Punjab News : राज्य में नशे के खिलाफ जारी अभियान के दौरान, अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने सरहद पार से नशीले पदार्थों की तस्करी करने वाले तस्करों के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की है।
पुलिस ने 5 किलो हेरोइन और 3.95 लाख रुपये की ड्रग मनी के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है।
यह जानकारी आज डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने दी।
Punjab News : पाकिस्तान आधारित नशा तस्करों के सीधे संपर्क
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान गुरप्रीत सिंह और हरप्रीत सिंह उर्फ हैपी, निवासी गाँव रोडांवाली, जिला अमृतसर, और जोता सिंह, निवासी गाँव चड़तेवाली, अजनाला, जिला अमृतसर के तौर पर हुई है।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि प्राथमिक जांच से पता चला है
कि आरोपी जोता सिंह और हरप्रीत सिंह उर्फ हैपी पाकिस्तान आधारित नशा तस्करों के सीधे संपर्क में थे,
जो सरहद पार ड्रोन के जरिए नशीले पदार्थों की सप्लाई करते हैं।
डीजीपी ने कहा कि इस मामले की तकनीकी ढंग से जांच की गई थी
और एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत एफआईआर दर्ज की गई है।
उन्होंने आगे बताया कि इस मामले के तार आगे-पीछे स्थापित करने के लिए जांच जारी है।
पुलिस कमिश्नर अमृतसर ने इस ऑपरेशन के विवरण साझा किया
पुलिस कमिश्नर (सी.पी.) अमृतसर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने इस ऑपरेशन के विवरण साझा करते हुए बताया
कि थाना छेहरटा की टीमों को विश्वसनीय सूचना मिली थी कि कुछ व्यक्तियों ने सरहद पार ड्रोन के द्वारा फेंकी गई नशीले पदार्थों की बड़ी खेप प्राप्त की है।
यह खेप न्यू अजनाला कालोनी स्थित उनके घर में छुपाई गई थी।
इस सूचना पर तुरंत कार्रवाई करते हुए, डीसीपी सिटी अमृतसर अभिमन्यु राणा
और एसीपी वेस्ट शिवदर्शन सिंह के नेतृत्व में थाना छेहरटा अमृतसर की पुलिस टीमों ने जाल बिछाकर आरोपियों को न्यू अजनाला कालोनी में स्थित घर से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने हेरोइन और ड्रग मनी के अलावा आरोपियों की मारुति स्विफ्ट कार और मोटरसाइकिल भी ज़ब्त की है।
सीपी ने बताया कि आरोपी अपने घर का प्रयोग सुरक्षित छुपने और नशीले पदार्थों की सप्लाई करने के लिए करते थे।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आधारित नशा तस्कर और उन व्यक्तियों की पहचान की जा रही है,
जिन्हें गिरफ्तार किए गए व्यक्ति नशे की खेप पहुँचाने वाले थे।
इस संबंध में एफआईआर नंबर 183, तारीख 08/10/2024 को NDPS एक्ट की धारा 21-सी के तहत थाना छेहरटा,
अमृतसर में मामला दर्ज किया गया है।
यह कार्रवाई नशा तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो यह दर्शाता है
कि पुलिस नशे के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है और इस समस्या को समाप्त करने के लिए गंभीर है।