MPOX Clade 1b की हुई भारत में ENTRY – हो जाएं सावधान !

MPOX Clade 1b

MPOX Clade 1b : दुनिया भर में तेजी से फैल रहा MPOX अब भारत में भी पहुंच गया है, आपको बता दे कि सोमवार को केरल के 38 वर्षीय एक व्यक्ति में इस वायरस के क्लेड 1बी की पुष्टि हुई।

जो की देश में क्लेड 1बी से संक्रमित होने वाला पहला व्यक्ति बन गया है।

साथ ही इससे पहले, दिल्ली में एक व्यक्ति में संक्रमण पाया गया था,

बाद में अधिकारियों ने पुष्टि की थी कि वह क्लेड II संक्रमण से पीड़ित था।

भारत में 2022 से अब तक कम से कम 32 MPOX के मामले सामने आए हैं और एक की मौत भी हो गई है।

MPOX Clade 1b संक्रमण क्या है?

क्या यह अन्य स्ट्रेन से अलग है?
क्या भारत को चिंतित होना चाहिए?
चलिए आपको इन सभी सवालों के जवाब देते है –

भारत का पहला क्लेड 1बी संक्रमण

सोमवार (23 सितंबर) को खबर आई कि केरल के मलप्पुरम जिले का 38 वर्षीय व्यक्ति देश का पहला MPOX क्लेड 1बी स्ट्रेन का मामला बन गया है।

वह हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात से लौटा था, जिसके बाद उसमें MPOX का पता चला था।

अधिकारियों ने बताया कि मरीज की हालत फिलहाल स्थिर है।

उन्होंने बताया कि मरीज को बुखार था और शरीर पर चिकनपॉक्स जैसे दाने थे,

जिसके बाद डॉक्टर को शक हुआ और उन्होंने सैंपल जांच के लिए भेजा।

इसके बाद मलप्पुरम के स्वास्थ्य अधिकारियों ने उसी फ्लाइट में सवार 37 यात्रियों के साथ 29 दोस्तों और परिवार के सदस्यों को निगरानी में रखा।

हालांकि, उनमें से किसी में भी MPOX के कोई लक्षण या संकेत नहीं दिखे।

लेकिन यह क्लेड 1बी वास्तव में क्या है, जिससे केरल के व्यक्ति में पीड़ित होने का पता चला है?

दो अलग-अलग क्लेड में विभाजित किया गया

शुरुआत के लिए, MPOX को दो अलग-अलग क्लेड में विभाजित किया गया है

– क्लेड I और क्लेड II। विशेषज्ञों के अनुसार, क्लेड 1 MPOX का अधिक विषैला और घातक प्रकार है,

जबकि क्लेड II वह स्ट्रेन है जिसने 2022 में शुरू हुए दुनिया के प्रकोप का कारण बना।

क्लेड II MPOX से होने वाले संक्रमण कम गंभीर होते हैं।

MPOX Clade 1b स्ट्रेन की पहचान सबसे पहले

क्लेड 1बी स्ट्रेन की पहचान सबसे पहले कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य के पूर्वी क्षेत्र में की गई थी।

एक रिपोर्ट के अनुसार MPOX क्लेड 1बी का प्रकोप कांगो के दक्षिण किवु के खनन शहर कामितुगा में शुरू हुआ था।

बाद में, यह युगांडा, रवांडा, बुरुंडी और केन्या जैसे पड़ोसी देशों में फैल गया।

अगस्त में, इसके संक्रमण के कारण, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने High Level की चेतावनी जारी की और MPOX को अंतर्राष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया।

विज्ञान के आंकड़ों से पता चलता है कि एमपॉक्स क्लेड 1बी पिछले स्ट्रेन की तुलना में लोगों के बीच ज़्यादा आसानी से फैलता है।

राष्ट्रीय स्तर पर अस्पतालों को निर्देश दिया है

राष्ट्रीय स्तर पर केंद्र ने देशभर के अस्पतालों को निर्देश दिया है कि वे मरीजों की पहचान करें और उनके लिए आइसोलेशन वार्ड तैयार करें।

इसके अलावा, डायग्नोस्टिक लैब को वायरस की समय पर पहचान के लिए जांच उपकरणों से लैस रहने को कहा गया है।

सभी हवाई अड्डों के साथ-साथ बंदरगाहों को भी अलर्ट पर रखा गया है।

राज्यों को भी अपने अधिकार क्षेत्र में निगरानी बढ़ाने के लिए कहा गया है।

बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर , अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को थर्मल स्कैनिंग से गुजरना पड़ रहा है।

अपनी कड़ी सतर्कता के तहत, अधिकारियों ने यह भी कहा है कि जिन यात्रियों में MPOX जैसे लक्षण दिखाई देंगे,

उन्हें अलग रखा जाएगा और सरकारी प्रोटोकॉल के अनुसार उनकी जांच की जाएगी।