Indigo का Mahindra पर बड़ा आरोप, ब्रांड के नाम पर कोर्ट में केस दायर !

IndiGo vs Mahindra 

IndiGo vs Mahindra : महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) ने हाल ही में अपनी नई इलेक्ट्रिक कार ब्रांड का नाम बदलने का फैसला किया है।

बता दें कि 7 दिसंबर को महिंद्रा ने ऐलान किया कि वह अपनी नई इलेक्ट्रिक (EV) SUV का नाम ‘BE 6e’ रखेगी,

लेकिन इसके साथ ही यह भी कहा कि इंडिगो एयरलाइंस के मालिक इंटरग्लोब एविएशन के खिलाफ वह अदालत में जोरदार संघर्ष जारी रखेगा।

जी हां, आपने सही सुना—इंडिगो ने M&M पर अपने मशहूर ‘6E’ ब्रांड नाम का इस्तेमाल करने को लेकर कोर्ट में केस दायर किया है।

IndiGo vs Mahindra : Indigo का Mahindra पर बड़ा आरोप

इंडिगो एयरलाइंस ने महिंद्रा पर आरोप लगाया है

कि वे उनके ट्रेडमार्क “6E” का दुरुपयोग कर रहे हैं,

जो कि इंडिगो का सिग्नेचर कॉल साइन है और इसके तहत एयरलाइन,

क्रेडिट कार्ड और इन-फ्लाइट मैगज़ीन जैसी चीज़ों की ब्रांडिंग होती है।

महिंद्रा ने कहा, “हमारे लिए यह बहुत अजीब है कि दो बड़े भारतीय कंपनियां एक बेवजह के विवाद में फंसी हैं,

जबकि हमें एक-दूसरे के विकास को सपोर्ट करना चाहिए था।”

महिंद्रा ने अपना ब्रांड नाम तो बदल लिया—

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नई इलेक्ट्रिक (EV) SUV का नाम ‘BE 6e’ होगा, लेकिन! महिंद्रा ने साफ कहा कि इंडिगो का दावा पूरी तरह से झूठा है,

और अगर इसे नजरअंदाज किया गया तो यह बाकी उद्योगों के लिए एक खतरनाक मिसाल बनेगा।

महिंद्रा ने कहा कि “BE 6e” नाम को लेकर उनका ट्रेडमार्क पहले से दर्ज है,

और यह ‘BE’ उनके “Born Electric” प्लेटफॉर्म का हिस्सा है,

जो इस इलेक्ट्रिक SUV की पहचान है।

यह नाम इंडिगो के ‘6E’ से पूरी तरह अलग है और इसको लेकर कोई भ्रम नहीं होना चाहिए।

इतना ही नहीं, महिंद्रा ने यह भी दावा किया कि पहले टाटा मोटर्स ने भी इंडिगो एयरलाइंस के “Indigo” ब्रांड पर आपत्ति जताई थी,

क्योंकि यह नाम पहले से टाटा की “Indigo” कार ब्रांड से जुड़ा हुआ था।

और तो और, महिंद्रा का कहना है कि वे अपनी ‘BE 6e’ को बाजार में लाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं

और इसे लेकर उनके पास पूरा कानूनी अधिकार है!

अब देखना यह होगा कि यह कानूनी लड़ाई किस दिशा में जाती है

और क्या महिंद्रा अपनी “BE 6e” को उस नाम से लॉन्च कर पाएगा या नहीं!

यह पूरा मामला वास्तव में उद्योगों और कंपनियों के बीच नामों

और ब्रांड्स के इस्तेमाल को लेकर एक बड़ा विवाद बन सकता है।

क्या आपके दिमाग में भी यही सवाल आ रहा है कि आखिर कौन ये केस जीतेगा ?