Ahoi Ashtami 2024 : हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि के बाद आने वाली अहोई अष्टमी विशेष रूप से बच्चों की लंबी उम्र और सुख-सौभाग्य में वृद्धि के लिए मनाई जाती है।
इस पर्व पर विवाहित महिलाएं निर्जला व्रत रखकर अपने बच्चों के लिए सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।
इस व्रत के पुण्य से व्रती की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं,
और उनके बच्चों को इस धरती पर स्वर्ग के समान सुख मिलते हैं।
अहोई अष्टमी पर दान का भी विशेष महत्व है।
यदि आप अपने जीवन में चल रही परेशानियों से छुटकारा पाना चाहते हैं,
तो अहोई अष्टमी के दिन पूजा के बाद कुछ खास चीजों का दान अवश्य करें।
Ahoi Ashtami 2024 : पूजा का शुभ मुहूर्त-
अहोई अष्टमी के दिन पूजा करने का शुभ समय संध्याकाल 5:42 बजे से 6:59 बजे तक है।
इस दौरान तारे को देखने का शुभ समय 6:06 बजे है,
जब व्रती तारे को देखकर अपना व्रत खोल सकती हैं।
चंद्रोदय का समय इस दिन रात 11:55 बजे है।
दान करने के लिए चीजें –
1. सूर्य देव की कृपा: गेहूं, गुड़, मूंगफली, शहद आदि का दान करें।
इससे आपकी कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होगी।
2. भगवान विष्णु की प्रसन्नता: मकई, पके केले, पपीता, पीले रंग के वस्त्र, बेसन, चने की दाल आदि का दान करें।
3. महादेव की कृपा: चावल, चीनी, दूध, दही और सफेद रंग के वस्त्र का दान करें। इससे कुंडली में शुक्र की स्थिति भी मजबूत होगी।
4. हनुमान जी की कृपा: सेब, मसूर दाल, लाल रंग का वस्त्र आदि का दान करें, जो आर्थिक तंगी को दूर करने में मदद करेगा।
5. भगवान गणेश की कृपा: साबुत मूंग, मोदक, तुलसी, हरी सब्जी, हरे रंग के फलों का दान करें।
इन दानों के माध्यम से आप ना केवल अपने परिवार के लिए सुख-सौभाग्य की कामना कर सकते हैं,
बल्कि देवताओं की कृपा भी प्राप्त कर सकते हैं। अहोई अष्टमी का यह पर्व आपके लिए सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य लेकर आए!
Disclaimer – यह लेख धार्मिक विश्वास और परंपराओं पर आधारित है। Newspedia इसकी पुष्टि नहीं करता है।