उपायुक्त ने किसानों से की अपील: पराली न जलाने से मिलेगा आर्थिक लाभ

Dr. Yash Garg

उपायुक्त Dr. Yash Garg ने किसानों से पराली न जलाने की अपील की है।

उन्होंने बताया कि किसान मशीनों का उपयोग करके खेत में बचे अवशेषों को समेट सकते हैं

और बेलर के जरिए गांठ बनाकर उचित प्रबंधन कर सकते हैं।

इस प्रक्रिया के तहत वे सरकार द्वारा चलाई जा रही स्कीम से प्रति एकड़ एक हजार रुपये तक का लाभ उठा सकते हैं।

इससे किसानों को आर्थिक सहायता मिलेगी और पराली जलाने से उत्पन्न धुएं के प्रदूषण से भी बचा जा सकेगा।

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डॉ. यश गर्ग ने चेतावनी दी कि जो किसान पराली जलाएंगे,

उनके खिलाफ कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा सरकार और सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार एफआईआर दर्ज की जाएगी।

इसके साथ ही, ऐसे किसानों की ‘मेरा फसल मेरा ब्यौरा’ में ‘रेड एन्ट्री’ की जाएगी,

जिससे उन्हें अगले दो सीज़न तक धान और गेहूं की मंडी में बिक्री पर बैन लगाया जाएगा।

उन्होने कहा कि यह निर्णय अतिरिक्त मुख्य सचिव,

कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की अनुपालना में लिया गया है।

यदि नोडल अधिकारी या कर्मचारी पराली जलाने की रोकथाम के अपने कर्तव्यों का सही तरीके से पालन नहीं करते हैं,

तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

उपायुक्त Dr. Yash Garg ने किसानों से पराली न जलाने की अपील की है।

उन्होंने बताया कि किसान मशीनों का उपयोग करके खेत में बचे अवशेषों को समेट सकते हैं

और बेलर के जरिए गांठ बनाकर उचित प्रबंधन कर सकते हैं।

Dr. Yash Garg  ने चेतावनी दी

इस प्रक्रिया के तहत वे सरकार द्वारा चलाई जा रही स्कीम से प्रति एकड़ एक हजार रुपये तक का लाभ उठा सकते हैं।

इससे किसानों को आर्थिक सहायता मिलेगी और पराली जलाने से उत्पन्न धुएं के प्रदूषण से भी बचा जा सकेगा।

डॉ. यश गर्ग ने चेतावनी दी कि जो किसान पराली जलाएंगे,

उनके खिलाफ कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा सरकार

और सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार एफआईआर दर्ज की जाएगी।

इसके साथ ही, ऐसे किसानों की ‘मेरा फसल मेरा ब्यौरा’ में ‘रेड एन्ट्री’ की जाएगी,

जिससे उन्हें अगले दो सीज़न तक धान और गेहूं की मंडी में बिक्री पर बैन लगाया जाएगा।

उन्होने कहा कि यह निर्णय अतिरिक्त मुख्य सचिव,

कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की अनुपालना में लिया गया है।

यदि नोडल अधिकारी या कर्मचारी पराली जलाने की रोकथाम के अपने कर्तव्यों का सही तरीके से पालन नहीं करते हैं,

तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।