Tecno Pova 6 Pro का महत्वपूर्ण प्रवेश केवल 2 दिनों में, गेमिंग प्रेमियों के लिए एक शक्तिशाली डिवाइस

Tecno Pova 6 Pro Launch: 29 मार्च का दिन भारत में बेहद खास होने वाला है, दरअसल इस दिन Tecno Pova 6 Pro स्मार्टफोन भारत में एंट्री करने की तैयारी में है। Tecno Pova 6 Pro 5G को गेमिंग प्रेमियों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है और इसमें बहुत सारे तत्व हैं जो इसे प्रो गेमिंग फोन श्रेणी बनाते हैं। स्मार्टफोन में ग्राहकों को 6,000mAh की बैटरी, 70W चार्जिंग के साथ रियर LED लाइटिंग पैनल देखने को मिलता है।

रस्क मीडिया ने Playground Season 3 के साथ साझेदारी की है

6000mAh बैटरी वाले इस स्मार्टफोन को लॉन्च करने से पहले कंपनी ने रस्क मीडिया प्लेग्राउंड सीजन 3 के साथ साझेदारी की घोषणा की है। Tecno Pova 6 Pro को पहली बार MWC 2024 के दौरान शोकेस किया गया था और अब यह स्मार्टफोन जल्द ही भारत में बड़ी एंट्री करने के लिए तैयार है। कंपनी ने रस्क मीडिया प्लेग्राउंड के साथ साझेदारी की है और अब POVA सीरीज़ अपनी टैगलाइन ‘बेहतर, तेज़, मजबूत’ के साथ गेमिंग समुदाय के साथ मजबूती से जुड़ गई है। यह स्मार्टफोन इसी महीने भारत में दमदार एंट्री करने जा रहा है।

Tecno Powa 6 Pro की विशेषताएं

Tecno Powa 6 Pro की लॉन्च डेट को लेकर दी गई जानकारी के मुताबिक, फोन को 29 मार्च को Amazon MiniTV पर प्लेग्राउंड सीजन 3 की शुरुआत के साथ लॉन्च किया जाएगा। POVA 6 Pro फोन कंपनी MediaTek Dimension 6080 processor के साथ आता है। टेक्नो POVA 6 Pro में ग्राहकों को 6.78 इंच फुल एचडी प्लस डिस्प्ले, 120hz रिफ्रेश रेट के साथ 8GB/12GB रैम और 256GB स्टोरेज मिलेगी. POVA 6 Pro में ग्राहकों को 108MP प्राइमरी, 2MP डेप्थ और AI कैमरा दिया जाएगा, जबकि फ्रंट में 32MP सेल्फी कैमरा मिलेगा। इस फोन में 6,000 mAh की बैटरी और 70W वायर्ड और 10W रिवर्स चार्जिंग होगी।

चीन में iPhone की बिक्री में गिरावट: वर्षों से चीन में Apple ने हाई-एंड स्मार्टफोन मार्केट में शासन किया

iPhone in China: इस बात के प्रमाण हैं कि चीन में अब कई लोग iPhone को उस तरह पसंद नहीं कर रहे हैं, जिस तरह दुनिया के अन्य देशों में स्मार्टफोन उपयोगकर्ता इसके दीवाने हैं। स्मार्टफोन बाजार का विश्लेषण करने वाले काउंटरप्वाइंट रिसर्च के मुताबिक, साल के पहले छह हफ्तों के दौरान आईफोन की बिक्री में पिछले साल की तुलना में 24 प्रतिशत की गिरावट आई है। इस डेटा के सामने आने के बाद से यह माना जा रहा है कि चीनी लोग अब iPhone इस्तेमाल करने में पहले जितनी दिलचस्पी नहीं रखते हैं।

सालों तक iPhone का दबदबा रहा

सालों तक चीन के हाई-एंड स्मार्टफोन बाजार में Apple का दबदबा रहा। किसी अन्य कंपनी के डिवाइस के लिए iPhone की परफॉर्मेंस की बराबरी करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन था। हर कोई बस आईफोन खरीदना चाहता था. मिडिल क्लास हो या अपर क्लास, हर तरह के यूजर्स के बीच iPhone का क्रेज खत्म होने का नाम नहीं ले रहा था। हालाँकि, अब स्थिति बदल गई है और अब iPhone की बिक्री में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है, जो कंपनी के लिए अच्छा संकेत नहीं है।

पिछले साल की तुलना में बिक्री में भारी गिरावट

काउंटरप्वाइंट रिसर्च के मुताबिक, पिछले साल के मुकाबले iPhone के अलग-अलग मॉडल की बिक्री में 24 फीसदी की भारी गिरावट आई है। इससे यह साफ हो जाता है कि चीनी यूजर्स के बीच iPhone में दिलचस्पी पहले की तुलना में कम हो रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि ये बिक्री और कितनी गिरेगी.

iPhone की बिक्री में गिरावट का कारण क्या है?

आपको बता दें कि चीन में Apple के सबसे पुराने प्रतिद्वंदियों में से एक हुवावे की बिक्री 64% बढ़ी है। दरअसल, Huawei अपने स्मार्टफोन में iPhone से भी कम कीमत में कई ऐसे दमदार फीचर्स दे रहा है जिसके कारण लोग इन्हें खरीद रहे हैं। स्टाइलिश डिजाइन के साथ-साथ यह दमदार फीचर्स भी दे रहा है।

अमेरिका और चीन के बीच तनाव भी एक बड़ी वजह है

अमेरिका और चीन के बीच तनाव किसी से छिपा नहीं है. दोनों देशों की सरकारें ऐसे फैसले लेती रहती हैं जिससे साफ होता है कि दोनों के बीच तनाव है। इस तनाव का असर iPhone पर भी देखने को मिल रहा है. चीन में iPhone की बिक्री में गिरावट से यह भी संकेत मिलता है कि दोनों देशों के बीच रिश्ते अच्छे नहीं हैं।

Lok Sabha Election 2024: उम्मीदवार लोकसभा चुनाव में ऑनलाइन नामांकन कर सकेंगे, जानें कैसे आवेदन कर सकते हैं?

How to file nomination online: Lok Sabha elections में उम्मीदवार चाहें तो अब अपना नामांकन पत्र ऑनलाइन जमा कर सकेंगे। इसके लिए, चुनाव आयोग ने कैंडिडेट नामांकन एप्लिकेशन नामक एप बनाया है। इस एप में ऑनलाइन भुगतान के माध्यम से सुरक्षा राशि जमा करने का भी विकल्प उपलब्ध है।

ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे

एक बार आवेदन जमा हो जाने के बाद, उम्मीदवार अपने आवेदन की स्थिति को कैंडिडेट सुविधा एप का उपयोग करके ट्रैक कर सकते हैं। Haryana के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल ने मंगलवार को समीक्षा बैठक में बताया कि 18वें लोकसभा महासभा चुनाव के दृष्टिकोण में, चुनाव आयोग ने मतदाताओं, राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को सुविधा के लिए कई मोबाइल एप्स लॉन्च किए हैं।

मतदाताओं को इस वेबसाइट पर वोटर ID कार्ड बना सकते हैं

इनका उपयोग करके, कोई भी चुनाव प्रक्रिया से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकता है और अपनी समस्याओं को हल करवा सकता है। उदाहरण के लिए, यदि कोई 18 वर्षीय लड़का या लड़की अपना वोट कस्ट करना चाहता है, तो वह वोटर्स.eci.gov.in पर आवेदन कर सकता है। यह सुविधा केवल पंजीकरण प्रक्रिया शुरू होने तक ही उपलब्ध है।

29 अप्रैल को शुरू होगा नामांकन प्रक्रिया

Haryana में नामांकन प्रक्रिया 28 अप्रैल को शुरू होगी और 6 मई तक चलेगी। इसी तरह, चुनाव आयोग ने cVIGIL (cVIGIL मोबाइल एप्लिकेशन) नामक एक नई ऐप लॉन्च की है। इस मोबाइल ऐप को डाउनलोड करके, किसी भी नागरिक अगर कहीं पर मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन हो रहा है तो एक फोटो या वीडियो लेकर अपनी शिकायत भेज सकता है। आयोग ने रिटर्निंग ऑफिसर्स के लिए Encore नामक एक सॉफ़्टवेयर तैयार किया है। इसमें उम्मीदवारों के आवश्यक डेटा फीड किया गया है।

एफिडेविट पोर्टल बनाया गया है

आयोग ने उम्मीदवारों की संपत्ति विवरण देखने के लिए एफिडेविट पोर्टल बनाया है। इस ऐप पर किसी भी उम्मीदवार की चलनी और अचल संपत्ति, एफिडेविट ऑनलाइन देखा जा सकता है। इसी तरह, Booth ऐप के माध्यम से मतदाताओं की डिजिटल पहचान की सेवा भी शुरू की गई है। मतदाता हेल्पलाइन ऐप को अपने EPIC कार्ड से लिंक करके मतदाता अपना वोटर स्लिप डाउनलोड कर सकते हैं। वोटर टर्नआउट ऐप में कुल जनसंख्या के अनुपात में दी गई वोटों की संख्या देखी जा सकती है।

Jolt for AAP in Punjab: जालंधर के सांसद Sushil Rinku आज BJP में शामिल होंगे! विधायक शीतल अंगुराल ने पार्टी छोड़ी

Sushil Kumar Rinku Punjab से आप के एकमात्र सांसद हैं। वह उपचुनाव के दौरान आप में शामिल हुए थे। इससे पहले वह कांग्रेस विधायक थे. AAP ने उपचुनाव में Rinku को जालंधर सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया था। जिसमें Rinku ने जीत हासिल की थी. इस बार भी AAP ने Rinku को जालंधर सीट से उम्मीदवार घोषित किया है।

Punjab से आम आदमी पार्टी के एकमात्र सांसद Sushil Kumar Rinku आज शाम दिल्ली में BJP में शामिल हो सकते हैं. पार्टी ने रिंकू को जालंधर से टिकट दिया है. उनके साथ जालंधर वेस्ट से AAP विधायक शीतल अंगुराल भी BJP में शामिल हो रहे हैं. शीतल अंगुराल ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.

दोनों नेताओं के BJP में शामिल होने की अफवाहें काफी समय से चल रही थीं. लेकिन तब सांसद Rikun ने साफ किया था कि उनकी वफादारी हमेशा आम आदमी पार्टी के साथ रहेगी और वह कहीं नहीं जा रहे हैं. इसी तरह अंगुरल ने भी सोशल मीडिया पर लाइव होकर कहा था कि ये सारी बातें बेबुनियाद हैं.

Rinku पिछले साल जालंधर उपचुनाव जीतकर सांसद बने थे। वह लोकसभा में AAP के एकमात्र सांसद हैं। Rinku पहले Congress में थे. वह 27 अप्रैल, 2023 को AAP में शामिल हुए और एक दिन बाद उन्हें जालंधर संसदीय क्षेत्र से आप का उम्मीदवार घोषित कर दिया गया।

सूत्रों के मुताबिक, BJP में शामिल होने के बाद Rinku के अब BJP के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ने की संभावना है.

Hisar Lok Sabha: BJP की सीट बचाने के लिए रणजीत को करना होगा संघर्ष, Congress को खोई हुई सीट पाने के लिए संघर्ष करना होगा

Hisar Lok Sabha: Haryana में, BJP ने जाट विधायकों द्वारा नियंत्रित Hisar लोकसभा सीट से रंजीत सिंह को अपने पक्ष में शामिल करके उम्मीदवार घोषित किया है। रंजीत सिंह ने पहले भी कई बार कहा था कि वह Hisar से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार है। उन्हें अब लोकसभा क्षेत्र मिलने के तत्परता से मिला है, लेकिन उनका मार्ग इतना आसान नहीं होगा।

रंजीत सिंह का जिंद जिले में अच्छा प्रभाव है, लेकिन Congress के उम्मीदवार के आने के बाद उनके मार्ग में कितनी कठिनाइयाँ हो सकती है, यह देखा जाएगा। वर्तमान में, INLD ने अपनी महिला पक्ष की मुख्य सचिव सुनैना चौटाला को भी मैदान में उतारा है।

नैना चौटाला के आने की मजबूत अटकलें हैं। रंजीत सिंह के दो बहूओं को पार करना आसान नहीं होगा। अब हर किसी की नजर Congress पर है कि वह किस उम्मीदवार को उतारती है। वर्तमान में, पूर्व सांसद ब्रिजेंद्र सिंह भी Congress में शामिल हो गए हैं। उन्हें इस सीट से चुनाव लड़ने के लिए पूरी गणना की जा रही है।

2019 में लोकसभा चुनाव में, Hisar संसदीय क्षेत्र से BJP को पहली बार जीत मिली थी। इस सीट से BJP के बृजेंद्र सिंह ने JJP के दुष्यंत चौटाला को 3 लाख 14 हजार 68 वोटों से हराया था।

बृजेंद्र सिंह को 6 लाख 3 हजार 289 वोट मिले जबकि दुष्यंत चौटाला को 2 लाख 89 हजार 221 वोट मिले थे। अब राजनीतिक परिस्थितियाँ बदल चुकी हैं। बृजेंद्र सिंह ने Congress में शामिल हो गए हैं। BJP ने इस बार इसी सीट से अस्वाधीन विधायक रणजीत सिंह चौटाला को BJP में शामिल किया है और उन्हें Hisar लोकसभा सीट के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया है।

जबकि INLD ने अपनी महिला प्रमुख महिला उपाध्यक्ष सुनैना चौटाला को Hisar से अपना उम्मीदवार घोषित किया है। JJP के विधायक नैना चौटाला के आने के बारे में अत्यधिक तरंगताएं हैं। रणजीत सिंह चौटाला को अपनी दो बहूओं से प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा। अब पूरा चुनाव केवल Congress के उम्मीदवार पर निर्भर होगा। समय ही बताएगा कि Congress किस चेहरे को अपनी शरण में लेती है। यदि बृजेंद्र सिंह या पूर्व सांसद जयप्रकाश कांग्रेस की ओर से यहां से चुनाव लड़ते हैं, तो इस संसदीय सीट पर एक कठिन प्रतिस्पर्धा होगी।

Congress ने 14 चुनावों में पांच बार चुनाव जीते हैं। अब तक, Congress ने पांच बार चुनाव जीते हैं, INLD दो बार जीती हैं जबकि BJP, HJK, जनता पार्टी, जनता एस, HVP, हरियाणा लोक दल और जनता दल ने एक-एक बार चुनाव जीता है। जयप्रकाश ने इस लोकसभा सीट से 1989, 1996 और 2004 में अधिकतम तीन बार सांसद बना रहा है।

पहली बार महिला फ़ील्ड में होगी

अब तक Hisar लोकसभा में 14 बार चुनाव हुए हैं। अब तक, कोई भी पार्टी ने यहां से महिला उम्मीदवार को उतारा नहीं और न कोई महिला यहां से विजयी हुई है। इस बार INLD ने पहली बार अपनी महिला उम्मीदवार को उतारा है। इस लोकसभा क्षेत्र से दूसरी महिला उम्मीदवार, JJP की नैना चौटाला, की भी चुनाव लड़ने की संभावना है.

Lok Sabha Elections 2024: Punjab में पोलिंग स्थलों पर वेबकास्टिंग की जाएगी, मतदाताओं के लिए मोबाइल ऐप सुविधा शुरू

Lok Sabha Elections 2024: राज्य के सभी 24,433 मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग समेत कई अन्य नई IT आधारित पहल की जाएंगी। इसके तहत मतदाताओं की सुविधा के लिए कई मोबाइल ऐप और वेबसाइट लॉन्च की जाएंगी.

मतदाताओं को चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत फोन से करने की भी सुविधा मिलेगी। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सिबिन सी ने कहा कि पारदर्शी चुनाव के लिए मतदान केंद्रों की शत-प्रतिशत निगरानी वेबकास्टिंग के माध्यम से की जायेगी.

मतदान केंद्रों पर कैमरे लगाए जाएंगे

13 मंडलों के 1884 मतदान केंद्रों के बाहर भी कैमरे लगाए जाएंगे, जहां तीन या अधिक मतदान केंद्र हैं। सिबिन सी ने कहा कि इस बार मतदान को और बेहतर तरीके से संचालित करने के लिए नई जिला सूचना प्रणाली (DISE) को शामिल किया गया है.

इसका उपयोग मतदान कर्मचारियों के डेटा एकत्र करने से लेकर रिहर्सल शेड्यूल करने, यादृच्छिककरण और मतदान कर्मचारियों की गिनती तक मतदान के सभी पहलुओं का प्रबंधन करने के लिए किया जाएगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि इस आधुनिकीकरण का उद्देश्य मतदान को अधिक कुशल, पारदर्शी और सुरक्षित बनाना है।

मोबाइल ऐप रियल टाइम डेटा उपलब्ध कराएगा

मतदान दलों को तैनात करने और मतदान की जानकारी को अद्यतन करने के लिए उपयोग की जाने वाली मतदान गतिविधि प्रबंधन प्रणाली (PAMS) को चुनाव संबंधी गतिविधियों की दक्षता बढ़ाने के लिए संशोधित किया गया है। यह मोबाइल ऐप रियल टाइम डेटा उपलब्ध कराएगा.

मोबाइल पर उत्तर प्राप्त करने की सुविधा उपलब्ध रहेगी

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने आगे कहा कि मतदाता हेल्पलाइन ऐप, भारत के चुनाव आयोग की अन्य नई पहलों के साथ, नागरिकों को मतदाता सूची में अपना नाम खोजने, ऑनलाइन फॉर्म जमा करने, अपनी डिजिटल फोटो मतदाता पर्ची डाउनलोड करने, शिकायत दर्ज करने में सक्षम बनाएगा। उन शिकायतों का जवाब उनके मोबाइल पर दें। उत्तर पाने की सुविधा प्रदान करता है।

इसी तरह, एक अन्य महत्वपूर्ण पहल एक मोबाइल एप्लिकेशन है – ‘नो योर कैंडिडेट’, जो मतदाताओं को किसी भी उम्मीदवार के विवरण और आपराधिक पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी प्राप्त करने की अनुमति देता है।

इस ऐप का उद्देश्य पारदर्शी मतदान सुनिश्चित करने के लिए चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की आपराधिक पृष्ठभूमि के बारे में व्यापक प्रचार और अधिक जागरूकता प्रदान करना है। इसे Google Play Store और Apple App Store से डाउनलोड किया जा सकता है।

Punjab Politics: आम आदमी पार्टी को Punjab में झटका, जालंधर के सांसद Rinku Kumar BJP में शामिल

Punjab News: Punjab में आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है. जालंधर से आम आदमी पार्टी के सांसद Rinku Kumar आज दिल्ली भारतीय जनता पार्टी मुख्यालय पहुंचे हैं। वह आज BJP में शामिल होंगे. इसके साथ ही आप विधायक शीतल अंगरूल भी पार्टी मुख्यालय पहुंच गए हैं. शीतल Punjab विधानसभा के जालंधर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। लोकसभा चुनाव के बीच AAP पार्टी के लिए यह किसी बड़े झटके से कम नहीं है.

आप सांसद Rinku Kumar जालंधर से सांसद हैं। Punjab में आम आदमी पार्टी के एकमात्र लोकसभा सांसद सुशील कुमार Rinku ने पिछले साल सांसद पद की शपथ ली थी. मई, 2023 में हुए जालंधर संसदीय उपचुनाव के दौरान सुशील कुमार Rinku ने जीत हासिल की थी। इस उपचुनाव में उन्होंने 57 हजार से ज्यादा वोट हासिल किए थे।

पूर्व Congress विधायक

गौरतलब है कि सुशील कुमार Rinku Congress के पूर्व विधायक रह चुके हैं. उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत Congress पार्टी से की थी. हालांकि, जालंधर लोकसभा उपचुनाव से पहले ही वह आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल हो गए। आपको बता दें कि Rinku 1990 में NSUI के सक्रिय सदस्य रहे हैं। 1992 में अकाली दल के उपचुनाव के दौरान सुशील कुमार Rinku ने युवाओं को चुनाव के लिए तैयार किया और बूथ स्तर के कार्यकर्ता के रूप में काम किया।

अमित शाह ने कहा मोदी सरकार जम्मू-कश्मीर से सशस्त्र बलअधिनियम को जल्द वापस लेगी

नईदिल्ली
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर से सशस्त्र बल (विशेष अधिकार) अधिनियम (AFSPA) को वापस लेने पर विचार करेगी. शाह ने एक कश्मीरी समाचार चैनल के साथ बात करते हुए कहा कि सरकार की योजना केंद्र शासित प्रदेश में सैनिकों को वापस बुलाने और कानून व्यवस्था को अकेले जम्मू-कश्मीर पुलिस पर छोड़ने की है.

गृह मंत्री ने कहा,  “हमारी योजना सैनिकों को वापस बुलाने और कानून व्यवस्था को केवल जम्मू-कश्मीर पुलिस के हवाले करने की है. पहले, जम्मू-कश्मीर पुलिस पर भरोसा नहीं किया जाता था, लेकिन आज वे ऑपरेशन का नेतृत्व कर रहे हैं.” विवादित AFSPA को लेकर पूछे गए सवाल पर गृह मंत्री ने कहा, ‘हम AFSPA हटाने के बारे में भी सोचेंगे. हम कश्मीर के युवाओं से बातचीत करेंगे, न कि उन संगठनों से जिनकी जड़ें पाकिस्तान में हैं.’

पीओके को वापस पाना हर भारतीय का लक्ष्य

क शाह ने कहा कि बीजेपी और पूरी संसद का मानना है कि पीओके भारत का अभिन्न अंग है. उन्होंने कहा, ‘मुस्लिम भाई भी भारतीय हैं और पीओके में रहने वाले हिंदू भाई भी भारतीय हैं और पाकिस्तान ने जो जमीन अवैध रूप से कब्जा कर ली है वह भी भारत की है. इसे वापस पाना हर भारतीय, हर कश्मीरी का लक्ष्य है. आज पाकिस्तान भूख और गरीबी की मार से घिरा हुआ है और वहां के लोग भी कश्मीर को स्वर्ग के रूप में देखते हैं. मैं सभी को बताना चाहता हूं कि अगर कोई कश्मीर को बचा सकता है, तो वह प्रधान मंत्री मोदी हैं.’

अनुसूचित जाति (एससी),अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के आरक्षण को लेकर पूछे गए सवाल पर शाह ने कहा कि पहली बार, जम्मू-कश्मीर के ओबीसी को मोदी सरकार ने आरक्षण दिया है और महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण दिया गया है.उन्होंने कहा, ‘पंचायत और शहरी स्थानीय निकायों में ओबीसी आरक्षण दिया गया. हमने एससी और एसटी के लिए जगह बनाई है. गुज्जर और बकरवालों की हिस्सेदारी कम किए बिना, पहाड़ियों को 10 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है. पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से विस्थापित लोगों को समायोजित करने के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं.’

बताया आगे का प्लान

जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर राज्यों के विभिन्न संगठनों और व्यक्तियों ने अफस्पा हटाने की मांग की है. शाह ने कहा कि सितंबर से पहले जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होंगे. उन्होंने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र को स्थापित करना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का वादा है और इसे पूरा किया जाएगा. हालांकि, यह लोकतंत्र केवल तीन परिवारों तक सीमित नहीं रहेगा और लोगों का लोकतंत्र होगा.’ उन्होंने कहा कि केंद्र यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि ये लाभ जमीनी स्तर तक पहुंचे.

यहां से हटा लिया है AFSPA

कश्मीर में इसे हटाने को लेकर लंबे समय से मांग चली आ रही है. अगर सरकार इसे हटाने की दिशा में कोई कदम उठाती है तो यह बहुत बड़ा फैसला होगा.

मोदी सरकार द्वारा सुरक्षा स्थिति में सुधार के कारण AFSPA के अंतर्गत अशांत क्षेत्र अधिसूचना को त्रिपुरा से 2015 में और मेघालय से 2018 में पूरी तरह से हटा लिया गया था. संपूर्ण असम में वर्ष 1990 से अशांत क्षेत्र अधिसूचना लागू था. 01 अप्रैल, 2022 से असम के 9 जिलों तथा एक जिले के एक सब-डिविजन को छोड़कर शेष पूरे असम राज्य से AFSPA के अन्तर्गत अशांत क्षेत्रों को हटा लिया गया था. 01अप्रैल 2023 से अशांत क्षेत्रों में ओर कमी करते हुए इसे मात्र 8 जिलों तक सीमित कर दिया था.

कब बना कानून
AFSPA एक ऐसा कानून है, जिसे ‘अशांत इलाकों’ यानी ‘डिस्टर्ब एरिया’ में लागू किया जाता है. अफस्पा अशांत क्षेत्रों में सक्रिय सशस्त्र बलों के कर्मियों को ‘‘लोक व्यवस्था कायम’’ रखने के लिए आवश्यकता होने पर तलाशी लेने, गिरफ्तार करने और गोली चलाने की व्यापक शक्तियां देता है. 11 सितंबर 1958 को ये कानून बना था. इसे सबसे पहले पूर्वोत्तर के राज्यों में लागू किया गया था. 90 के दशक में जब जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद बढ़ा तो यहां भी ये कानून लागू कर दिया गया.

AFSPA से होता क्या है?
AFSPA से सुरक्षाबलों को असीमित अधिकार मिल जाते हैं. सुरक्षाबल बिना वारंट के किसी को भी गिरफ्तार कर सकते हैं, बल प्रयोग कर सकते हैं या फिर गोली तक मार सकते हैं.हालांकि, बल प्रयोग करने और गोली चलाने से पहले चेतावनी देनी जरूरी होती है. सुरक्षाबल चाहें तो किसी को भी रोककर उसकी तलाशी ले सकते हैं.इस कानून के तहत, सुरक्षाबलों को किसी के भी घर या परिसर की तलाशी लेने का अधिकार मिल जाता है. अगर सुरक्षाबलों को लगता है कि उग्रवादी या उपद्रवी किसी घर या बिल्डिंग में छिपे हैं, तो वो उसे ध्वस्त भी कर सकते हैं.इस कानून में सबसे बड़ी बात ये है कि जब तक केंद्र सरकार मंजूरी न दे, तब तक सुरक्षाबलों के खिलाफ कोई मुकदमा या कानूनी कार्रवाई नहीं की जा सकती.

 

Munawar Faruqui: हुक्का बार पर छापेमारी में हिरासत में लिए गए Munawar Faruqui

Munawar Faruqui: बिग बॉस 17 के विजेता Munawar Faruqui और 13 अन्य व्यक्ति कल रात फोर्ट क्षेत्र में एक हुक्का बार पर छापेमारी के संबंध में गिरफ्तार किए गए थे। उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पूछताछ के बाद, सभी आरोपी रिहा कर दिए गए।

आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज

पुलिस के अनुसार, सभी गिरफ्तार आरोपियों की पूछताछ के बाद, उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। सूचना के अनुसार, वर्तमान में सभी को रिहा कर दिया गया है। हाल ही में मुनव्वर फारूकी ने बिग बॉस सीजन 17 जीता है। इस शो को जीतने के बाद, उनकी लोकप्रियता और बढ़ गई है।

मुनव्वर पूछताछ के बाद रिहा

Munawar Faruqui एक प्रमुख भारतीय स्टैंड-अप कॉमेडियन और रैपर हैं। वे कल रात मुंबई के दक्षिण में फोर्ट में एक हुक्का पार्लर में पुलिस छापेमारी के दौरान गिरफ्तार हुए थे। इस छापेमारी का कारण पुलिस द्वारा प्राप्त गुप्त सूचना के आधार पर था।

प्राधिकरणों ने हर्बल के रूप में दिखावे के तहत तंबाकू आधारित हुक्का पीने के संदेह में, Munawar Faruqui सहित अधिकतर लोगों को गिरफ्तार किया था। हालांकि, उन्हें सवालियात के बाद बाद में रिहा कर दिया गया।

पुलिस ने यह कहा

इसके बारे में बात करते हुए, एक अधिकारी ने कहा, “हमारी टीम को हर्बल के रूप में तंबाकू का उपयोग करने की जानकारी मिली थी, जिसके बाद हुक्का बार पर छापा मारा गया। हमने विशेषज्ञों को बुलाया है ताकि उपयोग की गई पदार्थों की प्रकृति का निर्धारण किया जा सके। फारूकी भी गिरफ्तारों में थे।”

Lok Sabha Elections 2024: Punjab में अकाली दल के साथ कोई गठबंधन नहीं होने से BJP खुश, अकेले लड़ने का निर्णय अच्छा है

Lok Sabha Elections 2024: Punjab के इतिहास में पहली बार है कि किसी गठबंधन की अनुपस्थिति में उत्सव मनाया गया है। मंगलवार को, भारतीय जनता पार्टी Punjab प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने ट्विटर पर एक वीडियो जारी किया जिसमें कहा गया कि BJP Punjab में 13 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी।

उसी समय, जाखड़ के बयान के बाद, शहरी BJP अध्यक्ष हरविंदर सिंह संधू के नेतृत्व में हरबंस लाल खन्ना स्मारक में कर्मचारियों और नेताओं की बैठक हुई। इसके बाद, डोलों की धुन पर, BJP के सदस्यों ने उत्सव मनाया और एक-दूसरे को मिठाई दी।

जिला प्रेसिडेंट हरविंदर संधू और पूर्व राज्यसभा सदस्य श्वेत मलिक ने कहा कि BJP के कार्यकर्ता और नेता खुश हैं कि उच्च कमान ने शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन की बजाय अकेले चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है।

Punjab के मुख्यमंत्री सुनील जाखड़ ने जिला टीम के साथ ऑनलाइन बैठक की है, जिसमें विशेष रूप से कहा गया है कि अब अकाली दल के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा। सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं को यहाँ बुलाया गया था जहां उत्सवात्मक वातावरण बनाया गया था।

Punjab के लोग इस बार निश्चित रूप से BJP को Punjab में मौका देंगे। सभी BJP के कार्यकर्ता और नेता डरे हुए थे कि अकाली दल के साथ कोई गठबंधन हो सकता है, क्योंकि BJP ने लोगों के घरों तक पहुंचकर किया हार्दिक काम को अकाली दल द्वारा छीन लिया जा सकता है। BJP इस डर से बाहर निकलकर खुश है।

अखिल दल और BJP के बीच कोई गठबंधन नहीं है, इसलिए BJP कार्यकर्ताओं ने लड्डू बांटकर उत्सव मनाया। तरनतारन में BJP कार्यालय में, नेताओं ने लड्डू बांटकर एक-दूसरे को मिठाई दी। तरनतारन BJP जिला प्रधान हरजीत सिंह संधू ने कहा कि BJP कार्यकर्ता बहुत खुश हैं क्योंकि शिरोमणि अकाली दल और BJP के बीच कोई गठबंधन नहीं है, और वह कमल के फूल पर अकेले चुनाव लड़ेंगे, जो अच्छे परिणाम लाएगा।

उन्होंने कहा कि यदि गठबंधन हो तो लोग अब अकाली दल को पसंद नहीं करते हैं, इसलिए BJP के कारण, अकाली दल भी इससे फायदा उठाएगा, इसलिए कार्यकर्ता खुश हैं कि गठबंधन नहीं हो रहा है और BJP आगामी लोकसभा चुनाव में जीतेगी। इससे भी लाभ होगा।

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