सरकार का निरंतर प्रयास है कि सभी विद्यार्थियों को उत्तम शिक्षा देकर उनका सर्वांगीण विकास किया जाए और उनके भविष्य को संवारा जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा के स्तर में और अधिक सुधार करने तथा विद्यार्थियों को बेहतर संसाधन एवं अन्य सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से निरंतर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधन समितियां (एसएमसी) विद्यालयों की कार्यप्रणाली में अहम भूमिका रखती हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने 48 घंटे के अंदर साढ़े सात हजार अध्यापकों को नियुक्तियां देने का बड़ा कार्य किया है।
शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा आज स्थानीय नेहरू राजकीय पीजी कॉलेज में आयोजित जिला स्तरीय विद्यालय प्रबंधन समिति के प्रशिक्षण एवं सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थी। शिक्षा मंत्री ने एसएमसी सदस्यों के साथ विशेष तौर पर बातचीत करते हुए स्कूल मैनेजमेंट के बारे पूछा। एसएमसी सदस्यों ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा स्कूलों में शिक्षा के स्तर सुधारने व छात्रों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए अच्छा कार्य किया जा रहा है जो सराहनीय है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी 22 जिलों में जिला स्तरीय स्कूल प्रबंधन समितियों के प्रशिक्षण के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के तहत एमएससी बनाई गई थी। उन्होंने कहा कि किसी भी एसएमसी सदस्य को स्कूल से संबंधित कोई समस्या है तो वह उनसे मिलने चंडीगढ़ आ सकते हैं।
प्रतिदिन स्कूल मैनेजमेंट देखें एसएमसी सदस्य
शिक्षा मंत्री ने कहा कि एमएससी सदस्य खासतौर पर महिलाएं दो-दो के समूह बनाकर सरकारी विद्यालयों में लंच टाइम से पहले और लंच टाइम के बाद तक दो घंटे का समय जरूर निकालें और इस दौरान स्कूलों में विद्यार्थियों को दिए जा रहे मिड-डे मील की गुणवत्ता की भी जांच करें। उन्होंने कहा कि एसएमसी सदस्यों द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्य सराहनीय है। उन्होंने कहा कि एसएमसी विद्यालय के सर्वांगीण विकास की अहम कड़ी है।
‘एक पेड़ मां के नाम’ और एक पेड़ बच्चों के नाम लगाए: शिक्षा मंत्री
शिक्षा मंत्री ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ योजना के तहत घर, स्कूल व आसपास के खुले क्षेत्र में पौधारोपण करने का देशवासियों से आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि पौधारोपण अभियान में सभी सहभागी बनें। उन्होंने कहा कि एक पेड़ माँ के नाम के अलावा आमजन से निवेदन है कि वह पर्यावरण संरक्षण में सहभागी बनते हुए एक पेड़ बच्चों के नाम भी लगाएं।