punjab cabinet: पंजाब की भगवंत मान सरकार में आज एक बार फिर से बड़ा बदलाव किया गया है।
सरकार के ढाई साल के कार्यकाल में यह चौथी बार है जब मंत्रिमंडल में फेरबदल हुआ है।
इस बार चार मंत्रियों को कैबिनेट से हटा दिया गया है, जिनमें बलकार सिंह, चेतन सिंह जौड़ामाजरा, ब्रह्म शंकर जिम्पा और अनमोल गगन मान शामिल हैं।
विपक्ष ने लगातार मंत्रिमंडल में हो रहे बदलावों पर सवाल उठाए हैं।
आइए जानते हैं कि जो पांच नेताओं को इस बार कैबिनेट में जगह मिली है उनको पार्टी ने कौन कौन सी जिम्मेदारी सौंपी है।
punjab cabinet: जानिए 5 नए मंत्रियो को मिली कौन-कौन सी जिम्मेदारी….
punjab cabinet: हरदीप सिंह मुंडिया
लुधियाना, पंजाब का सबसे बड़ा जिला है, और मौजूदा सरकार का वहां कोई मंत्री नहीं था।
मुंडिया को कैबिनेट में शामिल करके आम आदमी पार्टी लुधियाना में अपनी स्थिति को मजबूत करने की कोशिश कर रही है।
विभाग: 1. राजस्व, पुनर्वास और आपदा प्रबंधन
2. जल आपूर्ति और स्वच्छता
3. आवास और शहरी विकास
जिम्मेदारी: पंजाब में राजस्व संग्रह और भूमि रिकॉर्ड का प्रबंधन, प्राकृतिक आपदाओं के समय राहत और पुनर्वास कार्यों का संचालन।
स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वच्छता से जुड़ी योजनाओं को लागू करना,
शहरी विकास को सुचारू रूप से प्रबंधित करना और पर्यावरणीय स्थिरता को सुनिश्चित करना।
महेंद्र पाल भगत:
मोहिंदर भगत को कैबिनेट में शामिल करके मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जालंधर के लोगों से किए अपने वादे को पूरा किया है।
जालंधर की उपचुनावों के दौरान उन्होंने वादा किया था कि भगत को विधायक बनाने पर उन्हें मंत्री पद दिया जाएगा।
विभाग: 1. रक्षा सेवा कल्याण
2. स्वतंत्रता सेनानी
3. बागवानी
जिम्मेदारी: पंजाब में सैनिकों और उनके परिवारों की भलाई के लिए कल्याणकारी योजनाओं का संचालन करना।
स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले सेनानियों और उनके परिवारों के लिए सम्मान और कल्याणकारी योजनाओं को लागू करना।
राज्य में बागवानी (फल, सब्जी, फूल और औषधीय पौधों) के विकास को प्रोत्साहित करना।
बरिंदर कुमार गोयल:
बरिंदर संगरूर के लहरा से विधायक हैं और वैश्य समाज से आते हैं।
उन्होंने कांग्रेस और अकाली दल के दिग्गज नेताओं को हराकर जीत हासिल की थी।
विभाग: 1. खान एवं भूविज्ञान
2. जल संसाधन
3. भूमि एवं जल संरक्षण
जिम्मेदारी: राज्य में खनिज संसाधनों का प्रबंधन और उनकी जिम्मेदार खुदाई सुनिश्चित करना।
राज्य में जल संकट से निपटने के लिए जल प्रबंधन और संरक्षण के उपायों को लागू करना।
भूमि का संरक्षण और बंजर भूमि को उपजाऊ बनाने के उपायों का संचालन।
तरुणप्रीत सिंह सौंध:
तरुणप्रीत खन्ना से विधायक हैं। उन्होंने कांग्रेस के बड़े नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते को हराकर जीत दर्ज की थी।
विभाग: 1. पर्यटन एवं सांस्कृतिक मामले
2. निवेश प्रोत्साहन
3. श्रम
4. आतिथ्य
5. उद्योग एवं वाणिज्य
6. ग्रामीण विकास एवं पंचायत
जिम्मेदारी: राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देना और सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण।
राज्य में निवेश आकर्षित करने और आर्थिक विकास के लिए नीतियों को लागू करना।
श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा और रोजगार के अवसरों में वृद्धि।
राज्य के आतिथ्य क्षेत्र का विकास और पर्यटन से जुड़े सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार।
उद्योगों के विकास को बढ़ावा देना, व्यापार के अनुकूल माहौल बनाना और उद्यमिता को समर्थन देना।
ग्रामीण क्षेत्रों के विकास और पंचायतों के सशक्तिकरण के लिए योजनाओं का संचालन।
डॉ रवजोत सिंह:
रवजोत सिंह श्याम चौरासी विधानसभा से विधायक हैं और अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखते हैं।
वे पेशे से डॉक्टर हैं और पार्टी ने अनुसूचित जाति के वोट बैंक को ध्यान में रखते हुए उन्हें मंत्री बनाया है।
विभाग: 1. स्थानीय सरकार
2. संसदीय मामले
जिम्मेदारी: शहरी और ग्रामीण निकायों की सेवाओं का प्रबंधन और विकास।
विधानसभा और विधायी कार्यों का सुचारू संचालन और सरकार-विपक्ष समन्वय।
नए मंत्रियों ने भरोसा जताया है कि वे जनता और मुख्यमंत्री भगवंत मान की उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगे।
उन्हें जो भी विभाग दिए गए है, वे उन्हें अच्छे से संभालने का वादा कर रहे हैं।