Ashwin Navratri मेले के दौरान श्री माता मनसा देवी और श्री काली माता मंदिर कालका में श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है।
श्रद्धालु माता के दरबार में आकर मन्नतें मांग रहे हैं,
और मंगलवार को लगभग 26,600 से अधिक श्रद्धालुओं ने माता के चरणों में मत्था टेककर अरदास लगाई।
Ashwin Navratri : माता मनसा देवी पूजा स्थल बोर्ड
श्री माता मनसा देवी पूजा स्थल बोर्ड ने श्रद्धालुओं के लिए पुख्ता प्रबंध किए हैं। इस दौरान भंडारे का आयोजन भी किया जा रहा है,
जिसमें श्रद्धालुओं को स्वादिष्ट भोजन दिया जा रहा है।
खासकर, नवरात्रों में व्रत रखने वाले श्रद्धालुओं के लिए अलग से भोजन का प्रबंध किया गया है,
ताकि उनकी धार्मिक भावना का पूरा सम्मान किया जा सके।
श्री माता मनसा देवी श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष एवं उपायुक्त डा. यश गर्ग ने बताया कि 8 अक्टूबर को माता के दरबार में श्रद्धालुओं ने कुल 20,95,521 रुपये की राशि दान के रूप में भेंट की।
इसमें से श्री माता मनसा देवी मंदिर में 16,59,496 रुपये, श्री काली माता मंदिर कालका में 2,96,865 रुपये और चंडी माता मंदिर में 1,39,160 रुपये का चढ़ावा शामिल है।
माता मनसा देवी मंदिर में एक सोने का नग 1.5 ग्राम
इसके साथ ही, श्री माता मनसा देवी मंदिर में एक सोने का नग, जिसका वजन 1.5 ग्राम है,
और चांदी के 22 नग, जिनका कुल वजन 318 ग्राम है, भी दान स्वरूप चढ़ाए गए हैं।
वहीं, काली माता मंदिर में 25 सिल्वर के नग माता के दरबार में भेंट किए गए हैं,
जिनका कुल वजन 86.5 ग्राम है। इस प्रकार, दोनों मंदिरों में कुल 47 सिल्वर के नग चढ़ाए गए, जिनका कुल वजन 404.7 ग्राम है।
डा. यश गर्ग ने आगे बताया कि 8 अक्टूबर को 26,600 से अधिक श्रद्धालुओं ने माता के दरबार में मत्था टेका
और अपनी मन्नतें मांगी। इस प्रकार, हर रोज भारी भीड़ श्रद्धालुओं की माता के दरबार में उमड़ रही है।
काली माता मंदिर में भी श्रद्धालु बड़े उत्साह के साथ माता के दरबार में पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
धार्मिक आस्था का प्रतीक
नवरात्रि का यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है,
जब वे अपने मन की इच्छाओं को पूरी करने के लिए माता की शरण में आते हैं।
इस दौरान, माता के भक्तों की भक्ति और श्रद्धा ने वातावरण को अद्भुत बना दिया है।
अश्विन नवरात्र मेले में माता के दरबार में श्रद्धालुओं का आना लगातार जारी है,
जो उनकी अटूट आस्था और विश्वास का प्रतीक है।
माता के दरबार में हर दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु अपनी भक्ति अर्पित कर रहे हैं,
जो यह दर्शाता है कि भक्ति की शक्ति कितनी महान होती है।