पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले अमन सहरावत (Aman Sehrawat) का बहादुरगढ़ में शानदार स्वागत किया गया।
खेल प्रेमियों ने पगड़ी, फूल और नोटों की मालाओं से अमन का जोरदार स्वागत किया।
अमन, झज्जर जिले के बीरोहड़ गांव के निवासी हैं।
जैसे ही वह झज्जर जिले में प्रवेश किए, उनका स्वागत शुरू हो गया।
अमन का 63 किलोमीटर लंबा सफर गांव तक कई जगहों पर भव्य स्वागत से भरपूर रहा।
Aman Sehrawat: ओलंपिक खेलों में गोल्ड मेडल लाने का वादा
अमन ने स्वागत के दौरान कहा कि देशवासियों का प्यार उन्हें बहुत ताकत दे रहा है। 2028 के ओलंपिक खेलों में गोल्ड मेडल लाने का वादा किया।
अमन ने युवा पहलवानों को सलाह दी कि वे खेल को 100 प्रतिशत समर्पण दें, जिससे अच्छे परिणाम मिल सकते हैं।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए अमन ने कहा कि उन्हें अपने माता-पिता की बहुत याद आ रही है।
अमन केवल 13 साल के थे, उनके माता-पिता का निधन हो गया था।
इसके बावजूद, उन्होंने कुश्ती में कड़ी मेहनत की और सफलता प्राप्त की।
महाबली सतपाल पहलवान ने Aman Sehrawat की प्रशंसा
अमन की प्रशंसा करते हुए महाबली सतपाल पहलवान ने कहा कि अमन सहरावत पहलवान सुशील कुमार का प्रिय पहलवान है।
अमन ने 2028 की तैयारी अभी से शुरू कर दी है।
पेरिस ओलंपिक में भारत के खिलाड़ियों ने छह पदक जीते हैं, जो गर्व की बात है।
2028 ओलंपिक में भी देश को और अधिक पदक मिलने की उम्मीद है।
अमन का गांव में महाबली सतपाल पहलवान के साथ स्वागत हो रहा है।
विभिन्न स्थानों पर कुश्ती प्रेमियों ने ढोल-नगाड़ों के साथ उनका स्वागत किया।
इस यात्रा के दौरान अमन को हर जगह गर्मजोशी से मिला।
Aman Sehrawat ने अपने खेल के प्रति समर्पण और मेहनत की प्रेरणा देते हुए कहा कि वह अपने माता-पिता के सपनों को पूरा करने के लिए लगातार मेहनत करेंगे।
2028 ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने
2028 ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने की उनकी दृढ़ निष्ठा है और वह इसे हासिल करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
स्वागत समारोह के दौरान अमन का उत्साह और आत्मविश्वास स्पष्ट था। उन्होंने अपने खेल जीवन की चुनौतियों का जिक्र करते हुए, कुश्ती के प्रति अपनी लगन को दर्शाया।
महाबली सतपाल और अन्य खेल प्रेमियों के साथ, अमन की यात्रा ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह भविष्य में और बड़ी सफलताओं के लिए तैयार हैं।