Ratan Tata के निधन के बाद, उनके द्वारा छोड़ी गई विरासत को आगे बढ़ाने का जिम्मा अब Noel Tata के कंधों पर आ गया है।
रतन टाटा के नेतृत्व में, टाटा ट्रस्ट्स ने समाज में बदलाव लाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए थे,
और अब नोएल टाटा का कार्य इन्हीं मूल्यों और दृष्टिकोणों को बनाए रखना और उन्हें और आगे बढ़ाना है।
Noel Tata : प्रभावशाली इतिहास
नोएल टाटा का टाटा समूह में बड़ा और प्रभावशाली इतिहास है।
वह पहले से ही ट्रेंट, वोल्टास, और टाटा इंटरनेशनल जैसे प्रमुख कंपनियों के चेयरमैन रहे हैं
और उनके नेतृत्व में ये कंपनियां लगातार विस्तार करती रही हैं।
अब, जब वह टाटा ट्रस्ट्स के अध्यक्ष बने हैं,
उनके पास एक विशेष अवसर है कि वह ना केवल टाटा समूह की कंपनियों को आगे बढ़ाएं,
बल्कि समाज में भी सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में काम करें।
आपको बता दे कि टाटा ट्रस्ट्स के तहत अब तक कई बड़े सामाजिक कार्य किए गए हैं।
ये ट्रस्ट्स न केवल शिक्षा, स्वास्थ्य, और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में काम कर रहे हैं,
बल्कि उन्होंने कई संकट के समय में भी अपनी मदद दी है।
पिछले वित्तीय वर्ष में ट्रस्ट्स ने करीब 456 करोड़ रुपये दान के रूप में दिए थे, जो समाज की भलाई के लिए काम आ रहे थे।
अब नोएल टाटा के नेतृत्व में, यह उम्मीद की जा रही है कि वह टाटा ट्रस्ट्स को और भी मजबूत बनाएंगे
और समाज में बदलाव लाने के लिए नई योजनाओं को लागू करेंगे।
टाटा ट्रस्ट्स की यह जिम्मेदारी, टाटा समूह के एक प्रमुख हिस्से के रूप में, आने वाले समय में और भी प्रभावशाली बन सकती है, और नोएल टाटा इस दिशा में मार्गदर्शन करने वाले प्रमुख व्यक्ति बन सकते हैं।