किरण चौधरी का राज्यसभा सफर: हरियाणा में राज्यसभा की एक सीट पर होने वाले चुनाव के लिए भाजपा ने नई चाल चल दी है बता दे की चौ. बंसीलाल की बहू और पूर्व मंत्री किरण चौधरी को अब उम्मीदवार बनाया गया है। उनका चयन विधायकों की संख्या के अनुपात को देखते हुए लगभग निश्चित माना जा रहा है। इसके साथ ही चर्चा है कि भाजपा किरण की बेटी श्रुति चौधरी को तोशाम विधानसभा सीट से चुनावी दंगल में उतार सकती है।
तोशाम विधानसभा सीट पर कई बार बंसीलाल और सुरेंद्र सिंह विधायक रहे हैं, और खुद किरण चौधरी भी चार बार विधायक रह चुकी हैं। दिलचस्प बात यह है कि किरण चौधरी के परिवार में उनके ससुर बंसीलाल और पति सुरेंद्र सिंह भी राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं।
किरण चौधरी की राजनीतिक यात्रा में एक महत्वपूर्ण मोड़ 2005 में आया, जब उन्होंने सुरेंद्र सिंह के निधन के बाद हुए उपचुनाव में कांग्रेस का टिकट लेकर शानदार जीत हासिल की। इस चुनाव में तोशाम के सभी 158 बूथों पर उनका समर्थन एकतरफा था, और इस दौरान INLD और बीजेपी जैसी प्रमुख पार्टियों ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था।
किरण चौधरी की पांच बार विधायक बनना और विभिन्न मंत्रालयों का कार्यभार संभालना, उनके राजनीतिक कद को दर्शाता है। उनके नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने कई महत्वपूर्ण राजनीतिक मुद्दों पर अपनी स्थिति मजबूत की है, और उनके परिवार की राजनीतिक पृष्ठभूमि ने उन्हें हरियाणा की सियासत में एक प्रमुख स्थान दिलाया है।इस प्रकार, किरण चौधरी की राजनीतिक यात्रा और उनके योगदान ने हरियाणा की सियासत में एक मजबूत और स्थायी प्रभाव स्थापित किया है।
अब देखना ये बनता है कि किरण चौधरी की राजनीतिक यात्रा में अगला कदम क्या होता है?