पंजाब राजनीति में एक बड़ा बदलाव आया है, जिसमें भाजपा छोड़कर अकाली दल में शामिल हुए अनिल जोशी (Anil Joshi) ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
Anil Joshi : बहुत सोचने के बाद इस्तीफा
अनिल जोशी ने 2021 में अकाली दल का हिस्सा बने थे,
जब भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उन्हें पंजाब और किसानों के हर में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आवाज बुलंद करने पर पार्टी से 6 सालों के लिए निकाल दिया था।
अनिल जोशी ने एक पत्र जारी कर कहा कि वह पार्टी में चल रही हलचल के बाद बहुत सोचने के बाद इस्तीफा दे रहे हैं।
यह घटना अकाली दल के लिए एक बड़ा झटका है,
जो पहले से ही कई चुनौतियों का सामना कर रही है।
पंजाब राजनीति में एक बड़ा बदलाव आया है,
जिसमें भाजपा छोड़कर अकाली दल में शामिल हुए अनिल जोशी (Anil Joshi) ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
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अनिल जोशी ने 2021 में अकाली दल का हिस्सा बने थे,
जब भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उन्हें पंजाब
और किसानों के हर में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आवाज बुलंद करने पर पार्टी से 6 सालों के लिए निकाल दिया था।
अनिल जोशी ने एक पत्र जारी कर कहा कि वह पार्टी में चल रही
हलचल के बाद बहुत सोचने के बाद इस्तीफा दे रहे हैं।
यह घटना अकाली दल के लिए एक बड़ा झटका है,
जो पहले से ही कई चुनौतियों का सामना कर रही है।¹