सत शर्मा का Comeback: जम्मू-कश्मीर भाजपा के नए अध्यक्ष नियुक्त!

Sat Sharma : jammu kashmir

Sat Sharma को jammu kashmir भाजपा का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है, जिसने रविंदर रैना की जगह ली है।

यह शर्मा के लिए अध्यक्ष के रूप में दूसरा कार्यकाल है। उन्होंने पहले 2015 से 2018 तक इस पद पर कार्य किया था

और अब एक बार फिर से भाजपा की कमान संभालने जा रहे हैं।

Sat Sharma की इस पुनर्नियुक्ति का समय

शर्मा की इस पुनर्नियुक्ति का समय विधानसभा चुनावों के बाद का है,

जहां भाजपा के भीतर टिकट वितरण को लेकर कुछ आंतरिक असंतोष देखने को मिला।

हाल ही में, शर्मा को विधानसभा चुनावों के लिए टिकट नहीं मिला था, जिससे पार्टी में असहमति बढ़ी थी।

ऐसे में, उनकी वापसी को पार्टी के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है,

खासकर जब पार्टी को अपने कार्यकर्ताओं के बीच एकता को बनाए रखना है।

रविंदर रैना के नेतृत्व में भाजपा

रविंदर रैना के नेतृत्व में भाजपा ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में हिस्सा लिया,

लेकिन उन्हें खुद भी अपनी सीट नहीं बचा पाने के कारण आलोचना का सामना करना पड़ा।

रैना ने नौशेरा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा, जहां उन्हें जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के सुरिंदर चौधरी से हार का सामना करना पड़ा।

भाजपा को इस चुनाव में 25.64 प्रतिशत वोट मिले, जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस को 23.43 प्रतिशत और कांग्रेस को 11.97 प्रतिशत वोट मिले।

यह अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 के निरसन के बाद जम्मू और कश्मीर में होने वाला पहला चुनाव था।

jammu kashmir : सत शर्मा एक पूर्व मंत्री भी

सत शर्मा एक पूर्व मंत्री भी हैं, जिन्होंने 2014 के विधानसभा चुनावों में जम्मू पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से जीत दर्ज की थी।

उन्होंने आवास और शहरी विकास विभाग का नेतृत्व किया। शर्मा को भाजपा में एक मजबूत नेता माना जाता है

और उनकी वापसी से भाजपा को उम्मीद है कि वह पार्टी के मामलों को सुदृढ़ करने में सफल होंगे।

रविंदर रैना की हार के बाद, उनकी अध्यक्षता को लेकर भी चर्चाएँ हुईं।

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि उन्होंने हार के बाद प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का विचार किया था,

लेकिन इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई थी।

अब, पार्टी ने रविवार को नए अध्यक्ष की घोषणा कर दी है, जो कि सत शर्मा हैं।

शर्मा की वापसी से भाजपा में नई ऊर्जा आने की उम्मीद है।

उनकी पूर्व अनुभव और नेतृत्व कौशल पार्टी के लिए एक सकारात्मक संकेत हो सकता है।

पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच एकता बनाए रखना और आगामी चुनावों के लिए रणनीति तैयार करना, शर्मा की प्राथमिकता होगी।

जम्मू और कश्मीर में भाजपा के लिए आने वाले समय में कई चुनौतियाँ होंगी,

लेकिन सत शर्मा की अगुवाई में पार्टी को नई दिशा और मजबूती मिल सकती है।

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि शर्मा अपनी रणनीतियों के माध्यम से पार्टी को कितनी सफलताएँ दिलाते हैं।