Mata Mansa Devi Temple में नवरात्र मेले के अवसर पर कानूनी जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अजय कुमार घनघस ने बताया
कि प्राधिकरण के निर्देशानुसार ये शिविर नियमित रूप से आयोजित किए जा रहे हैं।
Mata Mansa Devi Temple : कानूनी अधिकारों की जानकारी
इन शिविरों में पैनल अधिवक्ता और एडवोकेट छात्र श्रद्धालुओं को उनके कानूनी अधिकारों के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
सदस्य सचिव राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण एस.पी. सिंह और जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष वीपी सिरोही के मार्गदर्शन में यह जागरूकता शिविर आयोजित किया जा रहा है।
शिविर का मुख्य उद्देश्य लोगों को उनके कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूक करना है ताकि किसी भी प्रकार के अधिकारों का हनन न हो सके।
इस शिविर में घरेलू हिंसा से महिलाओं की सुरक्षा कानून, दहेज और कानून, सूचना का अधिकार, मौलिक अधिकार और कर्तव्य, और प्रथम सूचना रिपोर्ट जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से जानकारी दी गई।
Mata Mansa Devi Temple : महिलाओं की भागीदारी
शिविर में महिलाओं सहित अन्य लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और कानूनी जानकारी का लाभ उठाया।
अजय कुमार घनघस ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में कानूनी जागरूकता फैलाना है,
जिससे महिलाएं और अन्य लोग अपने अधिकारों के प्रति सजग रहें।
विधिक सहायता परामर्शदाता
शिविर में विधिक सहायता परामर्शदाता श्री प्रदीप गुप्ता, सुश्री सरला चहल, सुश्री सोनिया सैनी
और श्री विनोद कुमार शर्मा ने स्टॉल पर उपस्थित होकर लोगों की मदद की।
इसके अलावा, स्वामी देवी दयाल लॉ कॉलेज, बरवाला और सरकारी कॉलेज सेक्टर 1,
पंचकुला के कानून के छात्रों ने भी इस शिविर में भाग लिया,
जिससे युवा विद्यार्थियों को भी इस कानूनी जागरूकता अभियान में शामिल होने का अवसर मिला।
राष्ट्रीय लोक अदालत
इस शिविर में लोगों को प्राधिकरण की कानूनी सहायता योजनाओं के बारे में भी जागरूक किया गया।
विशेष रूप से, 14 दिसंबर 2024 को जिला न्यायालय, पंचकुला और उप-मंडल,
कालका में आयोजित होने वाली आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत के बारे में भी जानकारी दी गई।
यह अदालत लोगों के लिए कानूनी समस्याओं का समाधान करने का एक अच्छा अवसर है, जिससे वे अधिक से अधिक लाभ उठा सकें।
इस तरह के जागरूकता शिविर समाज में कानून के प्रति जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
लोगों को उनके अधिकारों की जानकारी मिलती है, जिससे वे अपने कानूनी मामलों में सक्षम बनते हैं।
नवरात्र मेले के दौरान इस प्रकार के शिविर का आयोजन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है,
क्योंकि बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्रित होते हैं, और यह अवसर उन्हें अपने अधिकारों के बारे में जानने का मौका देता है।
इस तरह के आयोजन से न केवल लोगों को जानकारी मिलती है, बल्कि समाज में जागरूकता का स्तर भी बढ़ता है।