केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा भारत में MPOX (मंकीपॉक्स) का एक संदिग्ध मामला सामने आया है।
मंत्रालय ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया की एक युवा पुरुष,
जिसने हाल ही में एक विदेश यात्रा की थी जो की MPOX संक्रमण वाला देश था,
उसको संदिग्ध केस के रूप में पहचाना गया है।
साथ ही मरीज को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है
और उसकी स्थिति स्थिर बताई गई है।
इस संदिग्ध मामले की पुष्टि के लिए उसके नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं।
सिंगल मदर Navdeep Kaur ने जीता मिसेज इंडिया सुपरा नेशनल का खिताब
स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने बयान में कहा
स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि इस मामले की प्रगति NCDC द्वारा किए गए पूर्व जोखिम आकलन के अनुरूप है।
मंत्रालय ने आश्वस्त किया कि इस मामले में अनावश्यक चिंता का कोई कारण नहीं है।
विशेषज्ञों ने भारत में MPOX संक्रमण के संभावित खतरे का आकलन किया है और कहा है
कि विदेश से आए मामलों की संभावना तो है, लेकिन बड़े पैमाने पर प्रकोप का खतरा कम है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने MPOX को ‘अंतर्राष्ट्रीय चिंता
पिछले महीने, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने MPOX को ‘अंतर्राष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल’ घोषित किया था।
यह चेतावनी का उच्च स्तर का बतया गया है, जो वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा के द्वारा यह एक गंभीर स्थिति को दर्शाता है।
बता दे की MPOX के क्लेड I और क्लेड II दो अलग-अलग प्रकार होते हैं,
जिनमें से क्लेड I अधिक खतरनाक और घातक माना जाता है।
हाल ही में चिंता इस बात को लेकर है कि क्लेड I संक्रमण का यौन संचरण पहली बार रिपोर्ट किया गया है।
देश में MPOX के क्लेड I और क्लेड II के 30 से अधिक मामले
भारत में MPOX का पहला मामला 2022 में सामने आया था।
तब से देश में MPOX के क्लेड I और क्लेड II के 30 से अधिक मामले और एक मौत की पुष्टि हो चुकी है।
हालाँकि, हल ही में संदिग्ध मामला मौजूदा प्रकोप के संदर्भ में पहला है।
इस बीच, स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में किसी भी संभावित MPOX प्रकोप से निपटने के लिए ठोस उपाय किए हैं।
हवाई अड्डों, बंदरगाहों और भूमि क्रॉसिंग पर स्वास्थ्य इकाइयों को संक्रमण के लिए अलर्ट पर रखा गया है।
इसके साथ ही, प्रयोगशालाओं और आइसोलेशन सुविधाओं को भी पूरी तरह तैयार किया गया है
ताकि किसी भी संदिग्ध मामले को तुरंत जांचा और नियंत्रित किया जा सके।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी किया है स्पष्ट
स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि देश के स्वास्थ्य ढांचे में MPOX जैसे संक्रामक रोगों से निपटने के लिए समुचित उपाय किए गए हैं।
मंत्रालय का कहना है कि भारत में स्वास्थ्य अधिकारियों के पास विदेश से आने वाले मामलों की निगरानी और प्रबंधन करने के लिए पूरी तैयारी है।
इस संदिग्ध MPOX मामले के प्रकाश में आने के बाद, स्वास्थ्य मंत्रालय ने नागरिकों को सतर्क रहने और किसी भी संक्रामक लक्षण के प्रति सजग रहने की सलाह दी है।
यात्रा करने वालों को विशेष रूप से सतर्क रहने की आवश्यकता है और
संदिग्ध लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सा सलाह लेनी चाहिए।
मंत्रालय ने सभी को भरोसा दिया है कि वे इस मुद्दे पर नजर रखे हुए हैं और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।