अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सिरसा की सांसद Kumari Selja ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार मतदाताओं को लुभाने के लिए घोषणाएं तो कर देती है, लेकिन उन्हें लागू करना भूल जाती है।
इसी कारण भाजपा सरकार को “झूठी घोषणाएं करने वाली सरकार” कहा जाने लगा है।
Kumari Selja : दीवाली पर कर्मचारियों को बोनस या एडवांस नहीं
कुमारी सैलजा ने मीडिया को जारी बयान में बताया कि चुनाव से पूर्व सरकार ने हरियाणा कौशल रोजगार निगम (एचकेआरएन) के 1.20 लाख कर्मचारियों के वेतन में 8 प्रतिशत की बढ़ोतरी की घोषणा की थी,
जो जिलावार कैटेगरी के अनुसार लागू होने वाली थी। हालांकि, अब तक ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि दीवाली के अवसर पर एचकेआरएन कर्मचारियों को बोनस या एडवांस देने की कोई घोषणा नहीं की गई।
सैलजा ने कहा, “जब कांग्रेस ने कहा कि हमारी सरकार आने पर एचकेआरएन कर्मचारियों को नियमित किया जाएगा,
तो प्रदेश की भाजपा सरकार ने कर्मचारियों के लिए वेतन वृद्धि की घोषणा की थी।
यह वृद्धि 1 जुलाई से लागू होने की बात कही गई थी।
” उन्होंने बताया कि सरकार ने यह भी वादा किया था
कि 15 अगस्त 2024 तक कच्ची नौकरी में पांच साल पूरे करने वाले कर्मचारियों को मानदेय के अतिरिक्त 5 प्रतिशत, 10 साल वाले को 10 प्रतिशत और 15 साल वाले को 15 प्रतिशत मिलेगा।
कुमारी सैलजा : सरकार ने कैटेगरी के अनुसार
उन्होंने कहा, “सरकार ने कैटेगरी के अनुसार वृद्धि तय की थी। कैटेगरी-1 में गुरुग्राम, फरीदाबाद, पंचकूला, सोनीपत, दिल्ली
और चंडीगढ़; कैटेगरी-2 में पानीपत, झज्जर, पलवल, करनाल, अंबाला, हिसार, रोहतक, रेवाड़ी, कुरुक्षेत्र, कैथल, यमुनानगर, भिवानी
और जींद; जबकि कैटेगरी-3 में महेंद्रगढ़, फतेहाबाद, सिरसा, नूंह और चरखी-दादरी शामिल किए गए थे।”
कुमारी सैलजा ने कहा, “सरकार ने घोषणा तो कर दी, लेकिन उसे लागू करना भूल गई।
एचकेआरएन के कर्मचारी आज भी इस बात की प्रतीक्षा कर रहे हैं कि उनका बढ़ा हुआ वेतन कब मिलेगा।
क्या सरकार ने फिर से उन्हें झुनझुना थमा दिया?” उन्होंने कहा कि जब सरकार जनता से किया गया कोई वादा पूरा नहीं करती,
तो यह जनता के विश्वास को चोट पहुंचाता है।
एचकेआरएन के माध्यम से युवाओं का शोषण
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार अपना स्वार्थ पूरा करने के लिए जनता का प्रयोग करती है
और बाद में जनता को पहचानने से भी इंकार कर देती है।
“एचकेआरएन के माध्यम से सरकार युवाओं का शोषण कर रही है।
समान काम के लिए समान वेतन की धारणा को ताक पर रखकर सरकार आर्थिक शोषण कर रही है।”
सैलजा ने यह भी कहा कि प्रदेश में दो लाख पद खाली हैं, और सरकार को इन पदों पर पक्की भर्ती करनी चाहिए थी,
लेकिन ऐसा न करके एचकेआरएन के तहत भर्ती की गई।
“जनता का पैसा जनता को देने में भाजपा सरकार को आखिर क्या परेशानी है?” उन्होंने सवाल उठाया।
उन्होंने भाजपा सरकार से अपील की कि वह अपने वादों को पूरा करते हुए एचकेआरएन कर्मचारियों के साथ न्याय करे,
ताकि उन सभी को उनका हक मिल सके।