PM Vishwakarma Yojana – हरियाणा के पंचकूला में उपायुक्त मोनिका गुप्ता (DC Monika Gupta) ने पीएम-विश्वकर्मा योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह योजना श्रमिकों और दस्तकारों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इस योजना के तहत 18 हस्त व्यवसायों को शामिल किया गया है, जिसमें दस्तकारों को प्रशिक्षण, वित्तीय सहायता और बाजार से जोड़ने की सुविधाएं दी जा रही हैं।
योजना की प्रमुख विशेषताएं – PM-Vishwakarma Yojana
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में बजट पूर्व परामर्श बैठक में युवाओं से सीधा संवाद!!!
1.ट्रेनिंग और टूलकिट सहायता:
•5 दिन की कौशल विकास ट्रेनिंग।
•टूलकिट खरीदने के लिए ₹15,000 का अनुदान।
2.आर्थिक सहायता:
•पहली किस्त में ₹1 लाख और दूसरी किस्त में ₹2 लाख तक ऋण सहायता।
•5% रियायती ब्याज दर पर ऋण।
3.योजना में शामिल व्यवसाय:
•नाव बनाना, लुहार, सुनार, मूर्तिकार, मोची, दर्जी, धोबी, राजमिस्त्री, खिलौना बनाना, टोकरी और चटाई बनाना, बारबर, और अन्य।
4.विशेष प्रावधान:
•डिजिटल लेनदेन के लिए प्रोत्साहन।
•ब्रांडिंग के माध्यम से दस्तकारों के उत्पादों को बढ़ावा।
श्रमिकों और उनके बच्चों को अतिरिक्त लाभ – DC Monika Gupta
1.शिक्षा प्रोत्साहन:
•9वीं से 12वीं तक के छात्रों को ₹10,000 से ₹12,000 तक।
•डिप्लोमा, पॉलिटेक्निक, और अन्य कोर्स के लिए ₹15,000।
•इंजीनियरिंग, फार्मेसी, और चिकित्सा के छात्रों को ₹20,000 से ₹21,000 वार्षिक सहायता।
2.विशेष सहायता:
•श्रमिक की बेटी के लिए इलेक्ट्रिक स्कूटी के लिए ₹50,000।
•साइकिल खरीदने के लिए श्रमिक को ₹5,000।
•महिला श्रमिक को सिलाई मशीन के लिए ₹4,500।
उद्देश्य और प्रभाव
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य दस्तकारों को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें आर्थिक और सामाजिक मुख्यधारा से जोड़ना है। यह योजना ग्रामीण और शहरी कारीगरों को स्थायी रोजगार और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार का अवसर प्रदान करती है।
केंद्र और राज्य सरकार की यह पहल अंत्योदय के लक्ष्य को साकार करने और समाज के हर वर्ग के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।