्य ₹167 कर दिया है।

जेफरीज का मानना है कि यदि असिरवद में माइक्रोफाइनेंस लोन का निस्तारण होता है और डिफॉल्ट बढ़ते हैं,

तो मनप्पुरम को अपनी सहायक कंपनी में पूंजी डालनी पड़ सकती है, जो कंपनी की आय पर असर डालेगा।

वर्तमान में, मनप्पुरम फाइनेंस के शेयर शुक्रवार को 15% गिरकर ₹150.73 पर ट्रेड कर रहे हैं।

इस स्टॉक ने 2024 में अब तक स्थिरता दिखाई है और हालिया पीक ₹230 से 23% की गिरावट आई है।

18 विश्लेषकों में से 12 ने अभी भी “खरीदें” की रेटिंग दी है,

जबकि 4 ने “होल्ड” और 2 ने “बेचने” की सिफारिश की है।

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