हरियाणा श्रम विभाग ने अपने कार्यों की पारदर्शिता, कुशलता, और प्रमाणिकता में सुधार करने के लिए एक नई पहल शुरू की है जिसके तहत सभी अधिकारियों को उन्नत क्यूआर-कोड आधारित डायनेमिक पहचान कार्ड जारी किए जा रहे है। ये कार्ड केवल पहचान के लिए ही नहीं होगा, बल्कि इसे पूरे तरीके से आधुनिक तकनीक से जोड़ा गया है।
उन्होंने बताया कि नए लागू किए गए क्यूआर-आधारित आईडी कार्ड पूरी तरह से सुरक्षित हैं और इनमें ऐसी विशेषताएं हैं जो वास्तविक समय सत्यापन को सक्षम बनाती हैं। इसके अलावा यह यात्राओं का डिजिटल दस्तावेज़ीकरण,स्पष्ट और पारदर्शी रिकॉर्ड-कीपिंग सुविधा सुनिश्चित करता है, जिससे जवाबदेही को बढ़ावा मिलता है।प्रवक्ता ने बताया कि सुचारू और सुरक्षित बदलाव की गारंटी के लिए, विभाग ने अधिकारियों से सभी पुराने आईडी कार्ड वापस ले लिए हैं, जिससे पुराने पहचान पत्र के गलत इस्तेमाल का जोखिम समाप्त हो गया है। नए वाले आईडी कार्ड में क्यूआर कोड को स्कैन करके आईडी कार्ड का पूरा विवरण तुरंत सत्यापित किया जा सकता है।
क्यूआर कोड को स्कैन करने से कर्मचारी से जुड़ी सबसे नयी जानकारी प्रदर्शित हो जाती है, जिससे सटीकता, वास्तविक समय की जानकारी और डुप्लिकेट पहचान की रोकथाम होती है। सटीक सत्यापन को और सरल बनाने के लिए क्यूआर कोड स्कैन में आईडी कार्ड की कॉपी प्रदान की जाती है। उपयोग में आसानी के लिए, आईडी कार्ड पर एचआरएमएस कर्मचारी-आईडी नंबर भी प्रिंट किया गया है। कार्ड की चोरी, आपात्कालीन स्थिति, गलत स्थान पर रखे जाने जैसे मामले में उपयोग के लिए आईडी कार्ड पर संपर्क नंबर भी मुद्रित किया गया है।
उन्होंने बताया कि आईडी कार्ड का कोई भी नुकसान या टूट फूट होने के बावजूद, क्यूआर कोड को स्कैन करने से मूल रूप से जारी किए गए आईडी कार्ड का पूरा विवरण प्रदर्शित हो जाएगा। क्यूआर कोड अधिकारियों के स्थानांतरण,पदोन्नति या अनुबंध समाप्ति पर वास्तविक समय की स्थिति अपडेट प्रदान करता है, जिससे सुरक्षा उपाय और मजबूत होते हैं। इस कदम का उद्देश्य न केवल पहचान के दुरुपयोग को कम करना है, बल्कि क्षेत्र के दौरे, निरीक्षण और सत्यापन प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और विश्वसनीय बनाना है।