वृद्धाश्रम की नई पहल: हर महीने बुजुर्गों से मिलेंगे न्यायिक अधिकारी!

Ajay Kumar Ghanghas

मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट और सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA) Ajay Kumar Ghanghas ने आज सेक्टर 15, पंचकूला के Red Cross Society में वृद्धाश्रम का दौरा कर दिवाली का त्यौहार मनाया।

इस अवसर पर उन्होंने वृद्ध व्यक्तियों के साथ समय बिताते हुए उनके अनुभवों को सुना और साझा किया।

यह कार्यक्रम वृद्ध समुदाय के उत्थान और समर्थन के प्रयासों के तहत आयोजित किया गया।

समारोह में एक गर्मजोशी का माहौल था, जिसमें कानूनी सहायता अधिवक्ताओं और विधि छात्रों ने भाग लिया।

समारोह में हल्की-फुल्की बातचीत और दिवाली की खुशियों का आदान-प्रदान हुआ, जिससे सभी बुजुर्गों के चेहरों पर मुस्कान आई।

कार्यक्रम की विशेषताएँ

इस आयोजन में कानूनी सहायता अधिवक्ता मनबीर राठी, आशीष गुप्ता, अमन दत्त शर्मा, सुमिता वालिया, सुनीता वर्मा, नायब सिंह और सरला चहल के अलावा स्वामी देवी दयाल लॉ कॉलेज के विधि छात्र और प्रिंसिपल रिचा भी शामिल हुए।

यह उपस्थिति न केवल वृद्ध व्यक्तियों के लिए एक खास मौका थी,

बल्कि युवा विधि छात्रों और विशेषज्ञों के बीच अंतर-पीढ़ीगत बंधन को बढ़ावा देने का एक प्रयास भी था।

कार्यक्रम में पारंपरिक दिवाली उत्सव का आयोजन किया गया,

जिसमें बुजुर्गों के लिए कानूनी पेशेवरों से बातचीत का अवसर भी शामिल था।

इस बातचीत से बुजुर्गों को उनकी समस्याओं का समाधान प्राप्त करने का मौका मिला और उन्हें समुदाय की देखभाल का अहसास हुआ।

Ajay Kumar Ghanghas : सरकार की प्रतिबद्धता

अजय कुमार घनघस ने बताया कि डीएलएसए पंचकूला ने सभी नागरिकों के कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।

उन्होंने जोर देते हुए कहा कि कानूनी सहायता और सामुदायिक समर्थन तक पहुंच इस मिशन का केंद्र बिंदु है।

इस कार्यक्रम ने न केवल बुजुर्गों के चेहरों पर मुस्कान लाई, बल्कि समाज में सम्मान, देखभाल और सहानुभूति के मूल्यों को भी मजबूत किया।

इस अवसर पर, श्री घनघस ने बताया कि वर्तमान में वृद्धाश्रम में 22 बुजुर्ग व्यक्ति रह रहे हैं,

जिनमें 12 पुरुष और 10 महिलाएं शामिल हैं।

उन्होंने बुजुर्गों से बातचीत करते हुए उनकी समस्याओं को सुना और इस बात का आश्वासन दिया

कि अब से वृद्धाश्रम में मासिक नियमित दौरे शुरू किए जाएंगे।

निष्कर्ष

यह पहल न केवल बुजुर्गों के जीवन में खुशी और सुरक्षा लाएगी,

बल्कि समाज में बुजुर्गों के प्रति सम्मान और देखभाल का माहौल भी बनाएगी।

इस तरह के कार्यक्रमों से यह स्पष्ट होता है कि हमारा समाज वृद्धजनों के कल्याण और उनकी भलाई के लिए प्रतिबद्ध है।