अखिल भारतीय कांग्रेस की महासचिव और सिरसा की सांसद Kumari Selja ने टिकट वितरण में गुटबाजी की बातों को खारिज करते हुए कहा
कि जब हाईकमान उम्मीदवार तय कर देता है, तो वह पार्टी का उम्मीदवार बन जाता है
और सभी मिलकर उसके लिए काम करते हैं।
एक न्यूज चैनल के साथ बातचीत में उन्होंने स्पष्ट किया कि टिकट वितरण के दौरान विभिन्न दावेदारों की पैरवी होती है,
लेकिन अंततः हाईकमान ही अंतिम निर्णय लेता है और उस चयन का सभी को समर्थन करना होता है।
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Kumari Selja ने कहा हर व्यक्ति अपने कार्यकर्ताओं की पैरवी
सैलजा ने कहा, “हर व्यक्ति अपने कार्यकर्ताओं की पैरवी करता है और कई दावेदार होते हैं।
लेकिन जब हाईकमान किसी नाम का चयन करता है, तो वह पार्टी का आधिकारिक उम्मीदवार होता है और सभी मिलकर उसे जीताने के लिए काम करते हैं।
“उन्होंने हाल ही में उनके इस्तीफे की खबरों का संदर्भ देते हुए बताया कि यह तीन साल पुराना मामला था
जब उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था।
उनका कहना था कि विधानसभा चुनाव लड़ने की उनकी इच्छा थी, और यह बात लोकसभा चुनाव के समय से ही चल रही थी।
उनकी इच्छा व्यक्त करना गलत नहीं है, लेकिन अंतिम फैसला हाईकमान को ही लेना होता है।
राहुल गांधी की हरियाणा में आप और सपा के साथ गठबंधन
जब उनसे पूछा गया कि हाईकमान कौन होता है, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि इसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी,
और अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल हैं।
इस संदर्भ में राहुल गांधी की हरियाणा में आप और सपा के साथ गठबंधन की इच्छाओं के बारे में
पूछे जाने पर सैलजा ने कहा कि राहुल गांधी अपनी इच्छाएं व्यक्त करते हैं, लेकिन निर्देश नहीं देते।
उन्होंने यह भी बताया कि इंडिया गठबंधन की बात केंद्रीय स्तर पर तय हो चुकी है और राज्य स्तर पर पहले कोई बात नहीं हुई थी।
Kumari Selja ने कहा कांग्रेस के 90 सीटों पर उम्मीदवार तय
कांग्रेस के 90 सीटों पर उम्मीदवार तय करने के मुद्दे पर सैलजा ने कहा कि मुख्यमंत्री का चयन हाईकमान ही करता है।
उन्होंने हरियाणा के इतिहास का हवाला देते हुए कहा कि नेता का चयन कैसे होता है, यह सबको पता है।
उनका कहना था कि कांग्रेस के सभी सदस्य मिलकर पार्टी के लिए काम करते हैं और यह एकजुटता ही उनकी ताकत है।
जनगणना कराने के सवाल पर Kumari Selja ने स्पष्ट किया
प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने पर जातीय जनगणना कराने के सवाल पर सैलजा ने स्पष्ट किया कि जनगणना कराना केंद्र सरकार का काम होता है
और राज्य सरकार यह काम नहीं कर सकती। हालांकि, राज्य सरकार एक सर्वे करवा सकती है।
बेरोजगारी को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकारी पदों को भरने की जरूरत है
और भाजपा सरकार ने इस दिशा में ध्यान नहीं दिया है।
युवाओं को प्राइवेट सेक्टर की नौकरियों की ओर आकर्षित करने की आवश्यकता है,
जिस पर भाजपा ने कोई काम नहीं किया।
सैलजा ने कहा कि बेरोजगारी की समस्या का समाधान बात करने से नहीं होगा,
इसके लिए एक ठोस ब्लू प्रिंट तैयार करना होगा।