PM MODI काशी दौरा: दो दिवसीय कार्यक्रम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद अपने दो दिवसीय दौरे पर काशी आएंगे। प्रधानमंत्री सबसे पहले किसानों से बातचीत करेंगे और किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त जारी करेंगे। इसके माध्यम से 9.26 करोड़ लाभार्थी किसानों को 20,000 करोड़ रुपये दिए जाएंगे।
तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री मोदी किसान सम्मान सम्मेलन में भाग लेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री 20,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि 9.26 करोड़ लाभार्थी किसानों को सम्मान निधि की 17वीं किस्त के रूप में जारी करेंगे। सम्मेलन के दौरान ही पीएम मोदी स्वयं सहायता समूहों की 30,000 से अधिक महिलाओं को कृषि सखी प्रमाणपत्र भी प्रदान करेंगे।
सम्मेलन के बाद पीएम मोदी 7 बजे दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में शामिल होंगे। 8 बजे वह काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे। 19 जून को सुबह 9:45 बजे वे बिहार के नालंदा के अवशेषों का दौरा करेंगे। 10:30 बजे वे राजगीर में नालंदा विश्वविद्यालय के परिसर का उद्घाटन करेंगे। विश्वविद्यालय को भारत और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (ईएएस) देशों के संयुक्त सहयोग के रूप में स्थापित किया गया है। इस समारोह में 17 देशों के मिशनों के प्रमुख सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहेंगे। नालंदा के नए परिसर में 40 कक्षाओं वाले दो शैक्षणिक ब्लॉक हैं। इनमें 1,900 लोगों को समायोजित किया जा सकता है। इसमें 300 सीटों की क्षमता वाले दो ऑडिटोरियम भी हैं।
गंगा आरती में पांचवीं बार भाग लेंगे पीएम PM MODI
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को विश्व प्रसिद्ध दशाश्वमेध घाट की गंगा आरती में पांचवीं बार भाग लेंगे। वह यहाँ 55 मिनट रहेंगे। 15 मिनट गंगा की पूजा करेंगे और मोदी मणि पर बैठेंगे। वहीं, 40 मिनट तक आरती देखेंगे। प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पं. चंद्रमौली उपाध्याय और नौ आर्चक पूजा करेंगे। 18 लड़कियाँ ऋद्धि-सिद्धि के रूप में उपस्थित रहेंगी। इस दौरान घाट को 10 क्विंटल फूलों से सजाया जाएगा। घाट को दीपों से सजाया जाएगा।
गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी गंगा आरती में पांचवीं बार भाग लेंगे। गंगा आरती के बाद प्रधानमंत्री का सम्मान किया जाएगा। उन्हें रुद्राक्ष की माला और प्रसाद के रूप में लाल पेड़ा दिया जाएगा। प्रतीक में मां गंगा की तस्वीर, आरती का प्रतीक और पीएम की तस्वीर होगी।
उत्तराखंड और कोलकाता से मंगाए गए फूल
दशाश्वमेध घाट की आरती स्थल को सूरजमुखी, रजनीगंधा, चमेली और गेंदे के फूलों की मालाओं से सजाया जाएगा। सुशांत मिश्रा ने कहा कि फूल उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल के कोलकाता से मंगाए गए हैं।