हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि ‘‘मैं तो 6 बार का विधायक हूं और मैंने सबका राज देखा है, सबका सब जानता हूं, मैंने देखा है कि किस प्रकार से सचिवालय दलालों से भरा रहता था। जबकि हमारी सरकार ने तबादले पारदर्शी किए हैं, नौकरियां पारदशी लगाई है और ऐसे-ऐसे लोगों को नौकरियां मिली जिनके मां-बाप कभी सोच भी नहीं सकते थे कि हमारा बच्चा भी सरकारी नौकर लग जाएगा’’। उन्होंने विपक्ष के नेता भूपेन्द्र सिंह हुडडा पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘‘लोग भूले नहीं है कि किस प्रकार से इन्होंने लोगों को बोलियां लगाकर नौकरियां दी हैं, किस प्रकार से तबादलों की मण्डियां सजती थी और दलाल घूमते थे। जनता भूली नहीं हैं जनता को सब कुछ अच्छी प्रकार से याद है और आने वाले समय में ओर अच्छी तरह से याद दिला देगी’’।
किसी भी सरकार ने सपने लेने पर कोई टैक्स नहीं लगाया- विज
मिशन 2024 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनने के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ‘‘सपने लेने पर कोई मनाही नहीं है और किसी भी सरकार ने सपने लेने पर कोई टैक्स नहीं लगाया है। लेकिन लोग कांग्रेस पुराना दस साल का काला राज भूले नहीं हैं क्योंकि जिधर से भी भूपेन्द्र सिंह हुडडा की कार निकल जाती थी किसान घरों को छोड भाग जाते थे। जिस भी जमीन पर भूपेन्द्र सिंह हुडडा की नजर पडी, उस जमीन को हुडडा ने अधिग्रहण कर लिया और बिल्डर माफिया को बेच दिया’’।
‘‘राहुल गांधी फेल इस बार भी हुए हैं, लेकिन थोडे नंबर ज्यादा आ गए हैं, उसी को लेकर उछल रहे हैैंं’’ – विज
राहुल गांधी का संसद में एक नया रूप देखे जाने के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ‘‘राहुल गांधी फेल इस बार भी हुए हैं, लेकिन थोडे नंबर ज्यादा आ गए हैं, उसी को लेकर उछल रहे हैैंं। पास होने के लिए 33 नंबर चाहिए, अगर 20 या 25 आ गए लेकिन फिर भी फेल ही है, लेकिन राहुल गांधी को महसूस होता है कि शायद पप्पू पास हो गया’’।
‘‘जब मैं स्वास्थ्य मंत्री था तब मैंने ज्यादातर इनकी समस्याओं का समाधान करने की कोशिश की’’- विज
एनएचएम कर्मचारियांे की हडताल के संबंध मंे पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ‘‘जब मैं स्वास्थ्य मंत्री था तब मैंने ज्यादातर इनकी समस्याओं का समाधान करने की कोशिश की है। मैंने सभी अधिकारियों को बुलाकर सभी विभागों के कर्मचारियों के हितों को देखते हुए ऐसे सभी कर्मचारियों की बात सुनी और एक कर्मचारी यूनियन ऐसी थी जो रोने लगी और कहा कि हमें अपनी बात रखने का कभी भी किसी ने मौका नहीं दिया लेकिन आपने बिना कहे अपनी बात करने का मौका दिया हैं, उस यूनियन के लोग उस समय काफी भावुक हो गए थे। उस समय मैंने सभी यूनियन की बात सुनी और जिनका कर सकते थे उनका किया’’।
वे (भगवंत मान) पंजाब में भी किसानहित में फैसलें लें – विज
किसानों की फसलों को एमएसपी पर खरीदे जाने के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ‘‘हरियाणा सरकार द्वारा सभी फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदने के लिए विभिन्न किसान नेताओं ने सराहना की है और खुशी भी जताई है तथा इस संबंध में मंत्रिमंडल ने इस फैसले पर मोहर भी लगा दी है। हरियाणा देश का पहला राज्य बन गया है जहां पर सभी फसलों का एमएसपी कर दिया गया हैं। उन्हांेने पंजाब के मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि वे (भगवंत मान) पंजाब में भी किसानहित में फैसलें लें।