हरियाणा के महिला एवं बाल विकास मंत्री श्री असीम गोयल ने आज कहा कि बच्चे मन के सच्चे होते हैं और उनमें स्वयं भगवान का वास होता है। उन्होंने इस मौके पर हरियाणा राज्य बाल संरक्षण आयोग द्वारा आयोजित एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला को संबोधित किया, जो कि बाल और बंधुआ मजदूरी के हितधारकों के लिए समर्पित था।
श्री गोयल ने कहा कि हमें समाज में बच्चों के अधिकारों की रक्षा करने के साथ-साथ उनके सपनों को बिना किसी बाधा के उड़ान भरने के लिए प्रयास करना चाहिए। उन्होंने इसे बच्चों के भविष्य को सुरक्षित रखने का माध्यम भी माना है।
विभागीय आयोग के इस कार्यक्रम में उपस्थित होकर श्री गोयल ने कहा कि बच्चों के साथ बाल श्रम और बंधुआ मजदूरी के खिलाफ सशक्त नीतियाँ बनाने और उन्हें समाप्त करने के लिए हम सभी को साथ आना होगा। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार के पहलुओं को बच्चों के साथ एक बेटी को अपनाने के लिए भी अग्रसर होना चाहिए ताकि बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो सके।