“फोड़ देई मेरी मटकी ओ कान्हा…. गीता जयंती समारोह में झूमे जिलावासी, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दिल जीते!”

Geeta Jayanti Celebrations

राजकीय स्नातकोत्तर महिला महाविद्यालय, सेक्टर-14, पंचकूला में जिला स्तरीय Geeta Jayanti Celebrations के तीसरे दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ,

जिसमें कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

इस अवसर पर हरियाणवी और हिन्दी संगीत के साथ गीता पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने समारोह में रंग जमा दिया।

Geeta Jayanti Celebrations – हरियाणवी रागियों का अद्भुत मंचन

शिव शक्ति एंड पार्टी के कलाकारों ने गीता पर आधारित हरियाणवी रागियों का अद्भुत मंचन किया।

विशेष रूप से ‘फोड़ देई मेरी मटकी ओ कान्हा’ गीत ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।

भगवान श्रीकृष्ण और राधा की लीलाओं पर आधारित इस प्रस्तुति ने सभी का दिल जीत लिया।

राधा-कृष्ण के विवाह का मंचन और अन्य सुंदर प्रस्तुतियों ने समारोह को एक उत्सवी और गीतामय माहौल प्रदान किया।

उपायुक्त निशा यादव – हर उम्र के लोगों को प्रेरित

अतिरिक्त उपायुक्त निशा यादव ने इस अवसर पर कहा कि गीता जयंती कार्यक्रम न केवल गीता के ज्ञान को घर-घर तक पहुंचाने का एक बेहतरीन तरीका है,

बल्कि यह हर उम्र के लोगों को प्रेरित करने का एक माध्यम भी है।

उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा का इतिहास और संस्कृति गीता के ज्ञान से जुड़ा हुआ है,

और यह राज्य भगवान श्रीकृष्ण द्वारा दिए गए उपदेशों का एक अमूल्य धरोहर है,

जो मानवता को दिशा देने का काम करता रहेगा।

इस कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी सतपाल कौशिक, राजकीय महिला महाविद्यालय की प्राचार्य रिचा सेतिया,

जिला सूचना और जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार, एओ संजय कौशिक, संस्कृत आचार्य कमेलश,

कल्चरल कोऑर्डिनेटर दीपा रानी और मंच संचालक सुशील कुमार भी उपस्थित रहे।

इस सांस्कृतिक समागम ने न केवल गीता के संदेश को फैलाने में योगदान दिया,

बल्कि हरियाणा की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को भी निखारा।

इस कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी सतपाल कौशिक, राजकीय महिला महाविद्यालय की प्राचार्य रिचा सेतिया,

जिला सूचना और जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार, एओ संजय कौशिक, संस्कृत आचार्य कमेलश,

कल्चरल कोऑर्डिनेटर दीपा रानी और मंच संचालक सुशील कुमार भी उपस्थित रहे।

इस सांस्कृतिक समागम ने न केवल गीता के संदेश को फैलाने में योगदान दिया,

बल्कि हरियाणा की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को भी निखारा।