माता मनसा देवी मंदिर में नागरिकों को अधिकारों की जानकारी देने के लिए विशेष शिविर

Mata Mansa Devi Temple

जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण ने Mata Mansa Devi Temple परिसर में नागरिकों को कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए नवरात्र अश्विन मेले के दौरान लगातार कैंप लगाए हैं।

यह पहल नागरिकों के लिए उनके अधिकारों को समझने और उन्हें लागू करने में मददगार साबित हो रही है।

मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अजय कुमार ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया

कि जिला एवं सत्र न्यायाधीश के मार्गदर्शन में आयोजित किए जा रहे कानूनी जागरूकता शिविरों में एडवोकेट तरुण वैद

और जसपाल सिंह ने पीएलसी संतोष के साथ मिलकर मेले में आए नागरिकों को कानूनी अधिकारों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी।

 

Mata Mansa Devi Temple : शिविर में बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी

आज लगाए गए शिविर में 250 से अधिक लोगों ने अपने अधिकारों की जानकारी प्राप्त की।

आठ दिनों के दौरान आयोजित किए गए इन शिविरों में कुल मिलाकर पांच हजार से अधिक महिलाओं और नागरिकों ने भाग लिया और लाभ उठाया।

यह संख्या यह दर्शाती है कि लोग अपने कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूक हो रहे हैं

और उन्हें जानने की इच्छा जगा रहे हैं।

सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की जानकारी

इन शिविरों में लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं, जैसे वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन,

और लाडली पेंशन योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी गई।

इसके अलावा, रेडक्रॉस द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी भी नागरिकों के साथ साझा की गई।

अजय कुमार ने बताया कि अचानक हृदयाघात होने पर कृत्रिम सांस देने की विधि के बारे में भी नागरिकों को बताया गया।

यह जानकारी लोगों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित हो सकती है,

खासकर जब किसी आपात स्थिति का सामना करना पड़ता है।

कानूनी जागरूकता की निरंतर पहल

प्राधिकरण द्वारा नियमित रूप से कानूनी जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाता है।

इन शिविरों का मुख्य उद्देश्य नागरिकों के घरों के नजदीक निशुल्क सेवाएं प्रदान करना

और जन कल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी देना है।

इस पहल से नागरिकों को उनकी कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूक किया जा रहा है,

जिससे वे अपने हक और दायित्वों को समझ सकें और समाज में एक जागरूक नागरिक के रूप में अपनी भूमिका निभा सकें।

माता मनसा देवी मंदिर में आयोजित किए जा रहे ये कानूनी जागरूकता शिविर न केवल नागरिकों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक कर रहे हैं,

बल्कि उन्हें सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की जानकारी भी प्रदान कर रहे हैं।

इस प्रकार की पहलें समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं,

जिससे नागरिकों को अपने अधिकारों का पूरा लाभ उठाने में मदद मिल रही है।