पंजाब में तकनीकी शिक्षा को नया रूप: 6 ITI संस्थानों का MOU Sign!

Minister Harjot Bains

पंजाब के तकनीकी शिक्षा Minister Harjot Bains के प्रयासों से राज्य के छह ITI संस्थानों को राज्यसभा सदस्य विक्रमजीत सिंह साहनी द्वारा अपनाने संबंधी एक महत्वपूर्ण एम.ओ.यू. आज साइन किया गया।

यह कदम पंजाब के युवाओं को व्यावसायिक शिक्षा के बेहतर अवसर प्रदान करने के लिए उठाया गया है।

Minister Harjot Bains: ITI  संस्थानों में नवीनतम शिक्षा की कमी महसूस

हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि तकनीकी शिक्षा विभाग लगातार प्रयास कर रहा है,

लेकिन तकनीकी प्रगति के चलते आई.टी.आई. संस्थानों में नवीनतम शिक्षा की कमी महसूस हो रही थी।

इस समस्या के समाधान के लिए उन्होंने विक्रमजीत सिंह साहनी से मदद मांगी, जिसे उन्होंने खुशी-खुशी स्वीकार कर लिया।

इस एम.ओ.यू. के तहत, डॉ. साहनी छह आई.टी.आई. संस्थानों के अपग्रेडेशन के लिए 11 करोड़ रुपये खर्च करेंगे।

इनमें शामिल हैं आई.टी.आई. लुधियाना, आई.टी.आई. पटियाला, आई.टी.आई. मानकपुर शरीफ, आई.टी.आई. सुनाम,

आई.टी.आई. लालड़ू, और आई.टी.आई. साहिबजादा अजीत सिंह नगर।

हरजोत सिंह बैंस : ITI संस्थानों को स्थानीय उद्योगों से जोड़ा जाएगा

हरजोत सिंह बैंस ने यह भी बताया कि इन आई.टी.आई. संस्थानों को स्थानीय उद्योगों से जोड़ा जाएगा।

इससे आई.टी.आई. के छात्रों के लिए प्लेसमेंट और अप्रेंटिसशिप के अवसर मजबूत होंगे।

इसके तहत मोहाली आई.टी.आई. में महिला सशक्तिकरण के लिए एयर होस्टेस, ब्यूटी वेलनेस, और यूनियर नर्स के कोर्स शुरू किए जाएंगे।

इन प्रयासों से लगभग 10,000 युवाओं को रोजगार मिलने की उम्मीद है।

इसके अलावा, लालड़ू और मानकपुर शरीफ आई.टी.आई. को ड्रोन अकादमी के रूप में विकसित किया जाएगा,

जो ड्रोन प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रमुख संस्थानों में से एक होगी।

कैबिनेट मंत्री ने बताया कि नवंबर महीने में लुधियाना में आई.टी.आई. एक्सीलेंस सेंटर लॉन्च किया जाएगा,

जो तकनीकी शिक्षा में एक नई मिसाल बनेगा।

शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने मुख्यमंत्री भगवंत मान जी के नेतृत्व में राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना की।

उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं को व्यावसायिक शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है।

इसके चलते आई.टी.आई. संस्थानों में सीटों की संख्या 28,000 से बढ़ाकर 35,000 कर दी गई है।

उन्होंने कहा कि इससे न केवल औद्योगिक इकाइयों को प्रशिक्षित कर्मी मिलेंगे,

बल्कि यह बेरोजगारी को कम करने और नशे की समस्या से निपटने में भी मदद करेगा।

इस पहल के माध्यम से पंजाब के युवाओं को नई दिशा मिलेगी और उन्हें रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।

यह कदम तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक है।